भिंड। रौन पुलिस ने साइबर सेल की मदद से एक ऐसे आरोपी की गिरफ्तारी की है, जिसने एक साल पहले लूट को वारदात को साथियों के साथ अंजाम दिया और पुलिस की पहुंच से साल भर दूर रहा, लेकिन अब स्थानीय पुलिस और साइबर सेल की कोशिशों ने आरोपी को ढूंढ कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया. पुलिस टीम के लिए इस केस में आरोपी की गिरफ्तारी डेड एंड पर मिले सुराख से रास्ता खोजने की तरह रही. भिंड एसपी ने इस केस से जुड़े तथ्यों और पूरे मामले की जानकारी पुलिस कंट्रोल रूम में प्रेसवार्ता कर दी है.
हथियारों के दम पर की थी दिनदहाड़े डकैती: जानकारी के मुताबिक भिंड जिले के रौन कस्बे के रहने वाले एक अतर सिंह बघेल के घर पिछले साल यानि 5 जून 2022 को बदमाशों ने घर में घुसकर डकैती की वारदात को अंजाम दिया था. पीड़ित ने पुलिस में की शिकायत में बताया था कि 5 जून की दोपहर करीब डेढ़ से दो बजे के बीच में वह अपने घर के बाहर वाले कमरे में बैठा था, उसकी पत्नी और बहू घर के अंदर सो रही थी. उसी समय 3 हथियारबंद बदमाश घर में घुस आए और उन्होंने अतर सिंह और उसकी पत्नी की कनपटी पर कट्टा अड़ाकर तिजोरी खुलवाई, जिसमें रखे 2 लाख बीस हजार रुपये नकद और सोने-चांदी के जेवर लूट लिए थे. इसके बाद वे पीड़ित अतर सिंह और उसकी पत्नी के हाथ पैर बांध कर फरार हो गए थे, जिसकी जानकारी बाद में पीड़ित ने रौन थाना पुलिस को दी थी.
फरार मास्टरमाइंड पर था 30 हजार का इनाम: इस घटना के बाद पुलिस ने तत्परता दिखाई थी और मामले में की गई जांच के दौरान पता चला कि इस वारदात में घटना को अंजाम देने वाले 3 लोग नहीं बल्कि इसकी प्लानिंग कर पूरी डकैती को अंजाम देने में कुल 6 लोग शामिल थे. पुलिस ने मुखबिर तंत्र की मदद से मामले में जल्द ही 5 आरोपी रवि कटारे, शिवम तोमर, संदीप बाथम, सत्येन्द्र चौहान और सोनू बघेल की गिरफ्तारी कर उन्हें जेल भेज दिया.
बाद में इन आरोपियों से मिली जानकारी में पता चला इस पूरी डकैती की वारदात का मास्टरमाइंड निवसाई के खेरा कछपुरा का रहने वाला रवि कुशवाह नाम का बदमाश है, जो पुलिस की पहुंच से बच निकला था और करीब एक साल से फरार चल रहा था. कई प्रयासों के बाद भी पुलिस इस घटना के मुख्य आरोपी तक पहुंचने में नाकाम रही थी. इसे गिरफ्तार करने की प्राथमिकताओं को देखते हुए पहले पुलिस अधीक्षक द्वारा और फिर चंबल आईजी द्वारा 30 हजार रुपये का इनाम भी इस पर घोषित किया गया था.
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3 राज्यों में दबिश फिर भी पहुंच से दूर था आरोपी: हाल ही में जब अपराधियों की धर पकड़ अभियान के तहत पुलिस ने पुराने केस पर दोबारा काम शुरू किया तो उसमें रौन में हुई डकैती का मामला भी प्राथमिकता में लिया. जिसके लिए भिंड पुलिस अधीक्षक द्वारा 1 विशेष टीम बनाई गई, जिसमें रौन और असवार थाना पुलिस को शामिल किया गया. साथ ही सायबर सेल को भी इस आरोपी की तलाश का जिम्मा सौंपा गया, इस टीम के सभी सदस्यों ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए भिंड, मुरैना, उत्तर प्रदेश के इटावा और राजस्थान के जयपुर समेत कई इलाकों में दबिश दी और अंत में मुखबिर की सूचना पर भिंड के मानगढ़ गांव के पावर हाउस के पास से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की. एसपी ने बताया कि "पुलिस फिलहाल इस आरोपी से पूछताछ कर रही है."
साइबर सेल को जयपुर से मिला था आरोपी का सुराग: सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए साइबर सेल को राजस्थान के जयपुर से क्लू मिला था. दरअसल मास्टरमाइंड आरोपी रवि कुशवाह पर भिंड के अलावा आर्म्स एक्ट का पहले से एक मामला जयपुर में भी दर्ज था, जिसके लिए जयपुर पुलिस भी आरोपी की तलाश में थी. जयपुर पुलिस को जानकारी लगी कि आरोपी रवि कुशवाह के कुछ रिश्तेदार वहीं रहते हैं, ऐसे में जयपुर पुलिस ने रिश्तेदारों पर दबाव बनाया तो उस मामले में आरोपी रवि पुलिस के सामने हाजिर हुआ था. वहीं जयपुर के रिश्तेदारों की जानकारी जब भिंड साइबर सेल की टीम को लगी तो उन्होंने जयपुर पुलिस से सम्पर्क किया, जिसके बाद टीम को आरोपी के भिंड में होने का सुराग मिला. जल्द ही साइबर सेल समेत इस केस की स्पेशल टीम ने मुखबिर तंत्र को एक बार फिर सक्रिय किया और मुखबिर से आरोपी की लोकेशन की जानकारी मिलते ही दबिश देकर उसे धर दबोचा.
आरोपी से लूट का माल बरामद: इस पूरे मामले में पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के साथ ही लूट का सामान और कुछ नकदी भी बरामद की है. पुलिस ने आरोपी से एक जोड़ी चांदी की खड़ाऊ (चप्पल), 5 सोने के पेंडल, चांदी की एक करधौनी, 4 चांदी के सिक्के, 5 जोड़ी चांदी के बिछिया, 24 चांदी के ताबीज, 1 जोड़ी चांदी की पायल, 50 चांदी के कुंदे, 48 तांबे के ताबीज, 5 हजार रुपय कैश और एक 315 बोर का कट्टा और जिंदा राउंड बरामद किया है.