भिंड। भारतीय वायुसेना के एक लड़ाकू हेलीकॉप्टर की भिंड जिले में इमरजेंसी लैंडिंग करायी गई है. इस विमान ने एयरफोर्स के ग्वालियर बेस से उड़ान भरी थी, लेकिन भिंड जिले से गुजरते समय बीहड़ों में इसकी आपात लैंडिंग करायी गई, हालांकि ये स्थिति क्यों बनी इस संबंध में अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. जानकारी के मुताबिक भारतीय वायु सेना का लैंड हुआ हेलीकॉप्टर अपाचे अटैक एएच 64 हेलीकॉप्टर है. जो बेहद खतरनाक और लड़ाकू विमान है. इस हेलीकॉप्टर ने आज सुबह ग्वालियर एयरफोर्स बेस से उड़ान भरी थी लेकिन करीब 9:30 बजे अचानक यह हेलीकॉप्टर भिंड जिले के नयागांव थाना इलाके के बीहड़ों में जखमोली गांव के पास इमरजेंसी लैंड कराया गया, जिस समय यह लैंड हुआ उस समय हेलीकॉप्टर में वायुसेना के दो पायलट मौजूद थे.
रूटीन ट्रेनिंग के लिए उड़ान भर रहे थे चार हेलीकॉप्टर: अब तक मिली जानकारी के अनुसार भारतीय वायुसेना के चार हेलीकॉप्टर सोमवार सुबह ग्वालियर एयर बेस से रूटीन ऑपरेशनल ट्रेनिंग के लिए उड़े थे. जब ये भिंड जिले की सीमा में नयागांव थाना क्षेत्र के जखमौली गांव पर थे तभी आसमान में उड़ान भर रहे अपाचे AH-64 लड़ाकू हेलीकॉप्टर में कुछ तकनीकी खराबी आयी थी, इस पर दोनों पायलट ने सूझबूझ के साथ हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग कर सुरक्षित उतारा. लोगों से बातचीत में पता चला की हेलीकॉप्टर में मौजूद दोनों पायलेट में से एक का नाम अजय त्रिपाठी और वहीं दूसरा पायलेट भिंड के ही किटी गांव का निवासी बताया जा रहा है.
मौके पर ही किया गया सुधार कार्य: मौके पर पहुंची वायुसेना की टेक्निकल टीम हेलीकॉप्टर सुधार के काम में जुटी हुई है. मौके पर मिली जानकारी के अनुसार हेलीकॉप्टर के ब्लेड्स में कुछ खराबी है. काफी मशक्कत के बाद हेलीकॉप्टर का इंजन तो शुरू हुआ, लेकिन इसके ब्लेड्स शुरू नहीं हुए. ऐसे में टीम ने किसी पार्ट को वेल्ड करने के लिए इमरजेंसी इलेक्ट्रिसिटी जनरेटर भी ग्रामीणों की मदद से बुलवाया था. हालांकि इस पूरे मामले को लेकर ना ही वायुसेना अधिकारी और ना ही पुलिस कोई भी आधिकारिक बयान देने या कहने को तैयार नहीं है. खबर लिखे जाने तक हेलीकॉप्टर सुधार का काम जारी था.
ग्रामीणों ने बताया पूरा घटनाक्रम: सिर के ऊपर चार हेलीकॉप्टर घूम रहे थे. गांव में कहां हेलीकॉप्टर दिखते हैं, सब ऊपर ही टकटकी लगाए थे. तभी दो उड़कर आगे चले गए और अचानक कुछ गड़बड़ हो गया तो वह घूम कर नीचे गिरने लगा, और उतर गया. मैं पास में ही अपने खेत में कुएं से देख रहा था. मैंने मोटरसाइकल उठाई और जल्दी से यहां आया तो खेत में हेलीकॉप्टर खड़ा था, दूसरा हेलीकॉप्टर ऊपर काफी देर तक उड़ता रहा. नीचे दो पायलेट थे दोनों ठीक थे. उन्होंने वायरलेस पर कुछ कहा उसके बाद दूसरा हेलीकॉप्टर यहां से उड़ गया. कुछ देर में गांव के बहुत से लोग आ गए. बाद में पुलिस आयी उन्होंने सब को हटा दिया. बाद में एक और हेलीकॉप्टर आया, जिससे एक टीम आयी वो लोग हेलीकॉप्टर को सुधार रहे हैं.
गिरते हेलीकॉप्टर को सम्भालते हुए उतारा: दीपक की बात सुनकर लगभग घटनाक्रम के बारे में अंदाजा लगाया जा सकता है की आखिर क्या हुआ था. फिर भी हमने गांव के सरपंच से बात की तो उन्होंने बताया कि करीब 9-9:30 बजे के आसपास पता चला था कि एयरफोर्स का हेलीकॉप्टर सिंध के किनारे बीहड़ों में उतर गया है. हम आए तो यहां दो पायलेट थे. दोनों ने बताया की हेलीकॉप्टर में कुछ तकनीकी खराबी आयी है, हमने उनसे पानी पूछा उन्होंने कहा तो तुरंत पानी पिलाया, उन्होंने बताया की वे सुरक्षित हैं. इसके बाद हमने पुलिस को भी सूचित कर दिया था. इसके बाद उन्हें खाना खिलाया करीब एक घंटे बाद एयरफोर्स की एक टीम यहाँ हेलीकॉप्टर से पहुंची और मरम्मत कार्य में जुट गई.
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एक जिले में अब तक तीन बड़े विमान हादसे: बता दें कि भिंड जिले में इससे पहले भी तीन बड़े हादसे भारतीय वायुसेना के विमानों के साथ हो चुके हैं. पहला हादसा साल 2009 में हुआ था, उस दौरान जिले के सुकांड गांव में मिराज 2000 क्रैश हुआ था. इसके बाद 2019 में भी गोहद के ग्रामीण इलाके में एक बार फिर एयरफोर्स का मिग-21 फाइटर प्लेन क्रैश हुआ था, तीसरा बड़ा हादसा 2021 में हुआ. जब बबेड़ी गांव में लड़ाकू विमान मिराज-2000 की क्रेश लैंडिंग हुई. हादसे में पहले की जान बच गई थी और विमान के परखच्चे उड़ गये गए थे.