भिंड। लोग अपनी मेहनत का पैसा बैंक के हवाले करते हैं. जिससे उनकी राशि सुरक्षित उनके खातों में रहे और जरूरत के समय उसे निकाला जा सके. कई बार आपने बैंक में भी पैसा जमा करने से पहले या निकालने के बाद चोरी की खबरें सुनी होंगी, लेकिन क्या हो अगर कोई चेक के जरिए आपका अकाउंट खाली कर दे. भिंड में एक अंतर्राज्यीय चोर गिरोह ने बैंक कर्मचारियों की आंखों में धूल झोंककर ना सिर्फ़ चेक चुराये बल्कि उन चेक के खाताधारकों की पहचान चुराकर उन्हें कैश भी करा लिया. भिंड पुलिस ने इस गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर उनसे कैश कराई गई रक़म बरामद कर ली है.
बैंक काउंटर से चोरी हुआ था 8 लाख का चेक : जानकारी के मुताबिक़ हफ्ते भर पहले भिंड के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के मैनेजर आनंद कुमार ने भिंड शहर कोतवाली पहुँच कर पुलिस में शिकायत की थी कि दो चोरों ने बैंक के कर्मचारियों को झाँसा दे कर बैंक काउंटर से 8 लाख रुपय का चेक चुरा ले गये है. जिसकी FIR दर्ज कर पुलिस ने तफ़तीश शुरू कर दी थी. वहीं 7 फरवरी को शहर की सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया के खाताधारक राघवेंद्र शर्मा भी शहर कोतवाली पहुँचे, जिन्होंने शिकायत दर्ज कराई कि बैंक से किसी ने उनका 1 लाख 10 हजार रुपये का चेक चोरी कर उससे कैश का भुगतान करा लिया है. दोनों ही मामले सामने आने के बाद पुलिस ने सभी बैंकों से सम्पर्क कर अधिकारियों से संदिग्ध लोगों पर निगरानी रखने की सलाह दी. साथ ही कोतवाली टीआई रवींद्र शर्मा ने दोनों बैंकों में हुए घटनाक्रम के सीसीटीवी फ़ुटेज इकट्ठा किए. उनसे आरोपियों की पहचान कर सभी बैंकों के पास अपने मुखबिर तैनात कर दिये. वहीं सिविल ड्रेस में कुछ पुलिसकर्मियों की तैनाती की.
पहले दो दबोचे, फिर तीसरे को धरा : पुलिस ने बताया कि लगातार बैंकों की निगरानी के दौरान मुखबिर तंत्र की सूचना और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के कर्मचारियों की सतर्कता के चलते चेक चुराने वाले दो आरोपी पकड़े गए. जब उनसे मामले की पूछताछ की गई तो आरोपियों ने अपना अपराध क़बूल करते हुए बताया कि उन्होंने ही यूनियन बैंक से 8 लाख रुपये का चेक चुराया था. साथ ही सेंट्रल बैंक के खाताधारक राघवेंद्र शर्मा का 1 लाख 10 हज़ार रुपय का चेक चुराकर उसका भुगतान कराने की वारदात भी स्वीकार की. आरोपियों ने बताया कि उनका एक और साथी भी है जो शहर के बाहर डिड़ी गाँव पर एक ढाबे पर कार के साथ खड़ा है. बैंक से चुराया 8 लाख का चेक भी उसी कार में मौजूद है.आरोपियों से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने बताए गए स्थान पर दबिश दी और तीसरे आरोपी को गिरफ्तार कर चेक भी बरामद कर लिया, साथ ही फरियादी राघवेंद्र के चेक से हुए भुगतान की पूरी रक़म भी कार से जब्त हुई.
यूपी के रहने वाले हैं चोर : चोरी के तीनों आरोपी उत्तरप्रदेश के निवासी हैं. आरोपियों के नाम महेंद्र पाल जाटव निवासी ग्राम जिरोनिया पीलीभीत, परवेश सिंह निवासी ग्राम काला खेड़ा जिला अमरोहा, और मुकेश कुमार वर्मा निवासी ग्राम इकहरा जिला पीलीभीत हैं इनके गिरोह का मास्टरमाइंड महेंद्र पाल है जो अब ख़ुद भिंड पुलिस की हिरासत में है. पूछताछ में यह बात भी सामने आयी है कि इससे पहले ये चोर गिरोह मुरैना ज़िले में भी 3 लाख 90 हजार का चुना इसी तरह लग चुके हैं. साथ ही ग्वालियर में भी बैंकों में इसी तरह वारदातों को अंजाम दिया है.
Damoh Crime News: अंतरराज्यीय चोर गिरोह के 5 सदस्य धरे गये, भाड़े के लोगों से कराते थे चोरी
इस तरह देते थे वारदात को अंजाम : भिंड के एडिशनल एसपी कमलेश कुमार के अनुसार तीनों आरोपी दूरदराज के इलाक़ों में बैंक को निशाना बनाते थे. तीन में से दो लोग बैंक में घुसकर पहले रैकी करते थे माहौल और सुरक्षा समझने के बाद काउंटर से झाँसा देकर सेल्फ-पे चेक चुरा लेते थे. इस दौरान तीसरा साथी बैंक के पास ही फोर व्हीलर लेकर तैयार खड़ा रहता था इसके बाद बैंक से निकल कर तीनों मौक़े से फरार हो जाते थे और कुछ समय में जिस व्यक्ति के नाम का चेक होता था उसके नाम का फ़र्ज़ी आधार कार्ड बनवा कर कुछ समय बाद उस चोरी लिए चेक से भुगतान करा लेते थे और उस शहर से फरार हो जाते थे.