भिंड। मध्यप्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया सोमवार को भिंड प्रवास पर थे, लेकिन एक कैबिनेट मंत्री के प्रोटोकॉल में जिले के एसपी-एएसपी का मौजूद ना होना उनकी नाराजगी का कारण बन गया. भिंड दौरे के दौरान जब एसपी नदारद मिले तो नाराज मंत्री ने सीधा इस बात की जानकारी चम्बल आईजी से ली और उन्हें निर्देशित किया कि इस बात की जांच कराएं कि आखिर पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री कैबिनेट मंत्री के प्रोटोकॉल में मौजूद क्यों नहीं थे.
एसपी ने फोन पर माँगी माफी, मंत्री ने फटकारा: हालाँकि यह बात यही खत्म नहीं हुई, बैठकों का दौर खत्म करने के बाद जब मंत्री की चम्बल आईजी से बात हुई तो कुछ देर बाद ही भिंड पुलिस अधीक्षक का फोन मंत्री सिसोदिया के पास आया, फिर क्या था मंत्री जी का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने फोन पर ही एसपी की क्लास लगा दी. मंत्री ने एसपी द्वारा बताई गई वजह पर कहा कि 'यह कोई सही वजह नहीं हुई, आपको अपने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को भी भेजना चाहिए था. कम से कम आपको मुझे फोन पर बताना चाहिए था, इस बात को आगे से ध्यान में रखियेगा. मैं उस तरह का मंत्री नहीं हूं, मैं इस तरह का बर्ताव बर्दाश्त नहीं करूंगा."
मंत्री के प्रोटोकॉल में मौजूद नहीं थे पुलिस के आला अधिकारी: बता दें कि कैबिनेट और मध्यप्रदेश सरकार के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया दो दिवसीय प्रवास पर भिंड आए हुए हैं, यहां उन्होंने जिला पंचायत सभागार में एक समीक्षा बैठक ली थी. इसके बाद वे बीजेपी के स्थानीय नेताओं से भी मिले थे, लेकिन प्रोटोकॉल के अनुसार जिले की सीमा पर से ही भिंड एसपी और कलेक्टर या कलेक्टर या उनके द्वारा नियुक्त अधिकारी जैसे अपर कलेक्टर या अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को रिसीव करना होता है, लेकिन भिंड एसपी ना ही उन्हें रिसीव करने पहुंचे और ना ही उनके भिंड पहुंचने के बाद मिलने आए. ऐसे में इस अनदेखी से मंत्री जी का गुस्सा फूट पड़ा.