भिंड। चंबल अंचल में सालों तक डकैतों का राज रहा. उनकी बंदूक का खौफ पूरे चंबल अंचल में था. डकैतों की बंदूकों से आम लोगों के साथ-साथ पुलिस भी थर्रा जाती थी. बहुत से डकैत तो सरेंडर कर समाज की मुख्य धारा से जुड़ गए. जो बचे उनमें से कई मारे गए तो कई गिरफ़्तार हुए. इन डकैतों में एक कम्मोद सिंह भदौरिया है, (Kammod Singh arrested in Bhind) जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर सलाख़ों के पीछे डाला था. लेकिन उसने जुर्म की दुनिया नहीं छोड़ी और जेल से रिहा होने के बाद अब हथियारों की तस्करी करते भिंड पुलिस के हत्थे चढ़ गया.
भिंड एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि (Big action of Bhind police) पंचायत चुनाव के मद्देनज़र पुलिस द्वारा अवैध हथियारों की सप्लाई करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान पुलिस ने इसे पकड़ा. साइबर सेल की मदद से कम्मोद सिंह को गिरफ़्तार किया है और उसके पास से अवैध हथियारों का जखीरा बरामद हुआ. आरोपी के पास से एक दुनाली बंदूक, 9 देसी कट्टों के साथ ही 14 जिंदा राउंड बरामद हुए हैं.
एसपी चौहान ने बताया की कुछ दिन पहले गोरमी पुलिस ने हथियारों के साथ एक तस्कर को गिरफ़्तार किया था. पूछताछ में उसने बताया था कि कम्मोद सिंह भी अवैध हथियारों की सप्लाई के धंधे में लिप्त है. जिसके बाद से ही पुलिस कम्मोद सिंह की तलाश में जुटी थी. शनिवार को पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि कम्मोद सिंह क्वारी नदी के पास मल्लपुरा मोड़ पर हथियारों को बेचने की फिराक में खड़ा है. सूचना पर बिना देर किए पुलिस और सायबर सेल की टीम ने उस स्थान पर दबिश दी और कम्मोद सिंह को पकड़ लिया.
दस्यु गैंग का सदस्य था आरोपी
पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि आरोपी कम्मोद सिंह डकैत राजनारायण पंडित गैंग का सक्रिय सदस्य रह चुका है. उसने हत्या समेत कई जघन्य वारदातों को अंजाम दिया. जिस पर कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई थी. 19 साल के बाद वह जेल से वापस आया और हथियारों की तस्करी में लग गया. आरोपी उत्तरप्रदेश के मैनपुरी जिले से अवैध हथियार लेकर आता था और भिण्ड एवं आसपास के जिलों में खपाता था. आरोपी ने अब तक कितने लोगों को हथियार बेचे गए, कहा से हथियार लेकर आता था, इन सबकी पुलिस जांच कर रही है.