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काम में लापरवाही: बिजली कंपनी ने 145 कर्मचारियों को दी सजा, 18 को निकाला, 127 का काटा वेतन

मध्यप्रदेश में बिजली प्रदाय का काम कर रही बिजली कंपनी मध्यप्रदेश मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड द्वारा काम में लापरवाही को लेकर 145 मीटर रीडर पर कड़ी कार्रवाई की है, ये कार्रवाई भिंड समेत 9 जिलों में की गई है.

Electricity distribution company laid off employees madhya pradesh
काम में लापरवाही
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Dec 14, 2023, 7:49 AM IST

भिंड। बीते काफी समय से मीटर के बिलों का मसला समय समय पर उठा रहा है. कहीं रीडिंग गलत होने के चलते और कभी कर्मचारियों की मनमानी से कई उपभोगताओं के बिजली बिलों में गड़बड़ी देखने को मिलती रही है. इस समस्या को दूर करने और बिजली बिलों में एक्यूरेसी लाने के लिए भी बिजली कंपनी के प्रबंध संचालक गणेश शंकर मिश्रा द्वारा कई बार मैदानी अमले को निर्देशित किया गया है. बावजूद इसके हालत में उम्मीद के अनुसार सुधार नहीं हुआ. ऐसे में बिजली कंपनी के मीटर रीडरों के काम पर निगरानी रखने के लिए निष्ठा एप का इस्तेमाल किया गया, जिसमें कई कर्मचारियों द्वारा कम में लापरवाई देखने को मिली.

इन जिलों में कर्मचारियों पर गिरी गाज: बिजली कंपनी ने लापरवाही को देखते हुए भिण्ड, अशोकनगर, दतिया, शिवपुरी, नर्मदापुरम, बैतूल और राजगढ़ में 1- और ग्वालियर में 5 राजधानी भोपाल में 6 कुल 18 आउटसोर्स मीटर रीडर को कड़ी सजा देते हुए नौकरी से निकाल दिया है. वहीं 127 मीडर रीडरों का 7 दिन का वेतन काट दिया है, इतना ही नहीं 78 कर्मचारी ऐसे भी हैं जिन्हें काम में लापरवाही की चेतावनी दी गई हैं.

शिकायतों का आंकड़ा कम करने पर फोकस: बिजली कंपनी के प्रबंध संचालक, गणेश शंकर मिश्रा का कहना है कि राज्य में बिजली उपभोक्ताओं को कंपनी बेहतर से बेहतर सेवाएं देने के लिए कृत संकल्पित हैं और इसी दिशा में काम किया जा रहा है. उन्होंने उपभोक्ताओं को जागरूक रहने के लिए कहा है कि जब उनके परिसर की मीटर रीडिंग होती है तो वे मीटर वाचक द्वारा ली गई रीडिंग और मीटर में दर्ज रीडिंग पर नजर रखें ताकि सही देयक मिल सके. मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी का प्रयास हैं कि बिलिंग संबंधी शिकायतों को शून्य लेवल पर लाया जाए.

Must Read:

क्या है निष्ठा एप? प्रदेश में बिजली मीटर से यूनिट रीडिंग का कार्य अब फोटो मीटर रीडिंग निष्ठा एप के माध्यम से किया जा रहा है. फोटो मीटर रीडिंग ऐसी व्यवस्था है जिसमें मानवीय हस्तक्षेप बिल्कुल नहीं है और मीटर रीडिंग में अंकित रीडिंग की फोटो खींचकर सिस्टम में अपलोड की जाती है. इस तरह बिजली की खपत का आँकलन सटीक और पारदर्शी हो जाता है.

भिंड। बीते काफी समय से मीटर के बिलों का मसला समय समय पर उठा रहा है. कहीं रीडिंग गलत होने के चलते और कभी कर्मचारियों की मनमानी से कई उपभोगताओं के बिजली बिलों में गड़बड़ी देखने को मिलती रही है. इस समस्या को दूर करने और बिजली बिलों में एक्यूरेसी लाने के लिए भी बिजली कंपनी के प्रबंध संचालक गणेश शंकर मिश्रा द्वारा कई बार मैदानी अमले को निर्देशित किया गया है. बावजूद इसके हालत में उम्मीद के अनुसार सुधार नहीं हुआ. ऐसे में बिजली कंपनी के मीटर रीडरों के काम पर निगरानी रखने के लिए निष्ठा एप का इस्तेमाल किया गया, जिसमें कई कर्मचारियों द्वारा कम में लापरवाई देखने को मिली.

इन जिलों में कर्मचारियों पर गिरी गाज: बिजली कंपनी ने लापरवाही को देखते हुए भिण्ड, अशोकनगर, दतिया, शिवपुरी, नर्मदापुरम, बैतूल और राजगढ़ में 1- और ग्वालियर में 5 राजधानी भोपाल में 6 कुल 18 आउटसोर्स मीटर रीडर को कड़ी सजा देते हुए नौकरी से निकाल दिया है. वहीं 127 मीडर रीडरों का 7 दिन का वेतन काट दिया है, इतना ही नहीं 78 कर्मचारी ऐसे भी हैं जिन्हें काम में लापरवाही की चेतावनी दी गई हैं.

शिकायतों का आंकड़ा कम करने पर फोकस: बिजली कंपनी के प्रबंध संचालक, गणेश शंकर मिश्रा का कहना है कि राज्य में बिजली उपभोक्ताओं को कंपनी बेहतर से बेहतर सेवाएं देने के लिए कृत संकल्पित हैं और इसी दिशा में काम किया जा रहा है. उन्होंने उपभोक्ताओं को जागरूक रहने के लिए कहा है कि जब उनके परिसर की मीटर रीडिंग होती है तो वे मीटर वाचक द्वारा ली गई रीडिंग और मीटर में दर्ज रीडिंग पर नजर रखें ताकि सही देयक मिल सके. मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी का प्रयास हैं कि बिलिंग संबंधी शिकायतों को शून्य लेवल पर लाया जाए.

Must Read:

क्या है निष्ठा एप? प्रदेश में बिजली मीटर से यूनिट रीडिंग का कार्य अब फोटो मीटर रीडिंग निष्ठा एप के माध्यम से किया जा रहा है. फोटो मीटर रीडिंग ऐसी व्यवस्था है जिसमें मानवीय हस्तक्षेप बिल्कुल नहीं है और मीटर रीडिंग में अंकित रीडिंग की फोटो खींचकर सिस्टम में अपलोड की जाती है. इस तरह बिजली की खपत का आँकलन सटीक और पारदर्शी हो जाता है.

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