भिंड। कोविड के दौर में नियमों के नाम पर अब प्रशासन की मनमानी इस हद तक बढ़ गई है कि भिंड के मुखिया भी अब नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए कानून अपने हाथों में लेने लगे हैं. भिंड कलेक्टर डॉक्टर सतीश कुमार एस ने ऑक्सीजन सिलेंडर लाने ले जाने वाले वाहन के ड्राइवर को अपने गार्ड से 8-10 थप्पड़ जड़वा दिए, क्योंकि उस ड्राइवर की महज इतनी गलती थी कि उसने ऑक्सीजन ढुलाई के वाहन में लगे हुए CCTV कैमरा को झुकने पर ऊपर उठा दिया था.
कोविड ड्यूटी में लगे ड्राइवर की पिटाई
भिंड जिला अस्पताल में भी मालनपुर से हर दिन ऑक्सीजन लाई जाती हैं. कुछ दिन पहले हुए ऑक्सीजन सिलेंडर के वाहन को लूटने के प्रयास के बाद सुरक्षा दृष्टि से वाहनों में CCTV कैमरे लगाए गए, साथ ही एक पुलिस सुरक्षा गार्ड भी तैनात किए गए हैं. लेकिन इस कैमरे का एंगल बदलना वाहन चालक को भारी पड़ गया, क्योंकि उसकी इस गलती की सजा उसे खुद भिंड कलेक्टर ने थप्पड़ जडवा दिए.
ऑक्सीजन सिलेंडर वाहन चलाता है पीड़ित
हर दिन ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए जिला अस्पताल से खाली ऑक्सीजन सिलेंडर मालनपुर के आरआर कंपनी और सूर्य इंडस्ट्रीज की फैक्ट्री में भेजे जाते हैं. इस काम के लिए वेंडर भी हायर किए गए हैं. बुधवार की शाम वेंडर ने भेजे गए ऑक्सीजन वाहन में करीब 70 ऐसे सिलेंडर जिनके वाल्व खराब हो चुके थे, उन्हें लोडकर ड्राइवर इरशाद, उन सिलेंडर को ठीक कराने के लिए लेकर शहर में ही गया था लेकिन जब वह वापस आया तो मौके पर कलेक्टर सतीश कुमार एस, CMHO डॉक्टर अजीत मिश्रा के साथ ड्राइवर के पास पहुंचे और उस पर चिल्लाते हुए अपने सुरक्षा गार्ड को पीड़ित इरशाद को पीटने के निर्देश दिए. जब वह थोड़ा अलग हुआ तो कलेक्टर ने चिल्लाते हुए उसे पकड़कर मारने के आदेश दिए. उनके आदेश पर गार्ड ने करीब 8-10 थप्पड़ पीड़ित इरशाद में जड़ दिए और कुछ देर बाद सभी अफसर वहां से झल्लाते हुए निकल गए.
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कैमरे का ऐंगल बदलने की सजा
जब ईटीवी भारत संवाददाता ने पीड़ित ड्राइवरसे पूरा मामला पता किया तो उसने बताया कि दोपहर के समय जब मैं गाड़ी में आया तो ऑक्सीजन वाहन में लगा हुआ कैमरा झुका हुआ था जिसे उसने ऊपर की ओर वापस उठा दिया था जब शाम को घर लौटकर आया तो उसके मालिक वेंडर ने उससे कैमरा एंगल बदलने की बात पूछी प्रसाद ने भी ईमानदारी से उसे बता दिया कि कैमरा झुक गया था जिसे उसने सीधा कर दिया था उसने बताया के वह अपना वाहन लेकर अस्पताल के ख़राब हो चुके सिलेंडर के वाल्व बदलवाने के लिए गया था.
CMHO ने साधी चुप्पी
वाल्व बदलवाने के लिए भेजे जाने की जानकारी जाने से पहले ही इरशाद द्वारा अपने मालिक और उनके द्वारा CMHO डॉक्टर अजीत मिश्रा और RMO को भी दे दी थी बावजूद इसके कलेक्टर ने छोटी सी बात को लेकर अपने गार्ड द्वारा सबके सामने आठ से10 थप्पड़ लगवाई और डॉक्टर अजीत मिश्रा आप सारी बातें पता होने के बावजूद भी उन्होंने एक बार भी भिंड कलेक्टर को इस संबंध में जानकारी नहीं दी इस बल्कि हर छोटे कर्मचारी को पिटता देख मूकदर्शक बने खड़े रहे हैं ज़्यादा संबंध में ETV भारत संवाददाता ने CMHO से बात करनी चाही तो उन्होंने संक्रमण फैलाव का हवाला देते हुए उनके पास आने से मना कर दिया. जब अस्पताल दौरे पर आए कलेक्टर से हमने इस वाक़ये के बारे में पूछा तो कलेक्टर का जवाब भी सुनिए
मुझे इस संबंध में कुछ नहीं कहना है जो करना है कर लो: सतीश कुमार एस, कलेक्टर भिंड