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6000 कमाने वाले को 3.5 करोड़ रूपए टैक्स जमा करने का मिला नोटिस

भिंड में 6 हजार रुपए की नौकरी करने वाले रवि गुप्ता नाम के एक युवक को तब झटका लगा, जब उसके पास 3 करोड़ 49 लाख रुपए का इनकम टैक्स भरने का नोटिस आया, इसे देखकर उसके होश फाख्ता हो गए.

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6 हजार की सैलरी वाले को मिला तीन करोड़ का नोटिस
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Published : Jan 16, 2020, 3:02 PM IST

Updated : Jan 16, 2020, 4:23 PM IST

भिंड। जिले के मिहोना निवासी रवि गुप्ता वर्तमान में लुधियाना की एक कंपनी में काम करते हैं, जिनकी सैलरी 6 हजार रुपए है, लेकिन अचानक मिले इनकम टैक्स के नोटिस से वह सदमे में हैं, क्योंकि मुम्बई के मलाड में स्थित एक प्राइवेट बैंक में उनके नाम पर खुले एक प्रॉपराइटर अकाउंट में 132 करोड़ का लेनदेन दिखाते हुए आयकर विभाग ने करीब 3 करोड़ 49 लाख रुपए का टैक्स भरने का नोटिस थमाया है.

6 हजार की सैलरी वाले को मिला तीन करोड़ का नोटिस

नोटिस में बताया गया कि साल 2011 में रवि गुप्ता के नाम से मुम्बई की एक प्राइवेट बैंक के बिज़नेस अकाउंट से 132 करोड़ रुपए का ट्रांजैक्शन किया गया था, जिसका उसे 3 करोड़ 49 लाख टैक्स भरना है. 6 हजार रुपए महीने कमाने वाले रवि को मिले इस नोटिस वह हैरान रह गया.

बैंक में किए गए फर्जी हस्ताक्षर

रवि ने बताया कि मुम्बई में साल 2011-12 में उसे प्रोपराइटर बताते हुए टिया ट्रेडर्स के नाम पर फर्जी खाता खोला गया, जिसका पैनकार्ड और मिलते-जुलते हस्ताक्षर भी किए गए. इस खाते में करीब 132 करोड़ रुपए का ट्रांजैक्शन किया गया, जबकि उस वक्त वह इंदौर में एक प्राइवेट फर्म में 6 हजार रुपए महीने पर नौकरी करता था. वह कभी मुंबई गया तक नहीं.

लगातार मिल रहे थे आयकर विभाग के नोटिस

30 मार्च 2019 को इस मामले में रवि गुप्ता को पहला नोटिस मिला, लेकिन जब उसे लगातार नोटिस मिले, तो उसने मामले की जांच की. पुलिस में भी मामले की शिकायत की, लेकिन हर बार बहला दिया जाता था कि घटना मुंबई की है, इसलिए इसकी शिकायत वहीं कराइए, जबकि क्राइम ब्रांच ने यह कहकर मामले की जांच से इंकार कर दिया है कि यह मामला आयकर विभाग से जुड़ा हुआ है, इसलिए आयकर विभाग ही इसकी जांच करेगा.

रवि ने जब खुद से मामले का पता लगाया, तो बैंक में जो खाता खोला गया वह मेहुल चौकसी के नाम पर रजिस्टर्ड है. उसी जगह इनकी कई कंपनियों की रजिस्टर मिली. जिसके बाद लगातार शिकायतों को लेकर रवि गुप्ता ने एमपी साइबर सेल, महाराष्ट्र पुलिस और आरबीआई को की है, लेकिन अब तक कहीं कोई कार्रवाई नहीं की गई है.

भिंड। जिले के मिहोना निवासी रवि गुप्ता वर्तमान में लुधियाना की एक कंपनी में काम करते हैं, जिनकी सैलरी 6 हजार रुपए है, लेकिन अचानक मिले इनकम टैक्स के नोटिस से वह सदमे में हैं, क्योंकि मुम्बई के मलाड में स्थित एक प्राइवेट बैंक में उनके नाम पर खुले एक प्रॉपराइटर अकाउंट में 132 करोड़ का लेनदेन दिखाते हुए आयकर विभाग ने करीब 3 करोड़ 49 लाख रुपए का टैक्स भरने का नोटिस थमाया है.

6 हजार की सैलरी वाले को मिला तीन करोड़ का नोटिस

नोटिस में बताया गया कि साल 2011 में रवि गुप्ता के नाम से मुम्बई की एक प्राइवेट बैंक के बिज़नेस अकाउंट से 132 करोड़ रुपए का ट्रांजैक्शन किया गया था, जिसका उसे 3 करोड़ 49 लाख टैक्स भरना है. 6 हजार रुपए महीने कमाने वाले रवि को मिले इस नोटिस वह हैरान रह गया.

बैंक में किए गए फर्जी हस्ताक्षर

रवि ने बताया कि मुम्बई में साल 2011-12 में उसे प्रोपराइटर बताते हुए टिया ट्रेडर्स के नाम पर फर्जी खाता खोला गया, जिसका पैनकार्ड और मिलते-जुलते हस्ताक्षर भी किए गए. इस खाते में करीब 132 करोड़ रुपए का ट्रांजैक्शन किया गया, जबकि उस वक्त वह इंदौर में एक प्राइवेट फर्म में 6 हजार रुपए महीने पर नौकरी करता था. वह कभी मुंबई गया तक नहीं.

