भिंड। मध्यप्रदेश के गृहमंत्री गुरुवार को सुप्रसिद्ध दंदरौआ धाम में चल रही बागेश्वर सरकार की हनुमान कथा का अनुसरण करने पहुंचे. इस मौके पर सांसद संध्या राय और भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मंत्री लाल सिंह आर्य भी कथा श्रवण करने पहुंचे थे. इस दौरान Home Minister Narottam Mishra ने बागेश्वर सरकार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री और दंदरौआ सरकार महामंडलेश्वर रामदास महाराज के दर्शन किए साथ ही उन्होंने मंच से सभी को संबोधित भी किया. (Narottam mishra taunted pritam lodhi in bhind)
संत चलकर हमारे यहां आएं तो यह महाभाग्य होता हैः प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मंच पर विराजमान संतों का आशीर्वाद लिया साथ ही कहा कि मुझे धार्मिक स्थान पर प्रवचन सुनने में बहुत आनंद आता है. जिस मंच पर बागेश्वर सरकार महाराज, दंदरौआ सरकार महाराज और इतने पूजनीय संत एक साथ मौजूद हो तो या अद्भुत है. उन्होंने आगे कहा की संत हमे याद करें ये हमारा भाग्य होता है. हम संतों को याद करें ये सौभाग्य होता है. हम संत के यहां चल कर जाये ये परम भाग्य होता है, और संत चल कर हमारे यहां आ जायें तो यह महाभाग्य होता है, और इतने पर भी नहीं समझे तो दुर्भाग्य होता है. (It is a great fortune when saints walk come to us)
'कथा सुनने में जो आनंद आता है वह कहीं नहींः गृहमंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि कई लोग समझ नहीं पाते है एक फिल्मी गाने को आप कितना सुनेंगे. कुछ समय बाद आप ज्यादा बार नहीं सुन सकते. किसी फिल्मी डायलॉग या नेता के भाषण को दो चार दस बार से ज्यादा नहीं सुन सकते. लेकिन हनुमत कथा हो या भागवत कथा, मेरे परदादा ने सुनी मेरे दादा ने सुनी मेरे पिता ने सुनी, मैं सुन रहा हूँ और मेरा बेटा भी सुन रहा है. सबको हर बार नई सी लगती है, बड़ा आनंद आता है. (joy that comes in listening to story is nowhere)
विधर्मियों को प्रवचन न पसंद आने पर दिया प्रसंगपूर्ण उदाहरणः मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने विधर्मियों को कथा और प्रवचन हजम न होने की बात कही. उन्होंने प्रवचन को अमृतवाणी अमृत बताया उन्होंने तंज कसा कि आयुर्वेद और विज्ञान में घी, शहद, औषधि और नीम को अमृत बताया गया, लेकिन इनका सेवन कुछ जीवों के लिए मृत्यु कारक होता है. उन्होंने कहा कि ठीक इसी तरह अमृतवाणी यानी प्रवचन कुछ लोगों को हजम नहीं होते हैं. (Contextual example given heretics not like sermon)