भिंड। जिला पंचायत चुनाव को लेकर पोलिंग बूथों पर विवादित परिस्थितियों को देखते हुए पुलिस ने नया दाव खेला है. मतदान के दौरान ही जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी पति और पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह समेत करीब एक दर्जन प्रत्याशियों को नजर बंद कर दिया गया.
जवासा में हंगामा, पुलिस ने पूर्व विधायक को नजरबंद किया: भिंड के जवासा वार्ड में जिला पंचायत चुनाव को लेकर कुछ पोलिंग बूथ पर हुए शुरुआती हंगामे के बाद पुलिस ने भिंड सर्किट हाउस में जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशियों को तलब किया और उन्हें वहीं पुलिस के पहरे में नजरबंद कर लिया. नजरबंद हुए लोगों में जिला पंचायत सदस्य के लिए चुनाव लड़ रही पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मिथलेश कुशवाह के साथ ही उनके पति और भिंड के पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह भी शामिल रहे.
पुलिस ने कहा सिर्फ बातचीत के लिए बुलाया गया: जब अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमलेश कुमार खरपुसे से सवाल किया गया, तो उनका कहना था कि चुनाव के चलते सिर्फ कुछ लोगों को बातचीत के लिए बुलाया गया था. अभी बातचीत चल रही है, इससे ज्यादा कुछ नहीं है, किसी को नजरबंद नही किया गया है. पूर्व विधायक की पत्नी अटेर के जवासा वार्ड से जिला पंचायत सदस्य के लिए चुनाव लड़ रहीं हैं और क्षेत्र में पूर्व विधायक का प्रभाव देखा जा रहा है. इसी वजह से पुलिस द्वारा यह कदम उठाया गया बताया जा रहा है.
फर्जी मतदान को लेकर उपद्रव: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दूसरे चरण में भिंड जिले में हिंसा की खबर आखिर सामने आई है. अटेर क्षेत्र के रानीपुरा गांव के बूथ क्रमांक 220 पर 2 प्रत्याशियों के समर्थक आपस में भिड़ गए, जिसमें आधा दर्जन से ज्यादा लोगों के घायल होने की सूचना है. ग्रामीणों के मुताबिक मौके पर मौजूद रहे उपद्रवियों ने हवाई फायर भी किए हैं, जिनमें पुलिस ने 3 लोगों को हिरासत में लिया है. लोगों ने बताया कि सुबह से ही कुछ लोग लगातार फर्जी मतदान का प्रयास कर रहे थे. इन्हीं में से एक व्यक्ति द्वारा पूरे घटनाक्रम का वीडियो बना रहे ग्राम पंचायत सचिव का मोबाइल छीन लिया और उसके साथ मारपीट भी कर दी. इस बात पर विवाद खड़ा हो गया और पोलिंग एजेंट और प्रत्याशियों के समर्थक आपस में भिड़ गए.
पुलिस की अनदेखी से बढ़ा तनाव: ग्रामीणों का कहना है कि, शुरुआत में विवाद छोटा था, सिर्फ हाथापाई तक सीमित रहा. लेकिन पुलिस के संज्ञान न लेने की वजह से कुछ ही देर में हाथापाई लाठी-डंडों के हमले में बदल गई और देखते ही देखते उपद्रव कर रहे लोगों में से एक आरोपी ने अवैध देसी कट्टे से हवाई फायर कर दिए. लोगों ने यह भी बताया कि गांव के ही 3 दबंग सुरेश, कल्लू और संतोष नाम के आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. इसके बाद से ही लगातार इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है.