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MP Panchayat Election Controversy: भिंड में चुनाव नतीजों में धांधली का आरोप! SDM के बयान से बवाल, जानिए आखिर क्या है मामला

भिंड में जिला पंचायत वार्ड 5 से चुनाव लड़ी प्रत्याशी के परिजन और समर्थकों के साथ ओबीसी वर्ग ने गुरुवार देर रात 1 बजे तक राष्ट्रीय राजमार्ग 719 पर चक्काजाम कर दिया. प्रत्याशी मनीषा यादव के बेटे सोनू का आरोप है कि 'मतगणना के दौरान उनके एजेंट ने तीनों राउंड में मतपत्रों का मिलान किया था. जिसमें उनकी मां करीब 1500 वोटों से आगे चल रही थीं. जिसकी जानकारी खुद मतगणना की रात 4 बजे अटेर के रिटर्निंग ऑफिसर ने दी थी. लिखित जानकारी मांगने पर उन्होंने 14 जुलाई को प्रमाणपत्र दिए जाने की बात कही थी. लेकिन अब उन लोगों से सूचना मिल रही है कि, उनके विरोधी प्रत्याशी सुखपाल सिंह को 1600 वोटों से जीता दिया गया है'.

Candidate supporters did a ruckus till midnight
प्रत्याशी के समर्थकों ने किया चक्काजाम
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Published : Jul 8, 2022, 4:44 PM IST

भिंड। जिले में निर्वाचन प्रक्रिया सवालों के घेरे में आती जा रही है. ना सिर्फ इससे जिला प्रशासन पर मनमानी के आरोप लग रहे हैं बल्कि अब प्रत्याशियों और समर्थकों का विरोधाभास उग्र रूप लेने लगा है. कुछ ऐसी ही तस्वीरें फिर भिंड में देखने को मिली. यहां जिला पंचायत वार्ड 5 से चुनाव लड़ी प्रत्याशी के परिजन और समर्थकों के साथ ओबीसी वर्ग ने गुरुवार देर रात 1 बजे तक राष्ट्रीय राजमार्ग 719 पर चक्काजाम कर दिया. इस दौरान उन्हें समझाइश देने भिंड अपर कलेक्टर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के साथ विधायक संजीव सिंह और पूर्व विधायकों का तांता लगा रहा, लेकिन बातचीत का कोई नतीजा नही निकला. इस पूरे घटना क्रम की वजह से सैकड़ों वाहन चालक और राहगीर परेशान नजर आए तो वहीं भारी संख्या में फोर्स और पुलिसबल भी मौजूद रहा.

प्रत्याशी के समर्थकों ने किया चक्काजाम

चुनावी धांधली! नेशनल हाईवे पर चक्काजाम: बताया जा रहा है कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव (Three tier panchayat elections) के दो घटनाओं में मतदान और मतगणना कार्य पूरा होने के बाद भी प्रत्याशियों को अब तक यह पता नहीं चल पा रहा है की वे जीते हैं या हारे. कई प्रत्याशियों ने काउंटिंग के दौरान मतपत्रों का मिलान किया था. जिसके अनुसार वे अच्छे खासे वोटों से जीत रहे थे. लेकिन सोशल मीडिया पर आ रही सूचना में वे प्रत्याशी हारे हुए बताए गए. जिसके बाद कई प्रत्याशियों और उनके समर्थकों में रोष नजर आने लगा है. अटेर के सुरपुरा वार्ड क्रमांक 5 से जिला पंचायत प्रत्याशी मनीषा यादव के बेटे सोनू यादव ने ओबीसी वर्ग के समर्थकों के साथ मिलकर गुरुवार शाम पहले भिंड कलेक्ट्रेट का घेराव किया और फिर दीनपुरा पर एनएच 719 पर चक्काजाम कर दिया .

एसडीएम पर गम्भीर आरोप: प्रत्याशी मनीषा यादव के बेटे सोनू का आरोप है कि 'मतगणना के दौरान उनके एजेंट ने तीनों राउंड में मतपत्रों का मिलान किया था. जिसमें उनकी मां करीब 1500 वोटों से आगे चल रही थीं और अंत में दो हजार वोटों से जीती. जिसकी जानकारी खुद मतगणना की रात 4 बजे अटेर के रिटर्निंग ऑफिसर ने दी थी. लिखित जानकारी मांगने पर उन्होंने 14 जुलाई को प्रमाणपत्र दिए जाने की बात कही थी. लेकिन अब उन लोगों से सूचना मिल रही है कि, उनके विरोधी प्रत्याशी सुखपाल सिंह को 1600 वोटों से जीता दिया गया है. जो कहीं से भी जीत की दौड़ में शामिल नही थे. इस बात का सोशल मीडिया के माध्यम से पता चला तो एसडीएम उदय सिंह सिकरवार से मिले तो उन्होंने साफ कह दिया कि पूरा सारणीकरण हो चुका है और उसमें सुखपाल 1600 वोट से जीत गए है. ऐसे में कहीं ना कहीं यहां सत्ता का दुरुपयोग किया जा रहा है. उन्होने कहा कि हमें जानबूझकर हराया जा रहा है. हमारे साथ अन्याय हुआ है. इसी वजह से यह चक्काजाम किया गया है'.

