भिंड। लॉकडाउन के दौरान जो लोग अनावश्यक रूप से बाहर घूम रहे हैं, उनको रोकने के लिए पुलिस द्वारा लगातार तीन दिनों से समझाइश दी जा रही है. लेकिन समझाइश देने पर भी जो लोग नहीं मान रहे हैं, उनके प्रति पुलिस सख्ती बरत रही है. हर चौराहे पर कड़ी पहरेदारी है. इस दौरान बेवजह घर से बाहर निकलने वाले लोगों पर पुलिस को अब लाठियां बरसा कर उन्हें घरों में रहने की हिदायत देनी पड़ रही है.
जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग की अनुशंसा पर 23 और 24 मार्च को भिंड जिले में लॉकडाउन कर दिया गया, लेकिन 23 मार्च के दिन जनता लॉकडाउन का मजाक बनाती नजर आई. बेवजह लोग घरों से बाहर निकले उसके बाद न सिर्फ भिंड में बल्कि प्रदेश और देश के कई जिलों में ऐसी ही तस्वीरें देखने को मिलीं. जिस पर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चिंता जताई थी और राज्य सरकारों को लॉकडाउन का पालन सख्ती से कराने के निर्देश भी दिए थे.
पुलिस को दिखानी पड़ी सख्ती
इसी के चलते मंगलवार को अलग-अलग इलाकों में खासकर मुख्य चौराहों पर पुलिस की तैनाती की गई. इस दौरान कई लोग बेवजह वाहनों से घर के बाहर घूमते पाए गए, जिन्हें पुलिस ने समझाइश देने की कोशिश की, नहीं मानने पर पुलिस को लोगों पर लाठियों का भी इस्तेमाल करना पड़ा.
हालांकि इस बार यह कदम लोगों की भलाई के लिए है, क्योंकि लोग कोरोना वायरस से देश में बन रहे हालात और वर्तमान स्थिति को समझना नहीं चाहते और उनके लिए सख्ती दिखाना भी जरूरी हो गया है.
भिंड में धारा-144 के साथ लॉकडाउन
बता दें, कि भिंड जिला प्रशासन ने धारा-144 के साथ ही 23 और 24 मार्च के लिए जिले में लॉकडाउन कर दिया था, हालांकि उम्मीद की जा रही है कि, यह अवधि आज फिर बढ़ सकती है. लोगों के लिए यह समझना बेहद जरूरी है कि वो अनावश्यक घर से बाहर ना निकले.
ईटीवी भारत भी लोगों से यह अपील करता है कि, कोरोना से लड़ने का इस वक्त सिर्फ यही एक उपाय है कि, लोग अपने घर में ही रहें और खुद को अपने परिजनों को और समाज को कोरोना से सुरक्षित रखने में सहयोग करें.