लगातार मिल रहे थे आयकर विभाग के नोटिस

30 मार्च 2019 को इस मामले में रवि गुप्ता को पहला नोटिस मिला, लेकिन जब उसे लगातार नोटिस मिले, तो उसने मामले की जांच की. पुलिस में भी मामले की शिकायत की, लेकिन हर बार बहला दिया जाता था कि घटना मुंबई की है, इसलिए इसकी शिकायत वहीं कराइए, जबकि क्राइम ब्रांच ने यह कहकर मामले की जांच से इंकार कर दिया है कि यह मामला आयकर विभाग से जुड़ा हुआ है, इसलिए आयकर विभाग ही इसकी जांच करेगा.

रवि ने जब खुद से मामले का पता लगाया, तो बैंक में जो खाता खोला गया वह मेहुल चौकसी के नाम पर रजिस्टर्ड है. उसी जगह इनकी कई कंपनियों की रजिस्टर मिली. जिसके बाद लगातार शिकायतों को लेकर रवि गुप्ता ने एमपी साइबर सेल, महाराष्ट्र पुलिस और आरबीआई को की है, लेकिन अब तक कहीं कोई कार्रवाई नहीं की गई है.

Intro:भिण्ड में एक युवक तब झटका लगा जब उसके पास करीब साढ़े तीन करोड़ रुपये का इनकम टैक्स भरने का नोटिस आया, इस नोटिस में बताया गया के साल 2011- 12 मुम्बई की एक प्रिवेट बैंक में रवि गुप्ता नाम के बंदे के बिज़नेस अकाउंट में 132 करोड़ रुपये के ट्रांजेक्शन हुए हैं। जबकि उस समय रवि की सैलरी मात्र 7 हज़ार रुपये थी।Body:दरअसल भिण्ड के मिहोना निवासी रवि गुप्ता वर्तमान में लुधियाना की एक कंपनी में काम करते हैं सेलरी भी 40 हज़ार रुपये के आस पास है। लेकिन अचानक मिले इनकम टैक्स के नोटिस से वह सदमे हैं क्योंकि मुम्बई के मलाड में स्थित एक प्राइवेट बैंक में उनके नाम पर खुले एक प्रोपराइटर अकाउंट में 132 करोड़ का लेनदेन दर्शाते हुए आयकर विभाग ने करीब 3 करोड़ 49 लाख रुपये का टैक्स भरने का नोटिस थमाया है। रवि ने बताया कि मुम्बई में साल 2011-12 में उसे प्रोपराइटर बताते हुए टिया ट्रेडर्स के नाम पर फर्जी खाता खोला गया। जहां उसका पैनकार्ड और मिलते जुलते हस्ताक्षर भी किये गए। और इस खाते में करीब 132 करोड़ रुपये का ट्रांसेक्शन किया गया। जबकि उस वक्त वह इंदौर में एक प्राइवेट फर्म में 7 हज़ार रुपये महीना पर नौकरी करता था, वह कभी मुम्बई ही नही गया । उसे इस स्कैम की जानकारी तक नही थी।

30 मार्च 2019 को इस संबंध में रवि गुप्ता को पहला नोटिस मिला। चूंकि उसे लगा के संबंधित साल 2011- 12 में उसका खाता ट्रांसेक्शन और सैलरी टैक्सेबल नही है इसलिए उसने जवाब नही दिया लेकिन कुछ दिन बाद उसे दूसरा नोटिस भी मिला, लेकिन उस वक़्त वह कलकत्ता में था। जहां छुट्टी न मिल पाने की वजह से वह आयकर विभाग तक नही पहुचा। लगातार मिल रहे नोटिस के बाद उसने मामले की जांच की और आयकर और पुलिस विभाग में उस खाते से कोई संबंध न होने की जानकारी दी। लेकिन पुलिस में शिकायत करने पर हर बार बहला दिया जाता कि मुम्बई घटना स्थल है तो शिकायत वही होगी कोई कहता आप उस वक़्त इंदौर रहते थे तो वही इस तरह किसी ने कोई कंप्लेंट नही लिखी उसके बाद एमपी पुलिस वेबसाइट के जरिये ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नही हुई है।Conclusion:जब अपने स्तर से रवि ने पता लगाया तो बैंक में जिस पाते पर खाता खोला गया वह मेहुल चौकसी के नाम पर रजिस्टर्ड है उसी जगह इनकी कई कंपनियां रजिस्टर मिली। जिसके बाद लागटर के शिकायते मामले को लेकर रवि गुप्ता ने एमपी साइबर सेल, महाराष्ट्र पुलिस, और आरबीआई को की है लेकिन कहीं कोई करवाई नही की जा रही है। उन्होंने मांग की है कि इस मामले की जांच भारत सरकार सीबीआई द्वारा कराए। साथ ही सवाल खड़े किए है कि बैंक प्रबंधन ने बिना वेरिफिकेशन, बिना परमानेंट एड्रेस, बिना निजी जानकारी के किस तरह से खाता खोला।

बाइट- रवि गुप्ता, पीड़ित
Last Updated : Jan 16, 2020, 4:23 PM IST
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