भिंड। एनजीटी की रोक के बाद भी भिंड जिले में रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. इसी के चलते सिंध नदी में जलीय जीवों के साथ हो रही हिंसा के सबूत आज सिंधिया समर्थक नेता रमेश दुबे ने पत्रकार वार्ता के जरिए दिए हैं. उन्होंने रेत ठेका कंपनी पावर मैक और जिला माइनिंग अधिकारी आरपी भदकारिया पर मिलीभगत के आरोप लगाते हुए इस मामले को अब एनजीटी और हाईकोर्ट में ले जाने की चेतावनी दी है.
![Ramesh Dubey gave evidence against illegal mining](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/mp-bhi-02-dube-pc-pkg-7206787_19072020162020_1907f_01372_975.jpg)
बयानों को बिंदुवार बताते हुए दुबे ने कहा, खनिज विभाग ने चंबल कमिश्नर को गलत जानकारियां दी हैं. उन्हें गुमराह करने की कोशिश की गई है. इसके साथ ही उन्होंने जिले में चल रहे अवैध उत्खनन के दौरान सिंध नदी में जलीय जीवों की हुई हत्या के सबूत भी उन्होंने पेश किए हैं. जिसमें एक मगरमच्छ की हत्या पनडुब्बी में फंसने की वजह से बधेरी खुर्द खदान पर हुई है. जिसके फोटो भी दुबे ने मीडिया को उपलब्ध कराए हैं.
रमेश दुबे ने मांग की है कि रेत ठेका कंपनी और जिले के माइनिंग अधिकारी पर तत्काल एफआईआर दर्ज कराई जाए. साथ ही चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर जिले के वरिष्ठ अधिकारियों ने इन लोगों पर कार्रवाई नहीं की तो वे जल्द ही एनजीटी और हाईकोर्ट में इसके खिलाफ जनहित याचिका दायर करेंगे.