भिंड। कोरोना वायरस के कारण सामान्य मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सरकार कोविड-19 से लड़ने के लिए अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ा रही है. वहीं भिंड के जिला अस्पताल में मौजूदा भर्ती मरीजों को जबरन डिस्चार्ज किया जा रहा है. ऐसे में मरीजों के लिए परेशानियां अब बढ़ गई हैं. भिंड कलेक्टर ने इसे मजबूरी बताया है.
भिंड जिला अस्पताल में पहले से भर्ती मरीजों को जबरन डिस्चार्ज कर घर भेजा जा रहा है. मिली जानकारी के मुताबिक जिला अस्पताल के मेडिकल पुरुष सर्जिकल और ऑर्थोपेडिक समेत कई वार्डों से मरीजों को घर भेज दिया गया है. मरीज और उनके परिजनों का कहना है कि, हमें जबरन यहां से निकाला जा रहा है. इलाज ठीक से हुआ नहीं, उससे पहले ही कोरोना के नाम पर डिस्चार्ज कर दिया गया है और दवाई लेकर घर में ही इलाज लेने की सलाह दी जा रही है. वहीं जिला अस्पताल में मरीज परेशान होकर यहां- वहां भटक रहे हैं.
वहीं मामले को लेकर भिंड कलेक्टर छोटे सिंह ने बताया कि, उन्हें मध्यप्रदेश शासन से निर्देश मिले हैं कि, भिंड जिले में कोविड-19 के लिए मरीजों का 100 बिस्तर तैयार करने हैं, लेकिन जिला अस्पताल में इतनी व्यवस्था नहीं है. जिसको लेकर वर्तमान में मौजूद मरीजों को घर भेजा जा रहा है.