विधायक बोले- लोगों को अब प्रशासन पर विश्वास नहीं: मौके पर पहुंचे बसपा से बीजेपी में शामिल हुए भिंड विधायक संजीव सिंह कुशवाह से बात करने पर उन्होंने कहा की जिला प्रशासन ने यह स्थितियां खुद पैदा की हैं. चुनाव में पारदर्शिता ना रखने की वजह से ऐसी परिस्थिति बनी हैं. लोगों का प्रशासन से विश्वास उठा चुका है. वहीं अटेर एसडीएम उदयसिंह सिकरवार पर लग रहे गम्भीर आरोपों को लेकर विधायक ने कहा कि 'वे इस सम्बंध में चुनाव आयोग, मुख्यमंत्री और भिंड कलेक्टर से बात करेंगे. जो भी कार्रवाई होना चाहिए वह कराई जाएगी. जिसके लिए बातचीत कर बीच का रास्ता निकाला जाना चाहिए. चक्काजाम से आम लोग परेशान हो रहे हैं. यदि यहां चुनाव में गड़बड़ी हो रही है तो वे जनता के साथ खड़े होंगे प्रशासन या सरकार के साथ नहीं'.

MP Panchayat Elections Third Phase: कड़ी सुरक्षा के बीच शहडोल जिले में मतदान जारी, गांव की सरकार चुनने के लिए महिलाओं में ज्यादा उत्साह

पूर्व विधायक का बड़ा आरोप: चक्काजाम के दौरान बात करने पहुंचे पूर्व विधायक हेमंत कटारे ने एसडीएम सिकरवार को संरक्षण देने के आरोप लगाते हुए कहा था कि 'अधिकारी को 2 बार चुनाव आयोग ने निर्वाचन कार्य के लिए अयोग्य घोषित किया था. लेकिन उन्हें विधायक संजीव सिंह और मंत्री अरविंद भदौरिया का संरक्षण प्राप्त है. यह बात खुद विधायक संजीव सिंह के सामने कही थी. इस सम्बंध में उनसे सवाल किया गया तो विधायक ने कहा की कांग्रेसियों का काम है आरोप लगाना. यदि अधिकारी गलत हैं तो दोष सिद्ध होने पर उन पर कार्रवाई की जाएगी. लेकिन इस तरह से चक्काजाम से घटनाक्रम में राजनीति करना गलत है'.

कलेक्टर बोले- अफवाह फैलाने वालों पर होगी कार्रवाई: वहीं पूरे मामले को लेकर भिंड कलेक्टर सतीश कुमार एस का भी बयान सामने आया है. उनका कहना है कि 'लगातार सोशल मीडिया पर इस तरह की भ्रामक सूचनाएं प्रसारित की जा रहीं हैं. अभी तक किसी प्रत्याशी को जीतने या हारने की जानकारी नहीं दी गयी है'. निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार आगामी 14 और 15 जुलाई को मतगणना चार्ट की फाइनल टेबुलेशन के साथ परिणाम घोषित किए जाएंगे. साथ ही उन्होंने कहा की सोशल मीडिया पर इस तरह की अफवाह फैलाने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी. (Rigging of election results in Bhind) (Candidate supporters did a ruckus till midnight)

भिंड। जिले में निर्वाचन प्रक्रिया सवालों के घेरे में आती जा रही है. ना सिर्फ इससे जिला प्रशासन पर मनमानी के आरोप लग रहे हैं बल्कि अब प्रत्याशियों और समर्थकों का विरोधाभास उग्र रूप लेने लगा है. कुछ ऐसी ही तस्वीरें फिर भिंड में देखने को मिली. यहां जिला पंचायत वार्ड 5 से चुनाव लड़ी प्रत्याशी के परिजन और समर्थकों के साथ ओबीसी वर्ग ने गुरुवार देर रात 1 बजे तक राष्ट्रीय राजमार्ग 719 पर चक्काजाम कर दिया. इस दौरान उन्हें समझाइश देने भिंड अपर कलेक्टर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के साथ विधायक संजीव सिंह और पूर्व विधायकों का तांता लगा रहा, लेकिन बातचीत का कोई नतीजा नही निकला. इस पूरे घटना क्रम की वजह से सैकड़ों वाहन चालक और राहगीर परेशान नजर आए तो वहीं भारी संख्या में फोर्स और पुलिसबल भी मौजूद रहा.

