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MP BJP VP Pain Expressed: मंच पर ही रो दिए भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष.. क्या बदलने वाले हैं मेहगांव में भाजपा के समीकरण? - रो दिए भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष

Mukesh Singh Chaturvedi Burst Into Tears: टिकट कटने के बाद आखिर भरे मंच पर भावुक होकर भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष चौधरी मुकेश सिंह चतुर्वेदी रो दिये भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष.. क्या बदलने वाले हैं मेहगांव में भाजपा के समीकरण?

MP BJP Leader Pain Expressed
मंच पर ही रो दिए भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Oct 28, 2023, 2:30 PM IST

मंच पर ही रो दिए भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष

भिंड। मध्यप्रदेश के इस चुनावी सीजन में सियासी पारा दिन ब दिन बदल रहा है, अब तक जो नेता राजनैतिक दलों की धुरी को सम्भाले हुए थे, वे टिकट बंटवारे के बाद घायल सिपाही की तरह डगमगा रहे हैं. बीजेपी-कांग्रेस दोनों ही पार्टियों में मेहमानबाजी देखी जा रही है, लेकिन बीजेपी के वे सिपाही जिन्होंने रातों रात मेहगांव में उपचुनाव की तस्वीर बदल दी थी. वे भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष चौधरी मुकेश सिंह चतुर्वेदी पार्टी से टिकट ना मिलने पर शुक्रवार को भरे मंच पर भावुक हो कर रो दिए.

रातों रात बदले थे बीजेपी के लिये मेहगांव के समीकरण: साल 2020 का उपचुनाव मध्यप्रदेश की राजनीति में ना भूलने वाला निर्वाचन था, प्रदेश की 27 विधानसभाओं में दो सीटें भिंड जिले की भी थी जहां उपचुनाव था. खास फोकस था महगांव सीट पर, जहां से प्रदेश के राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया बीजेपी से चुनाव मैदान में थे और जातिगत समीकरण उनके खिलाफ, चिंता की लकीरें साफ देखी जा रही थी. उस दौरान चुनाव से ठीक पहले भाजपा ने चुनाव जिताने की जिम्मेदारी मेहगांव के पूर्व विधायक चौधरी मुकेश सिंह चतुर्वेदी को दी और रातों रात चौधरी मुकेश सिंह चतुर्वेदी ने तूफानी दौरे कर क्षेत्र में जनता के बीच सभाएं की. चुनाव के दिन लोगों ने मतदान किया और बीजेपी की जीत हुई, इस मेहनत का फल भी मिला. चौधरी मुकेश सिंह चतुर्वेदी कुछ दिनों बाद बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष नियुक्त किए गए, इसके बाद वे लगातार प्रदेश के साथ साथ मेहगांव और भिंड़ जिले की राजनीति और क्षेत्र में भी सक्रिय रहे. माना जा रहा था कि इस बार बीजेपी उन्हें अपना उम्मीदवार बनाएगी, आखिरी समय तक समीकरण और सर्वे उनके पक्ष में बताये जा रहे थे, लेकिन जब लिस्ट आई तो कहीं उनका नाम नजर नहीं आया, समर्थकों में निराशा हताश थी. भाजपा ने एक बार फिर राकेश शुक्ला को बतौर प्रत्याशी चुनाव में उतार दिया और नामांकन के बाद अब वे मेहगांव से बीजेपी के अधिकृत प्रत्याशी हैं.

समर्थकों को संबोधित करते हुए आंसू में झलकी पीड़ा: मेहगांव के बदले समीकरण का असर अब धीरे-धीरे दिखाई दे रहा है और टिकट कटने की नाराजगी भी. शुक्रवार को मेहगांव विधानसभा के पूर्व विधायक और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष चौधरी मुकेश सिंह चतुर्वेदी ने एक निजी गार्डन में दशहरा मिलन समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया था, जहां पर समूची विधानसभा से बड़ी तादाद में उनके समर्थक मौजूद थे. इस दौरान समर्थकों के बीच मंच से बोलते हुए चौधरी मुकेश सिंह चतुर्वेदी भावुक होकर रो दिए. उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद समर्थकों से कहा कि वे उन्हें सबसे अधिक प्रेम करते हैं, उन्होंने घर नहीं देखा, बच्चे नहीं देखे, देखा तो केवल जनता को. उन्होंने रोते हुए कहा कि निर्णय पार्टी का होता तो अधिक खुशी होती लेकिन ये निर्णय व्यक्तियों ने लिया है.

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जिनके लिए लड़े उन्होंने ही किया विश्वासघात: टिकट कटने से आहत हुए चौधरी मुकेश सिंह चतुर्वेदी के समर्थकों ने लगातार उनसे चुनाव लड़ने का दवाब बनाया, लेकिन प्रदेश उपाध्यक्ष चौधरी मुकेश सिंह चतुर्वेदी ने मंच से समर्थकों से साफ लफ्जों में कह दिया कि वे आखरी दम तक भारतीय जनता पार्टी का ही कार्य करेंगे. लेकिन उन्होंने भरे मंच से पार्टी के ही दो लोगों से नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि जिनके लिए उन्होंने समाज और प्रदेश के बड़े नेताओं से विरोध लेकर उनको जिले में शीर्ष मुकाम तक पहुंचाया, आज उन्होंने ही चौधरी मुकेश सिंह चतुर्वेदी के टिकट का विरोध किया. उन्होंने कहा कि "वे लोग अपने लिए टिकट मांग सकते थे लेकिन उन्होंने मांग रखी थी कि पार्टी द्वारा चौधरी मुकेश सिंह चतुर्वेदी को छोड़कर किसी को भी टिकट दे दिया जाए, यह तो गलत बात है. "

