भिंड। Swachh Survekshan 2021: स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के नतीजों में जहां इंदौर शहर को लगातार पांचवी बार देश के सबसे स्वच्छ शहर का खिताब मिला है, वहीं भिंड नगर पालिका पिछले बार के मुक़ाबले 14 पायदान खिसककर 183वीं रैंक के साथ इस बार फिसड्डी साबित हुई है. जिले के स्वच्छ सर्वेक्षण में पिछड़ने पर कांग्रेस विधायक (Congress MLA) और पूर्व मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह ने ज़िला कलेक्टर (Bhind Collector) और भिंड नगर पालिका प्रशासक सतीश कुमार एस को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है.
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स्वच्छता में 14 पायदान खिसका भिंड
पूर्व मंत्री और लहार विधायक डॉक्टर गोविंद ने भिंड नगर पालिका की स्थिति और स्वच्छ सर्वेक्षण की रैंकिंग में पिछड़ने को लेकर भिंड कलेक्टर (Bhind Collector) एवं नगर पालिका भिंड के प्रशासक सतीश कुमार एस को पत्र लिख कर निंदा की है. अपने पत्र में डॉक्टर गोविंद सिंह ने लिखा कि जब आईएएस सतीश कुमार एस भोपाल में मुख्य नगर पालिका अधिकारी के पद पर पदस्थ थे उस दौरान उनके द्वारा किए गए कार्य की सराहना ना सिर्फ़ राजनीतिक लोग बल्कि आम जनता भी करती थी, ऐसे में भिंड कलेक्टर की ज़िम्मेदारी मिलने पर उम्मीद थी कि अपने कार्यकाल में भिंड के विकास को आगे ले जाएंगे. डॉक्टर गोविंद सिंह ने आगे लिखा कि इन परिणामों की वजह से भी भिंड की जनता को बेहद निराशा हुई है. इस बार के सर्वेक्षण में नगर पालिका को 183वां रैंक मिला है, जो 2020 के मुकाबले 14 पायदान नीचे है. जबकि गोहद नगर पालिका की रैंकिंग 95 और लहार ने 76वां रैंक हासिल किया है.
‘लहार की उपेक्षा, फिर भी बढ़ाया मान’
भिंड के अलावा लहार नगर पालिका द्वारा अर्जित की गयी सफ़लता का ज़िक्र करते हुए लहार विधायक ने कलेक्टर (Bhind Collector) पर उपेक्षा करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि कलेक्टर द्वारा लहार के कई दौरे किए गए, जिस दौरान उनसे बराबर लहार नगर पालिका के विकास के संबंध बात की गयी, लेकिन लगातार कलेक्टर द्वारा की गयी उपेक्षा के बावजूद लहार नगर पालिका ने भारत /ज़ोन में 76 वें स्थान पर, मध्यप्रदेश में 11वें और चम्बल अंचल में प्रथम स्थान हासिल कर ज़िले का सम्मान बढ़ाया है. कांग्रेस विधायक ने कलेक्टर से इस विषय पर आत्म मंथन करने की भी सलाह दी है.