भिंड। मध्य प्रदेश में शासकीय कर्मचारियों और अधिकारियों की सेवानिवृत्ति से पहले मिलने वाली पुरानी पेंशन व्यवस्था को बहाल करने की लगातार मांग होती रही है. इसी क्रम में मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह ने सीएम शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करने की मांग की है. दरअसल न्यू मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन संघ द्वारा लगातार ओल्ड पेंशन स्कीम (ओपीएस) की मांग को लेकर कई बार ज्ञापन सौंपा जा चुके हैं. इसी क्रम में हाल ही में इस संगठन के पदाधिकारियों ने पूर्व मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह से को भी ज्ञापन सौंपकर उनकी मांग ऊपर पहुंचने की बात की थी. उनकी इस मांग को लेकर पूर्व मंत्री ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करने के लिए निवेदन किया है.
पूर्व मंत्री ने लिखा सीएम को पत्र
सीएम को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है कि एक अप्रैल 2005 के बाद नियुक्त किए गए सभी विभागों के लाखों कर्मचारियों-अधिकारियों को न्यू पेंशन स्कीम, जो की अंशदाई शेयर बाजार आधारित है मैं शामिल किया गया है जिसमें 500 से 1000 तक की कुल पेंशन मिलती है. यह पेंशन व्यवस्था वृद्धावस्था पेंशन से भी कम है. इतनी कम पेंशन में सेवानिवृत्त होने के बाद शासकीय सेवक अपना और अपने परिवार का कैसे जीवन निर्वहन कर सकता है. उन्होंने आगे लिखा केस स्कीम से मध्य प्रदेश शासन के कर्मचारी और अधिकारी संगठनों में भयंकर रोष, आक्रोश है और उनका यह आक्रोश जायाज भी है. उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज से आग्रह करते हुए कहा कि न्यू पेंशन स्कीम को तुरंत निरस्त कर पुरानी पेंशन स्कीम को बहाल करने के आदेश जारी करने का कष्ट करें.
पत्र में डॉक्टर गोविंद सिंह ने मुख्यमंत्री से चेतावनी भरे लहजे में यह बात भी रखी है कि अगर मध्य प्रदेश शासन के कर्मचारियों और अधिकारियों के जायज हक को बहाल करने नहीं किया गया तो ओ पी एस बहाल कराने के लिए वह उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष करने को मजबूर होंगे.
पेंशन संघ कर रहा है NPS रद्द करने की मांग
बता दें कि इससे पहले भी शासकीय कर्मचारी और अधिकारियों की सेवानिवृत्ति से पहले मिलने वाली पुरानी पेंशन व्यवस्था को लागू करवाने की मांग उठती रही है. इस पेंशन को बहाल कराने के लिए न्यू मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन संघ मध्य प्रदेश के पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट और स्थानीय विधायक को ज्ञापन सौंपे थे लेकिन अब तक किसी तरह का सकारात्मक रुक सरकार की ओर से उन्हें नहीं मिला है. जिसको लेकर अब उन्होंने विपक्ष का भी दरवाजा खटखटाया है. जिसके तहत डॉक्टर गोविंद सिंह ने सीएम को पत्र लिखकर भविष्य के आंदोलन से आगाह किया है.