भिंड। मध्य प्रदेश के भिंड जिले में बूथ कैप्चर होने के चलते विधानसभा चुनाव में पुनर्मतदान की स्थिति निर्मित हुई है और इसके लिए जिम्मेदार कर्मचारियों पर प्रशासन का डंडा चल गया है. किशुपुरा मतदान केंद्र में निर्वाचन ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले चारों कर्मचारियों के निलंबन के आदेश जारी कर दिए गए हैं. चुनाव आयोग आज 21 नवंबर को भिंड जिले की अटेर विधानसभा सीट के किशुपुरा मतदान केंद्र 71 पर पुनर्मतदान करा रहा है.
मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को हुआ था मतदान: बीते 17 नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव के मतदान में प्रदेश के भिंड जिले के अटेर विधानसभा क्षेत्र में मतदान केंद्र क्रमांक 71 (किशुपुरा न.3) पर असामाजिक तत्वों द्वारा बूथ कैप्चरिंग कर निर्वाचन प्रक्रिया प्रभावित की गई थी जिसका एक वीडियो भी सामने आया था. इस वीडियो में एक ही व्यक्ति द्वारा वोट डाले जा रहे थे. इसके बाद बीजेपी की शिकायत और चुनाव ऑब्जर्वर की रिपोर्ट के आधार पर चुनाव आयोग ने पूरे प्रदेश में इसी एक मात्र पोलिंग सेंटर पर पुनर्मतदान का फैसला लिया गया.
तीन कर्मचारियों को निलंबित कर मुख्यालय अटैच किया: इस पूरे मामले को लेकर भिंड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने किशुपुरा मतदान केंद्र 71 पर मतदान प्रक्रिया पूरी कराने गये मतदान दल के तीन कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है, साथ ही एक कर्मचारी का निलंबन प्रस्ताव चंबल कमिश्नर को भेजा है. इन आदेश के तहत मतदान दल के पीठासीन अधिकारी सतीश कुमार सिंह (माध्यमिक शिक्षक, शासकीय कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय, मौ) के साथ ही योगेन्द्र सिंह बंसल (प्राथमिक शिक्षक, शा. उत्कृष्ट उमावि, गोहद) और पंकज जयंत (मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भिंड) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. साथ ही निलंबन अवधि में उन्हें भिड़ जिला मुख्यालय पर अटैच कर दिया है.
आयुक्त को भेजा निलंबन प्रस्ताव: निलंबित कर्मचारियों के अलावा किशुपुरा के सेक्टर ऑफिसर राहुल शर्मा (सहायक प्राध्यापक, शा.कन्या महाविद्यालय) पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए इस घटना के संबंध में जानकारी न देने और मतदान प्रक्रिया में गड़बड़ी को लेकर आयुक्त को पत्र लिखकर निलंबन प्रस्ताव भेजा है, जिसमें राहुल शर्मा के खिलाफ आयुक्त द्वारा अनुशासनात्मक कार्रवाई किए जाने का प्रस्ताव रखा गया है.