भिंड। ज्योतिष में ग्रहों के योग किसी भी राशि के जातक की कुंडली में उसका समय तय करते हैं. अगर योग शुभ बने तो जीवन में सब अच्छा होता है, लेकिन कई योग अशुभ भी होते हैं. ये ऐसे योग हैं, जो अगर लग जाएं तो लोगों को लंबे समय तक दुःख भोगने पड़ सकते हैं. ऐसा ही अशुभ योग है गुरु चांडाल योग जो ज्योतिष गणना के अनुसार 22 अप्रैल 2023 को बनने जा रहा है. आइये जानते हैं जब यह अशुभ योग बनेगा तो किन राशि जातकों पर इसका प्रभाव पड़ेगा.
मेष राशि में करेगा गोचर: इस वर्ष राशियों में ग्रहों के परिवर्तन लगातार योग संयोग का निर्माण कर रहे हैं. शुभ योग तो जातकों के लिए सफलता और खुशहाली ला रहे हैं, लेकिन मेष राशि में गुरु और राहू का एक साथ मौजूद रहना बेहद अशुभ योग बन रहा है. इस वर्ष 22 अप्रैल को सुबह 6 बजकर 12 मिनट पर बृहस्पति मीन राशि से मेष राशि में गोचर करेंगे. इस गोचर के समय मेष राशि में राहू भी पहले से ही मौजूद है. माना जाता है की गुरु जहां शांत स्वभाव के ग्रह हैं, वहीं राहू महाक्रोधी प्रवृति का ग्रह है और जब इन दोनों ग्रहों को युति बनती है, तब गुरु चांडाल योग का निर्माण होता है. इस अशुभ योग के प्रभाव से जातकों के जीवन में नकारात्मकता बढ़ती है, बने बनाए काम भी विफल हो जाते है. लोगों को भारी नुकसान और जीवन में कष्ट उठाने पड़ते हैं. यह अशुभ योग मेष राशि में 30 अक्टूबर तक रहेगा जो राहू के राशि परिवर्तन के साथ समाप्त होगा. इस अशुभ योग का असर सभी राशियों पर पड़ेगा, जिन्हें करीब 6 माह तक सावधान रहना जरूरी होगा.
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मेष- गुरु के राशि परिवर्तन के साथ गुरु चांडाल योग का निर्माण इसी राशि में होने जा रहा है. यह योग कुंडली के लग्न भाव में है. जिसकी वजह से जातकों को अन्य राशियों के मुकाबले ज्यादा कष्ट रहेगा. स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ सकता है, ध्यान रखना जरूरी होगा, लोगों से संबंध बिगड़ सकते हैं. किसी भी बेवजह के बाद विवाद से परहेज करें.
वृषभ- इस राशि के जातकों को पारिवारिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. आर्थिक रूप से कमजोर होंगे, सुख सुविधाओं की कमी खलेगी, कहीं निवेश करने का मन बना रहा है तो विचार कुछ समय के लिए टालें. निवेश के लिए समय विपरीत रहेगा.
मिथुन- रणनीति से जुड़े जातकों के लिए समय कठिनाई भरा रहेगा, व्यापारी जातकों को भी नुकसान की सम्भावना है, परिवार में भी उथल पुथल रहेगी. परिवारजन के साथ स्वास्थ्य समस्या हो सकती है. कोई दुश्मन आपका नुकसान कर सकता है.
कर्क- किस्मत ज्यादा साथ नहीं देगी, फिलहाल निवेश करने से बचें, आर्थिक संकट भी खड़ा हो सकता है. अपनी भाषा और स्वभाव के साथ बातचीत का लहजा शालीन रखें, कोई दुश्मन आपका नुकसान कर सकता है. स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें.
सिंह- सेहत में गिरावट, मानसिक तनाव की स्थिति बनेगी. लम्बे प्रयासों के बाद जो काम होते दिख रहे हैं उनमे रुकावट आएगी. परिवार में भी कलह हो सकती है. भाई के साथ टकराव हो सकता है. सावधानी और संयम बरतें.
कन्या- परिवार में रिश्ते बिगड़ सकते है. मनमुटाव भी हो सकता है. रिश्तों को सम्भालने का प्रयास करें. यात्रा के दौरान सावधानी रखे हादसे या विवाद में पड़ सकते हैं. बाहरी रिश्ते समझदारी से निभायें संबंध बिगड़ने में देर नहीं लगेगी.
तुला- आय के साधन कम होंगे, नौकरी में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. भाग्य की कमी महसूस होगी, परिवार में भाई से कलह हो सकती है. दो नंबर का पैसा कमायेंगे.
वृश्चिक- व्यापार में नुकसान, दाम्पत्य जीवन में परेशानियां उठायेंगे. राजनीति में समय साथ नहीं देगा कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा. नौकरीपेशा जातक इस समय संभलकर कर रहें दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.
धनु- पारिवारिक कष्ट का सामना करेंगे. भाग्य साथ नहीं देगा, तनाव, परेशानियां बढ़ सकती हैं, इनसे मन हटाने के लिए धर्म कर्म में रुचि बढ़ेगी.
मकर- दुश्मन आर्थिक और मानसिक नुक़सान कर सकते हैं. जीवन में तनाव का सामना करेंगे. आत्मबल और आत्मविश्वास की कमी आएगी. ऐसे में स्वास्थ्य को लेकर सजग रहे अपना ध्यान रखें, बाहरी संबंध में भी सावधानी रखे.
कुम्भ- निवेश का ध्यान रखें. 30 अक्टूबर तक शेयर बाज़ार में उथल पुथल रहेगी. पैसा लगाना भारी पड़ सकता है. आय के साधनों में भी कमी आएगी. दोस्तों के साथ भी मनमुटाव हो सकता है. पैसा उधर लेने से बचें. काम पर भी असर पड़ेगा.
मीन- माता पिता के स्वास्थ्य का ख़याल रखे. कार्ट कचहरी के मामलों में फैसला आपके हाथ से निकल सकता है. विरोधी आपका नुक़सान करने का प्रयास करेंगे सावधानी बरतें. आय की कमी हो सकती है.
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गुरु चांडाल योग का प्रभाव कम करने के उपाय: इस अशुभ योग के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए सुबह स्नान के बाद खुदको हल्दी-केसर का तिलक लगायें. प्रतिदिन भगवान गणेश और मां सरस्वती की पूजा अर्चना करें, पूरे हफ्ते शिवजी पर दुग्धाभिषेश करें, प्रतिदिन हल्दी की माला से 108 बार गायत्री मंत्र का जाप करें. किसी भी निर्णय से पहले बड़ों से सलाह लें और उनके सुझाव का सम्मान और अपने निर्णय पर विश्वास रखें.
(इस लेख में दी गई जानकारी मान्यताओं, ज्योतिष गणना और ज्योतिषविदों की जानकारी के आधार पर है, ETV Bharat इसके पूर्ण सत्य होने का दावा नहीं करता.)