भिंड। निसर्ग चक्रवात देश समेत प्रदेश के कई हिस्सों में समय से पहले बारिश लेकर आया है. जिसका असर जिले में भी देखने को मिला है. हल्की बारिश के चलते कृषि उपज मंडी में खरीदी गई उपज इसकी चपेट में आ गई. हजारों क्विंटल सरसों की उपज अभी भी खरीदी केन्द्रों पर खुले में रखी है. जो बारिश के चलते भीग रही है.
जिले मे गेहूं की खरीदी तो एक हफ्ते पहले ही खत्म हो चुकी है और ये गेहूं गोदामों तक पहुंच चुका है. लेकिन 10 जून तक चलने वाली सरसों की खरीदी के लिए जिले में 50 से ज्यादा खरीदी केन्द्र बनाए गए हैं. सरसों की बंपर आवक के चलते खरीदी केंद्र पर प्रतिदिन उपज की लिफ्टिंग नहीं होने से हजारों क्विंटल सरसों खुले में रखी थी. बुधवार शाम से अचानक बारिश शुरू हो गई. जिससे ये उपज भीग गई.
जानकारी के मुताबिक करीब आठ हजार क्विंटल से अधिक सरसों बारिश में भीग गई है. जिसमें अजनोधा केन्द्र पर 1600 बोरी, कोहांर उपार्जन केन्द्र पर 4000 बोरी, मेहगांव केन्द्र पर 1000 बोरी, धनोली केन्द्र पर 500 बोरी समेत दूसरे केंद्र भी शामिल हैं. बारिश रूकने पर उपज को खरीदी केन्द्रों से जब वेयर हाउस लोड कराकर भेजा गया तो बोरियां और सरसों गीली होने के चलते उनको वापस खरीदी केंद्रों पर भेज दिया गया. जिससे खरीदी केन्द्र पर और अव्यवस्था फैलने लगी है.
मामले में कलेक्टर डॉ वीरेंद्र नवल सिंह रावत का कहना है कि ज्यादातर फसल पहले ही वेयरहाउस तक पहुंच चुकी है. जो सरसों भीगी है उसके लिए खरीदी करने वाली उपार्जन केंद्र खुद जिम्मेदार हैं. क्योंकि इन केंद्रों को मौसम के हिसाब से फसल की सुरक्षा के पहले ही उचित व्यवस्था करनी चाहिए थी.