भिंड। सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया शनिवार को भिंड प्रवास पर रहे. इस दौरान वह अटेर क्षेत्र में कोविड को लेकर स्थिति और क्षेत्र में संक्रमित लोगों का हाल जनने पहुंचे. भिंड में संकट प्रबंधन की जिला स्तरीय वर्चूअल बैठक में भी शामिल हुए. सहकारिता मंत्री ने इस दौरान प्रधानमंत्री द्वारा कोरोना कंट्रोल को लेकर मध्य प्रदेश मॉडल मंगाने पर खुशी जाहिर की. वहीं ब्लैक फ़ंगस को लेकर भी सरकार की व्यवस्था की जानकारी दी.
किल कोरोना अभियान पर बैठक
सहकारिता एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया भिंड के दौरे पर रहे. इस दौरान उन्होंने अटेर क्षेत्र के फूप में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र फूप में स्वास्थ्य विभाग, नगरीय निकाय एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ किल कोरोना अभियान 3 के संबंध में बैठक ली. उन्होंने कहा कि किल कोरोना अभियान के तहत सर्वे का कार्य किया जा रहा है, यह महत्वपूर्ण कार्य है. सहकारिता मंत्री ने बताया कि सर्वे दल के द्वारा ही संक्रमित मरीजों की जानकारी मिल रही है. कोरोना संक्रमण को मिटाने हमें युद्व स्तर पर कार्य करना होगा. इसमें सबको मिलकर अपना सहयोग देना होगा. उन्होंने इस दौरान कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए.
वही भिंड कलेक्ट्रेट में वर्चूअल बैठक में शामिल होने के बाद मंत्री भदौरिया मीडिया से भी रूबरू हुए प्रधानमंत्री द्वारा मप्र मॉडल मंगाने पर हर्ष ज़ाहिर करते हुए कहा की मुझपर भी ऑक्सिजन व्यवस्था देखने की ज़िम्मेदारी थी आज एमपी में सभी जगह पाँच छह दिन का ऑक्सीजन स्टोरेज पहले से उपलब्ध है और जिस तरह हमारा प्रदेश छठवें से 15 वें स्थान पर आया है इस बात को देखते हुए प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मध्य प्रदेश मॉडल मंगाया है जिस पर चर्चा के बाद ऐसे अन्य प्रदेशों में भी लागू किया जा सकता है क्योंकि इसमें सीधा प्वाइंट है कि हमें मध्य प्रदेश क्राइसिस कमेटी, जिला क्राइसिस कमेटी ब्लॉग क्राइसिस कमेटी और ग्राम क्राइसिस कमेटी के माध्यम से जनता के मदद से यह लड़ाई लड़नी है अकेला प्रबंधन या प्रशासन ऐसा नहीं कर सकता.
भिंड में ब्लैक फंगस की 'एंट्री'
प्रदेश में लगातार सामने आ रहे ब्लैक फंगस के मामलों पर सहकारिता मंत्री ने कहा कि इस तरह के मामलों में सरकार चिंतित है. सीएम ने भी कहा है की इस परिस्थिति में सबसे पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए. एक्स्ट्रा ऑक्सीजन लेना है या इलाज से सम्बंधित चर्चा है. क्योंकि यह गम्भीर बीमारी है. प्रदेश सरकार के लिए व्यवस्था कर रही है. उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि भिंड में भी ब्लैक फ़ंगस का एक केस सामने आए है, जिसमें मरीज का उपचार ग्वालियर में किया जा रहा है. एक गंभीर बात है कि ब्लैक फंगस में मरीज़ों के आंख कान तक निकालने पर रहे हैं, ऐसे में समय रहते इसका अध्ययन किया जा रहा है और मध्य प्रदेश सरकार की ओर से मरीजों को जागरूक करते हुए इसका नि:शुल्क इलाज की व्यवस्था मध्य प्रदेश सरकार कराएगी.
पिटाई मामले में मैं खुद लूंगा संज्ञान- अरविंद सिंह
ऑक्सीजन वाहन चालक पिटाई मामले पर संज्ञान लेने की बात कही है. बीते दिनों भिंड कलेक्टर द्वारा कोविड ड्यूटी में लगे ऑक्सीजन वाहन चालक को पिटवाने के मामले पर सहकारिता मंत्री ने कहा कि उन्हें इस बात की अब तक कोई जानकारी नहीं थी, वे निश्चित तौर पर इसका पता लगाएंगे और आवश्यक दिशा निर्देश भी इस संबंध में देंगे.