भिंड। भिंड लोकसभा सीट के सभी उम्मीदवारों को जिला प्रशासन ने मतदान के दौरान नजरबंद कर दिया. सर्किट हाउस पर सभी प्रत्याशियों को बैठक के लिए बुलाया गया, जहां पहुंचने पर जिला प्रशासन ने बीजेपी, कांग्रेस और बीएसपी उम्मीदवारों समेत कई नेताओं को नजरबंद कर लिया.
पुलिस ने बीजेपी से प्रत्याशी संध्या राय, कांग्रेस प्रत्याशी देवाशीष जरारिया, बीएसपी से प्रत्याशी बाबूराम जामोर और गोहद विधायक रणवीर जाटव समेत कई नेताओं को भिंड सर्किट हाउस में बैठा दिया. वहीं अटेर विधायक अरविंद भदौरिया को उन्हीं के घर में नजरबंद कर दिया गया, हालांकि सभी प्रत्याशियों को मतदान का मौका दिया गया था जिसके तहत देवासी जरारिया ने ग्वालियर में और संध्या राय ने अंबाह में मतदान किया, लेकिन अपने संसदीय क्षेत्र में वापस आते ही उन्हें नजर बंद कर दिया गया.
इस बीच कांग्रेस प्रत्याशी देवाशीष जरारिया और गोहद विधायक रणवीर जाटव की कुछ पुलिस वालों से बहस भी हुई, दोनों ही कांग्रेसी नेताओं का कहना था कि उन्होंने जब कोई अपराध नहीं किया तो उन्हें इस तरह क्यों बिठाया गया है. इस पूरे घटनाक्रम को लेकर जब पुलिस से बात की गई तो एसपी रुडोल्फ अल्वारेस ने बताया कि उन्होंने एहतियातन सभी प्रत्याशियों से बात की और उनसे बातचीत के बाद उन्हें सर्किट हाउस में मीटिंग के लिए बुलाया था और वही उनकी रजामंदी से उनको बैठाया था, जिसके लिए प्रत्याशियों ने भी किसी तरह का कोई विरोध नही किया
जानकारी के मुताबकि कई चुनावों के दौरान भिंड में बूथ कैपचरिंग और हिंसा जैसे मामले सामने आते रहे हैं, जिसको देखते हुए पुलिस ने सख्त रवैया अपनाते हुए प्रत्याशियों को नजरबंद कर दिया. हालांकि पुलिस ने 2018 के विधानसभा चुनाव के दौरान भी ऐसा ही किया था.