भिंड। जिले के मिहोना निवासी रवि गुप्ता वर्तमान में लुधियाना की एक कंपनी में काम करते हैं, जिनकी सैलरी 6 हजार रुपए है, लेकिन अचानक मिले इनकम टैक्स के नोटिस से वह सदमे में हैं, क्योंकि मुम्बई के मलाड में स्थित एक प्राइवेट बैंक में उनके नाम पर खुले एक प्रॉपराइटर अकाउंट में 132 करोड़ का लेनदेन दिखाते हुए आयकर विभाग ने करीब 3 करोड़ 49 लाख रुपए का टैक्स भरने का नोटिस थमाया है.
नोटिस में बताया गया कि साल 2011 में रवि गुप्ता के नाम से मुम्बई की एक प्राइवेट बैंक के बिज़नेस अकाउंट से 132 करोड़ रुपए का ट्रांजैक्शन किया गया था, जिसका उसे 3 करोड़ 49 लाख टैक्स भरना है. 6 हजार रुपए महीने कमाने वाले रवि को मिले इस नोटिस वह हैरान रह गया.
बैंक में किए गए फर्जी हस्ताक्षर
रवि ने बताया कि मुम्बई में साल 2011-12 में उसे प्रोपराइटर बताते हुए टिया ट्रेडर्स के नाम पर फर्जी खाता खोला गया, जिसका पैनकार्ड और मिलते-जुलते हस्ताक्षर भी किए गए. इस खाते में करीब 132 करोड़ रुपए का ट्रांजैक्शन किया गया, जबकि उस वक्त वह इंदौर में एक प्राइवेट फर्म में 6 हजार रुपए महीने पर नौकरी करता था. वह कभी मुंबई गया तक नहीं.
लगातार मिल रहे थे आयकर विभाग के नोटिस
30 मार्च 2019 को इस मामले में रवि गुप्ता को पहला नोटिस मिला, लेकिन जब उसे लगातार नोटिस मिले, तो उसने मामले की जांच की. पुलिस में भी मामले की शिकायत की, लेकिन हर बार बहला दिया जाता था कि घटना मुंबई की है, इसलिए इसकी शिकायत वहीं कराइए, जबकि क्राइम ब्रांच ने यह कहकर मामले की जांच से इंकार कर दिया है कि यह मामला आयकर विभाग से जुड़ा हुआ है, इसलिए आयकर विभाग ही इसकी जांच करेगा.
रवि ने जब खुद से मामले का पता लगाया, तो बैंक में जो खाता खोला गया वह मेहुल चौकसी के नाम पर रजिस्टर्ड है. उसी जगह इनकी कई कंपनियों की रजिस्टर मिली. जिसके बाद लगातार शिकायतों को लेकर रवि गुप्ता ने एमपी साइबर सेल, महाराष्ट्र पुलिस और आरबीआई को की है, लेकिन अब तक कहीं कोई कार्रवाई नहीं की गई है.