भिंड। राजनीति में नेताओं के बयान अक्सर सुर्खियां बटोर लेते हैं. मध्यप्रदेश में इस तरह के नजारे कई बार देखे गए हैं, जहां राजनीतिक पार्टियां एक दूसरे पर तंज कसने में कोर कसर नहीं छोड़ती, लेकिन इस बार बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय लड़कियों के कपड़ों को लेकर दिए बयान के बाद कांग्रेस के निशाने पर हैं. पहले पूर्व सीएम कमलनाथ और अब नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह ने विजयवर्गीय और बीजेपी पर निशाना साधा है.
सबक के लिए करवाई करे प्रशासन: नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय के बयान की निंदा करते हुए कहा "भारतीय जनता पार्टी के नेता सत्ता के नशे में चूर हैं. कैलाश विजयवर्गीय जैसे वरिष्ठ नेता इतने निम्न स्तर पर जाकर माताओं बहनों का अपमान कर रहे हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद को प्रदेश की महिलाओं और बेटियों को मामा होने के नारे देते हैं, इसके बावजूद उनके ही नेता इस तरह का बयान देते दिखाई दे रहे हैं जो बेहद निंदनीय है. सनातन धर्म में हम बेटियों को माता का स्वरूप मानते हुए नवदुर्गा की देवी के रूप में पूजा करते हैं, लेकिन इस तरह के बयान से बीजेपी उनका अपमान कर रही है. विजयवर्गीय के खिलाफ प्रशासन को कार्रवाई करना चाहिए जिससे इस तरह की अभद्रता करने वाले राजनेताओं को सबक मिल सके."
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पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी साधा था निशाना: कैलाश विजयवर्गीय के इस बयान पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी ट्वीट कर तंज कसा था. उन्होंने लिखा था कि "मध्य प्रदेश जैसे देश के हृदय प्रदेश में बीजेपी ने महिलाओं का अपमान और उत्पीड़न करने की कसम खा ली है. भाजपा के एक नेता ने हमारी बेटियों के वस्त्रों के बारे में अत्यंत शर्मनाक टिप्पणी की और उन्हें शूर्पणखा कहा, शिवराज जी की सरकार में पिछले 18 साल से प्रदेश महिला उत्पीड़न में पूरे देश में नंबर वन हो चुका है. महिलाओं का अपमान करना, उनका उत्पीड़न करना और उनके बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करना भाजपा की पहचान बनता जा रहा है. मैं देश की माताओं, बहनों और बेटियों से निवेदन करता हूं कि वे अपने अधिकारों की लड़ाई में आगे आएं कांग्रेस पार्टी उनके अधिकारों के संघर्ष में उनके साथ खड़ी है."
लड़कियों के कपड़ों पर की थी टिप्पणी: हाल ही में इंदौर के हनुमान जयंती के दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें वे कह रहे हैं कि "जब कभी रात में मेरा सड़कों से निकलना होता है तो पढ़ी-लिखी लड़कियों को मैं नशे में डूबा देखता हूं. इतना ही नहीं आजकल कई लड़कियां इतने गंदे कपड़े पहनकर सड़कों पर निकलती हैं कि जिन्हें देखकर शर्म आ जाए. अपन महिलाओं को देवी बोलते हैं, लेकिन उनमें देवी का रूप नहीं दिखता, बिलकुल शूपर्णखा लगती हैं."