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छात्रों के खातों में नहीं आई गणवेश राशि, बिना ड्रेस के ही मनेगा स्वतंत्रता दिवस

भिंड जिले में स्कूल शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. जिले के कई स्कूलों में अब तक छात्रों को ड्रेस खरीदने के लिए दी जाने वाली राशि अब तक विद्यार्थियों के खातों में नहीं पहुंची है. ऐसे में इस बार छात्रों को स्वतंत्रता दिवस पुरानी ड्रेस में ही स्वतंत्रता दिवस मनाना पड़ेगा.

छात्रों के खातों में नहीं आई गणवेश राशि, बिना ड्रेस के ही मनेगा स्वतंत्रता दिवस
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Published : Aug 14, 2019, 8:46 PM IST

भिंड। जिले के सरकारी स्कूलों में छात्र छात्राओं को इस बार आजादी का त्यौहार पुराने कपड़ों में ही मनाना पड़ेगा. हर साल 15 अगस्त से पहले प्राइमरी और मिडिल कक्षा में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की यूनिफॉर्म के लिए प्रति छात्र 600 रुपए स्कूल के खाते में आ जाते थे. इस बार सरकार ने बच्चों के खाते में पैसा डालने की बात कही, लेकिन अभी तक गणवेश राशि छात्र-छात्राओं को खातों में नहीं पहुंची.

छात्रों के खातों में नहीं आई गणवेश राशि, बिना ड्रेस के ही मनेगा स्वतंत्रता दिवस

जिले के किसी भी सरकारी स्कूल में अभी तक बच्चे नई यूनिफार्म नहीं खरीद पाए. अभिभावक और शिक्षकों के बीच भी असमंजस की स्थिती बनी हुई है. अफसरों से बात करने पर हमेशा बजट की कमी का हवाला दिया जा रहा है. यह पहली बार हुआ है कि सरकार ने अभी तक पैसा ट्रांसफर नहीं किया है जिसकी वजह से अब बच्चे पुरानी यूनिफॉर्म में ही स्वतंत्रता दिवस मनाएंगे.

पिछले साल खरीदी गई ज्यादातर बच्चों की यूनिफार्म या तो फट चुकी है यह बदरंग हो गई हैं. ऐसे में समय पर यूनिफॉर्म का पैसा खाते में न आने से पहली बार स्वतंत्रता दिवस पर बच्चे पुरानी यूनिफॉर्म में नजर आएंगे.

भिंड। जिले के सरकारी स्कूलों में छात्र छात्राओं को इस बार आजादी का त्यौहार पुराने कपड़ों में ही मनाना पड़ेगा. हर साल 15 अगस्त से पहले प्राइमरी और मिडिल कक्षा में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की यूनिफॉर्म के लिए प्रति छात्र 600 रुपए स्कूल के खाते में आ जाते थे. इस बार सरकार ने बच्चों के खाते में पैसा डालने की बात कही, लेकिन अभी तक गणवेश राशि छात्र-छात्राओं को खातों में नहीं पहुंची.

छात्रों के खातों में नहीं आई गणवेश राशि, बिना ड्रेस के ही मनेगा स्वतंत्रता दिवस

जिले के किसी भी सरकारी स्कूल में अभी तक बच्चे नई यूनिफार्म नहीं खरीद पाए. अभिभावक और शिक्षकों के बीच भी असमंजस की स्थिती बनी हुई है. अफसरों से बात करने पर हमेशा बजट की कमी का हवाला दिया जा रहा है. यह पहली बार हुआ है कि सरकार ने अभी तक पैसा ट्रांसफर नहीं किया है जिसकी वजह से अब बच्चे पुरानी यूनिफॉर्म में ही स्वतंत्रता दिवस मनाएंगे.

पिछले साल खरीदी गई ज्यादातर बच्चों की यूनिफार्म या तो फट चुकी है यह बदरंग हो गई हैं. ऐसे में समय पर यूनिफॉर्म का पैसा खाते में न आने से पहली बार स्वतंत्रता दिवस पर बच्चे पुरानी यूनिफॉर्म में नजर आएंगे.

Intro:भिंड अंचल के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं को इस बार आजादी का त्यौहार पुराने और छोटे हो चुके कपड़ों में ही मनाना पड़ेगा 15 अगस्त से पहले प्राइमरी और मिडिल कक्षा में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के खाते में स्कूल यूनिफॉर्म के लिए सरकार की ओर से ₹600 आ जाया करते थे पहले यह पैसा स्कूल के खाते में जाता था लेकिन इस बार बच्चों के खाते में पैसा देने की बात कही गई लेकिन कोई पैसा किसी खाते में नहीं पहुंचा है


Body:मध्यप्रदेश में स्कूलों को खुले हुए करीब 51 से अधिक दिन का समय बीत चुका है और 15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस को मात्र 24 घंटे से भी कम का समय शेष है बावजूद इसके भिंड में अब तक बच्चे नई स्कूल यूनिफार्म नहीं ले सके हैं नन्हे बालक बालिकाओं के माता-पिता भी नहीं समझा पा रहे हैं किस सरकार ने अभी तक उनके खातों में पैसा क्यों नहीं भेजा ना ही जिले के अफसर कोई ठोस कारण बता सकते हैं क्योंकि उनकी ओर से महेश बजट की कमी का हवाला दिया जा रहा है यह पहली बार है कि सरकार ने अभी तक नौनिहालों के खातों में पैसा ट्रांसफर नहीं किया है जिसकी वजह से अब बच्चे पुरानी यूनिफॉर्म में ही स्वतंत्रता दिवस मनाएंगे।


600 रुपए में नहीं आती ड्रेस
शासन की ओर से प्रत्येक छात्र के खाते में करीब ₹600 ड्रेस के लिए दिए जाते हैं लेकिन इतने पैसों में दो ड्रेस नहीं मिल पाती बाजार में करीब 800 से ₹1000 में ही दो स्कूल ड्रेस मिल पाती हैं ऐसे हालात में भी उक्त राशि नहीं आने से कमजोर आय वर्ग वाले अभिभावकों के लिए भी परेशानियां खड़ी हो गई हैं।




Conclusion:बता दें कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को शासन स्तर से हर वर्ष नई यूनिफॉर्म दिए जाने का प्रावधान है यह बात और है कि कुछ बच्चों की यूनिफॉर्म सुरक्षित है अन्यथा ज्यादातर बच्चों की यूनिफार्म या तो फट चुकी है यह बदरंग हो गई हैं अथवा बच्चों के बढ़ने के कारण छोटी हो गई हैं ऐसे में समय पर यूनिफॉर्म का पैसा खाते में नहाने से पहली बार स्वतंत्रता दिवस पर बच्चे पुरानी यूनिफॉर्म से काम चलाएंगे

बाइट- मुस्कान तोमर, छात्रा, गवर्नमेंट एक्सीलेंस स्कूल, भिंड
बाइट कृष्णा प्रजापति, छात्र, शा.मा.वि. पुरानी बस्ती
बाइट- नंदकिशोर शर्मा, हेड मास्टर, शा.मा.वि. पुरानी बस्ती
बाइट- छोटे सिंह, कलेक्टर, भिंड

भिंड ईटीवी भारत के लिए पीयूष श्रीवास्तव की रिपोर्ट
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