भिंड। जिले से करीब 50 किलोमीटर दूर दंदरौआ धाम में विराजे भगवान हनुमान, डॉक्टर हनुमान के नाम से प्रसिद्ध हैं. लोगों का मानना है कि. यह डॉक्टर हनुमान की ही कृपा है जो कोरोना वायरस का संक्रमण अब तक जिले में नहीं पहुंचा है.
दंदरौआ धाम के गेट पर इन दिनों भक्तों के लिए ताला लगा हुआ है, जिसका कारण है कोरोना वायरस. मंदिर ट्रस्ट शासन के निर्देशों भी का पालन कर रहा है. भक्तों को पहले ही निर्देशित कर दिया गया है कि, लॉकडाउन के समय में उनके स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए मंदिर बंद रहेगा. मंदिर के बंद होने के बाद भी डॉक्टर हनुमान की कृपा अपने तमाम श्रद्धालुओं पर है, इसका एक बड़ा उदाहरण है कोरोना वायरस का भिंड जिले में ना पहुंच पाना.
क्यों है भगवान हनुमान, 'डॉक्टर'
इस मंदिर की खास बात यह है कि, यहां हजारों भक्त अपनी बीमारियों खासकर कैंसर का इलाज कराने आते हैं. श्रद्धालुओं का दर्द दूर करने वाले हनुमान जी को पहले दर्द हरौआ कहा जाता था, जो कि अपभ्रंश होकर दंदरौआ हो गया.
क्या है मान्याता
ऐसी मान्यता है कि, इस मंदिर में भगवान हनुमान स्वयं अपने एक भक्त का इलाज करने डॉक्टर बनकर यहां आए थे. दंदरौआ धाम के महंत बताते हैं कि, हनुमान जी जिसका इलाज करने आए थे वह एक साधु था, जिसे लंबे समय से कैंसर की बीमारी थी. उसे हनुमान जी ने एक डॉक्टर के वेश में मंदिर में ही दर्शन दिए थे. जिसके बाद साधु पूरी तरह स्वस्थ हो गया था. श्रद्धालुओं का मानना है कि, डॉक्टर हनुमान के पास सभी प्रकार के रोगों का कारगर इलाज है.
यहां नृत्य मुद्रा में है भगवान हनुमान
दंदरौआ धाम के डॉक्टर हनुमान के मंदिर में हनुमान जी का एक हाथ कमर पर है और एक हाथ सर पर है. यह नृत्य मुद्रा में है, उनका चेहरा भी वानर के स्थान पर बाला के रूप में है. उनकी गदा उनके हाथ के बजाय उनके पास में रखी हुई है. उनका स्वरूप विग्रह वात्सल्य भाव को दर्शाता है.
कोरोना के लिए सरकार ने भी खटखटाया दरवाजा
कोरोना वायरस से बचाव के लिए सरकार ने भी डॉक्टर हनुमान का दरवाजा खटखटाया है. मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने हाल ही में दंदरौआ धाम में हवन करवाया है. इस बात की जानकारी देते हुए दंदरौआ धाम के महंत ने बताया कि, नरेंद्र सिंह तोमर और उनका परिवार डॉक्टर हनुमान के बहुत बड़े भक्त हैं और जब उन्हें पता चला कि कोरोना महामारी के लिए मंदिर में हवन चल रहा है, तो उन्होंने हवन को निरंतर जारी रखने के लिए निवेदन किया.