भिंड। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुहिम पर रविवार को रात 9 बजे 9 मिनट के लिए अपने घर की सभी लाइट बंद कर दीपक, टॉर्च और मोमबत्ती जलाकर कोरोना वायरस के खिलाफ देश की एकता दिखाना है. लेकिन इससे बिजली विभाग की मुश्किलें बढ़ सकती हैं क्योंकि लॉकडाउन के चलते पहले सही इंडस्ट्रियल लोड काफी कम हो चुका है और अचानक घरेलू लाइट्स बंद होने से लोड और भी कम हो जाएगा. जिससे पावर ग्रिड को भी नुकसान होने की संभावना है. इसके लिए भिंड में विभाग की तैयारियों को लेकर बिजली विभाग के एई प्रमोद शर्मा ने जानकारी दी.
लॉकडाउन के चलते देशभर में इंडस्ट्रीज और फैक्ट्री बंद हैं ऐसे में ग्रिड लोड तय मानक से लगभग 30% तक कम हो गया है. ऐसे में जब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से रविवार को रात 9 बजे से 9 मिनट के लिए अपने-अपने घरों की सभी लाइटें बंद कर एकता दिखाने का आवाहन किया है तो ऐसे में ग्रिड पर लोड और भी कम हो जाएगा. जिससे पावर ग्रिड की फ्रीक्वेंसी प्रभावित हो सकती है, साथ ही रोटर की स्पीड भी कम होती है. जिसे कंट्रोल करने के लिए अनावश्यक रूप से मकैनिज्म की भी जरूरत पड़ेगी. इस प्रभाव की संभावना 1% से भी कम है लेकिन अगर इस पर असर हुआ तो नुकसान बहुत बड़ा होगा क्योंकि अगर ग्रिड फेल हो गई तो कंप्लीट ब्लैक आउट हो सकता है और इसे ठीक होने में काफी समय तो लगेगा ही साथ ही जो नुकसान होगा वह भी अरबों में होगा.
बिजली विभाग की ओर से गांव में एग्रीकल्चर फीडर 1 दिन पहले से ही एक्टिवेट किया जा रहा है. जिससे लोड का फ्लो बराबर बना रहे और जिस समय लाइट लोग बंद करें उस समय भी कुछ हद तक लोड मैनेज हो सके. इसके साथ ही एई शर्मा ने जनता से अपील की है कि जब वे अपने घर की लाइट बंद करें तो सिर्फ और सिर्फ प्रकाश देने वाली यानी बल्ब,सीएफएल,एलइडी जैसी लाइट ही बंद करें अन्य उपकरण जैसे पंखा, फ्रिज बंद न करें जिससे अनावश्यक लोड कम नहीं होगा और हमें निरंतर लाइट का लोड फ्लो मिलता रहेगा.