भिंड। जिले के बस स्टैंड के पास बनी झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले बच्चों के लिए बाल दिवस का दिन बेहद खास रहा. शहर के एक समाजसेवी ने इन बच्चों को शहर के एक रेस्तरां में खाना खिलाया. कई तरह के व्यंजनों का स्वाद लिया. ये पहली बार था जब ये बच्चे किसी रेस्टोरेंट में खाना खाने पहुंचे थे. खाना खाने के बाद इन बच्चों ने डांस भी किया.
दरअसल शहर के बस स्टैंड के पास बानी बस्ती में रहने वाले गरीब बच्चों को हर रविवार शहर के अलग अलग तबके, व्यवसाय और उम्र के समाजसेवी बच्चों को पढ़ाने आते हैं, जिसे नाम दिया है मानवता की पाठशाला. इस पाठशाला में पढ़ने वाले तमाम बच्चों के लिए मानवता ग्रुप से जुड़े इन संडे टीचर्स ने आज का दिन बेहद खास बना दिया.
मानवता ग्रुप की शुरुआत करने वाले बबलू सिंधी ने बताया कि ये स्लम एरिया के बच्चे हैं, जिनमें कोई कबाड़ बीनता था, कोई भीख मांगता था. इन बच्चों ने कभी रेस्टोरेंट नहीं देखा था, इसलिए बाल दिवस के मौके पर इनको इसका अनुभव कराने के लिए ये कदम उठाया गया. मानवता ग्रुप इन बच्चों को शिक्षा के साथ ही उनकी जरूरत की चीज़ें उपलब्ध कराता है.