भिंड। कोरोना काल में पुलिस ने समाज सेवा कर अपना फर्ज निभाया है. ऐसे कई मौके आएं हैं जब पुलिस ने जरूरत पड़ने पर अपना खून देकर कई मरीजों की जान बचाई है. इसी की एक बानगी भिंड जिले में देखने को मिली, जहां 10 साल की बच्ची के लिए आरक्षक ने रक्तदान किया.
दरअसल चांचड़ गांव की रहने वाली अनीता के माता-पिता बचपन में ही गुजर गए थे. 10 साल की मासूम अपनी बहन के साथ रहती है. तबीयत खराब होने पर वह अपनी बहन के साथ जिला अस्पताल पहुंची तो डॉक्टर ने बताया कि उसका हीमोग्लोबिन 2 एमजी रह गया था. जिस पर डॉक्टर ने तुरंत उसे खून चढ़ाने के लिए कहा. जब उसकी बहन खून का इंतजाम नहीं कर सकी तो जानकारी लगने पर समाजसेवी संस्था संजीवनी रक्तदान संगठन, बच्ची की मदद के लिए आगे आया. इस दौरान संस्था के संचालक बबलू सिंधी ने भिंड पुलिस से भी संपर्क किया. आरक्षक गुरदास तुरंत जिला अस्पताल पहुंचे और जरूरतमंद अनीता के लिए रक्तदान किया.
आरक्षक गुरदास ने कहा कि कोरोना काल में अगर हम अपने फर्ज से पीछे हट जाएंगे तो आम लोग मदद के लिए आगे नहीं आएगा. यह पुलिस का फर्ज है कि वह आमलोगों की सेवा करे. सब के हित में चले. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि रक्तदान के लिए पीछे न हटे. इसके लिए आगे बढ़कर आएं और सबका सहयोग करें.