इशारों इशारों में क्या संदेश दे गये पूर्व विधायक: मंच से उन्होंने पार्टी पर भी उंगली उठाते हुए कहा कि आप संगठन में व्यक्तिवाद हावी होता जा रहा है, उनका टिकट पार्टी ने नहीं काटा बल्कि व्यक्तिवाद के चलते हुए उन्हें टिकट की लाइन से हटाया गया है. इशारों-इशारों में ही उन्होंने मंच से कहा है कि भगवान श्री राम ने बुराई के प्रतीक रावण का जिस प्रकार वध किया था, आप लोग भी समझ में व्याप्त बुराई का समूल रूप से अंत कर राख में मिला दें.

मंच पर ही रो दिए भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष

भिंड। मध्यप्रदेश के इस चुनावी सीजन में सियासी पारा दिन ब दिन बदल रहा है, अब तक जो नेता राजनैतिक दलों की धुरी को सम्भाले हुए थे, वे टिकट बंटवारे के बाद घायल सिपाही की तरह डगमगा रहे हैं. बीजेपी-कांग्रेस दोनों ही पार्टियों में मेहमानबाजी देखी जा रही है, लेकिन बीजेपी के वे सिपाही जिन्होंने रातों रात मेहगांव में उपचुनाव की तस्वीर बदल दी थी. वे भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष चौधरी मुकेश सिंह चतुर्वेदी पार्टी से टिकट ना मिलने पर शुक्रवार को भरे मंच पर भावुक हो कर रो दिए.

रातों रात बदले थे बीजेपी के लिये मेहगांव के समीकरण: साल 2020 का उपचुनाव मध्यप्रदेश की राजनीति में ना भूलने वाला निर्वाचन था, प्रदेश की 27 विधानसभाओं में दो सीटें भिंड जिले की भी थी जहां उपचुनाव था. खास फोकस था महगांव सीट पर, जहां से प्रदेश के राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया बीजेपी से चुनाव मैदान में थे और जातिगत समीकरण उनके खिलाफ, चिंता की लकीरें साफ देखी जा रही थी. उस दौरान चुनाव से ठीक पहले भाजपा ने चुनाव जिताने की जिम्मेदारी मेहगांव के पूर्व विधायक चौधरी मुकेश सिंह चतुर्वेदी को दी और रातों रात चौधरी मुकेश सिंह चतुर्वेदी ने तूफानी दौरे कर क्षेत्र में जनता के बीच सभाएं की. चुनाव के दिन लोगों ने मतदान किया और बीजेपी की जीत हुई, इस मेहनत का फल भी मिला. चौधरी मुकेश सिंह चतुर्वेदी कुछ दिनों बाद बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष नियुक्त किए गए, इसके बाद वे लगातार प्रदेश के साथ साथ मेहगांव और भिंड़ जिले की राजनीति और क्षेत्र में भी सक्रिय रहे. माना जा रहा था कि इस बार बीजेपी उन्हें अपना उम्मीदवार बनाएगी, आखिरी समय तक समीकरण और सर्वे उनके पक्ष में बताये जा रहे थे, लेकिन जब लिस्ट आई तो कहीं उनका नाम नजर नहीं आया, समर्थकों में निराशा हताश थी. भाजपा ने एक बार फिर राकेश शुक्ला को बतौर प्रत्याशी चुनाव में उतार दिया और नामांकन के बाद अब वे मेहगांव से बीजेपी के अधिकृत प्रत्याशी हैं.

समर्थकों को संबोधित करते हुए आंसू में झलकी पीड़ा: मेहगांव के बदले समीकरण का असर अब धीरे-धीरे दिखाई दे रहा है और टिकट कटने की नाराजगी भी. शुक्रवार को मेहगांव विधानसभा के पूर्व विधायक और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष चौधरी मुकेश सिंह चतुर्वेदी ने एक निजी गार्डन में दशहरा मिलन समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया था, जहां पर समूची विधानसभा से बड़ी तादाद में उनके समर्थक मौजूद थे. इस दौरान समर्थकों के बीच मंच से बोलते हुए चौधरी मुकेश सिंह चतुर्वेदी भावुक होकर रो दिए. उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद समर्थकों से कहा कि वे उन्हें सबसे अधिक प्रेम करते हैं, उन्होंने घर नहीं देखा, बच्चे नहीं देखे, देखा तो केवल जनता को. उन्होंने रोते हुए कहा कि निर्णय पार्टी का होता तो अधिक खुशी होती लेकिन ये निर्णय व्यक्तियों ने लिया है.

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इशारों इशारों में क्या संदेश दे गये पूर्व विधायक: मंच से उन्होंने पार्टी पर भी उंगली उठाते हुए कहा कि आप संगठन में व्यक्तिवाद हावी होता जा रहा है, उनका टिकट पार्टी ने नहीं काटा बल्कि व्यक्तिवाद के चलते हुए उन्हें टिकट की लाइन से हटाया गया है. इशारों-इशारों में ही उन्होंने मंच से कहा है कि भगवान श्री राम ने बुराई के प्रतीक रावण का जिस प्रकार वध किया था, आप लोग भी समझ में व्याप्त बुराई का समूल रूप से अंत कर राख में मिला दें.

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