भिंड। मेहगांव, अटेर और गोहद विधानसभा के कई गांव में पानी के साथ जमकर ओले गिरे. ओलों की बारिश की वजह से सरसों, गेहूं, चना, मसूर और दूसरी फसलों को काफी नुकसान हुआ है. वहीं जगह-जगह पुराने पेड़ गिर गए तो कई पौधे व्यापारियों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ा, हालांकि प्रशासन पीड़ितों को इस प्राकृतिक आपदा के लिए जल्द मदद की बात कह रहा है.
भिंड जिले में इन ओलावृष्टि से सरसों और गेहूं की फसल को बहुत ज्यादा नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है. फिलहाल भिंड कलेक्टर ने ओला और बारिश से हुए नुकसान का आंकलन करवाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित करने की बात कही है.
गोहद में मूसलाधार बारिश के साथ ही बड़े-बड़े ओले भी गिरे, जिनसे खेतों में खड़ी फसलें पूरी तरह से चौपट हो गई है. विगत दिनों हुई बारिश और ओले से नष्ट हुई फसलों का अभी तक मूल्यांकन नहीं हो पाया है, जिसके बाद अचानक फिर किसान के ऊपर एक पहाड़ टूट पड़ा. वहीं प्रशासनिक अधिकारियों ने कई गांवों का दौरा भी किया है और दोबारा सर्वे कराने का आश्वासन भी दिया है. मौके पर एसडीएम और पटवारियों ने खेतों में पहुंचकर निरीक्षण किया.