प्रत्याशी के समर्थकों ने किया चक्काजाम

चुनावी धांधली! नेशनल हाईवे पर चक्काजाम: बताया जा रहा है कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव (Three tier panchayat elections) के दो घटनाओं में मतदान और मतगणना कार्य पूरा होने के बाद भी प्रत्याशियों को अब तक यह पता नहीं चल पा रहा है की वे जीते हैं या हारे. कई प्रत्याशियों ने काउंटिंग के दौरान मतपत्रों का मिलान किया था. जिसके अनुसार वे अच्छे खासे वोटों से जीत रहे थे. लेकिन सोशल मीडिया पर आ रही सूचना में वे प्रत्याशी हारे हुए बताए गए. जिसके बाद कई प्रत्याशियों और उनके समर्थकों में रोष नजर आने लगा है. अटेर के सुरपुरा वार्ड क्रमांक 5 से जिला पंचायत प्रत्याशी मनीषा यादव के बेटे सोनू यादव ने ओबीसी वर्ग के समर्थकों के साथ मिलकर गुरुवार शाम पहले भिंड कलेक्ट्रेट का घेराव किया और फिर दीनपुरा पर एनएच 719 पर चक्काजाम कर दिया .

एसडीएम पर गम्भीर आरोप: प्रत्याशी मनीषा यादव के बेटे सोनू का आरोप है कि 'मतगणना के दौरान उनके एजेंट ने तीनों राउंड में मतपत्रों का मिलान किया था. जिसमें उनकी मां करीब 1500 वोटों से आगे चल रही थीं और अंत में दो हजार वोटों से जीती. जिसकी जानकारी खुद मतगणना की रात 4 बजे अटेर के रिटर्निंग ऑफिसर ने दी थी. लिखित जानकारी मांगने पर उन्होंने 14 जुलाई को प्रमाणपत्र दिए जाने की बात कही थी. लेकिन अब उन लोगों से सूचना मिल रही है कि, उनके विरोधी प्रत्याशी सुखपाल सिंह को 1600 वोटों से जीता दिया गया है. जो कहीं से भी जीत की दौड़ में शामिल नही थे. इस बात का सोशल मीडिया के माध्यम से पता चला तो एसडीएम उदय सिंह सिकरवार से मिले तो उन्होंने साफ कह दिया कि पूरा सारणीकरण हो चुका है और उसमें सुखपाल 1600 वोट से जीत गए है. ऐसे में कहीं ना कहीं यहां सत्ता का दुरुपयोग किया जा रहा है. उन्होने कहा कि हमें जानबूझकर हराया जा रहा है. हमारे साथ अन्याय हुआ है. इसी वजह से यह चक्काजाम किया गया है'.

विधायक बोले- लोगों को अब प्रशासन पर विश्वास नहीं: मौके पर पहुंचे बसपा से बीजेपी में शामिल हुए भिंड विधायक संजीव सिंह कुशवाह से बात करने पर उन्होंने कहा की जिला प्रशासन ने यह स्थितियां खुद पैदा की हैं. चुनाव में पारदर्शिता ना रखने की वजह से ऐसी परिस्थिति बनी हैं. लोगों का प्रशासन से विश्वास उठा चुका है. वहीं अटेर एसडीएम उदयसिंह सिकरवार पर लग रहे गम्भीर आरोपों को लेकर विधायक ने कहा कि 'वे इस सम्बंध में चुनाव आयोग, मुख्यमंत्री और भिंड कलेक्टर से बात करेंगे. जो भी कार्रवाई होना चाहिए वह कराई जाएगी. जिसके लिए बातचीत कर बीच का रास्ता निकाला जाना चाहिए. चक्काजाम से आम लोग परेशान हो रहे हैं. यदि यहां चुनाव में गड़बड़ी हो रही है तो वे जनता के साथ खड़े होंगे प्रशासन या सरकार के साथ नहीं'.

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पूर्व विधायक का बड़ा आरोप: चक्काजाम के दौरान बात करने पहुंचे पूर्व विधायक हेमंत कटारे ने एसडीएम सिकरवार को संरक्षण देने के आरोप लगाते हुए कहा था कि 'अधिकारी को 2 बार चुनाव आयोग ने निर्वाचन कार्य के लिए अयोग्य घोषित किया था. लेकिन उन्हें विधायक संजीव सिंह और मंत्री अरविंद भदौरिया का संरक्षण प्राप्त है. यह बात खुद विधायक संजीव सिंह के सामने कही थी. इस सम्बंध में उनसे सवाल किया गया तो विधायक ने कहा की कांग्रेसियों का काम है आरोप लगाना. यदि अधिकारी गलत हैं तो दोष सिद्ध होने पर उन पर कार्रवाई की जाएगी. लेकिन इस तरह से चक्काजाम से घटनाक्रम में राजनीति करना गलत है'.

कलेक्टर बोले- अफवाह फैलाने वालों पर होगी कार्रवाई: वहीं पूरे मामले को लेकर भिंड कलेक्टर सतीश कुमार एस का भी बयान सामने आया है. उनका कहना है कि 'लगातार सोशल मीडिया पर इस तरह की भ्रामक सूचनाएं प्रसारित की जा रहीं हैं. अभी तक किसी प्रत्याशी को जीतने या हारने की जानकारी नहीं दी गयी है'. निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार आगामी 14 और 15 जुलाई को मतगणना चार्ट की फाइनल टेबुलेशन के साथ परिणाम घोषित किए जाएंगे. साथ ही उन्होंने कहा की सोशल मीडिया पर इस तरह की अफवाह फैलाने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी. (Rigging of election results in Bhind) (Candidate supporters did a ruckus till midnight)

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