भिंड। ATM बदलकर, पिन या OTP के जरिए लोगों के बैंक खातों से रुपए ठगने (Cheated Money From Bank Accounts) या ऑनलाइन ठगी (Online Fraud) की खबरें तो अपने खूब सुनी होंगी, लेकिन भिंड जिले में एक एटीएम हैकिंग गिरोह (ATM Hacking Gang) ने भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India) को ही अपना निशाना बना लिया. गिरोह ने लगभग एक महीने में लहार क्षेत्र के एसबीआई एटीएम बूथ 9SBI ATM Booth) से लाखों रुपए गायब कर दिए. वह भी एटीएम मशीन से मामूली तकनीकी छेड़छाड़ कर. मामले का खुलासा तब हुआ, जब तेजी से ATM मशीने खाली होने लगी. कैश जमा करने वाली कंपनी ने इसकी शिकायत लहार थाना पुलिस से की है.
इस तरह ATM मशीन को करते थे Hack
एएसपी भिंड के मुताबिक, ठग अपने किसी रिश्तेदार या पहचान के शख्स का एटीएम और पासवर्ड लेकर एटीएम मशीन से पैसे निकालने जाता था. ये लोग ATM मशीन से पैसे निकालने की प्रॉसेस पूरी करते थे. जैसे ही मशीन पेमेंट के लिए शटर ओपन कर कैश ट्रे बाहर करती ठग शटर पर उंगली रख देते और कैश निकाल लेते थे. इसके बाद करीब 25 सेकंड तक शटर ओपन रहने से मशीन टेक्निकल एरर मान लेती और ट्रांजैक्शन फेल हो जाता था. इसी तरह ये लोग अलग-अलग कैश लिमिट वाले एटीएम कार्ड के जरिए कई बार में रुपए निकालकर ATM खाली करते गए. वहीं खाते से कटे हुए पैसे एटीएम धारक कम्प्लेंट कर वापस पा लेता था.
ATM कार्ड बदलकर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का खुलासा, पांच आरोपी गिरफ्तार
सीसीटीवी फुटेज से पहचाना गया संदिग्ध ठग
एडिशनल एसपी कमलेश कुमार खरपुसे ने बताया कि ये मामला अपने आप में अनोखा था. एएसपी के मुताबिक जब फाइनेंशियल सिस्टम एंड सॉफ्टवेयर कंपनी (Financial Systems and Software Company) के टेरेट्री मेनेजर दिव्य कुमार ने इसकी शिकायत की, तो उसके आधार पर CCTV फूटेज खंगाले गए. जिसमें एक व्यक्ति द्वारा एक ही एटीएम कॉर्ड के जरिए मशीन से बार-बार पैसे आहरण किए गए. उसकी संदिग्ध हरकतों से उसकी पहचान हुई. जिसके बाद पुलिस ने एटीएम बूथ के आसपास मॉनिटरिंग करना शुरू किया. साथ ही एटीएम पर तैनात सुरक्षा गार्ड को भी सचेत किया.
ATM फ्रॉड से जुड़े आरोपियों को पकड़ने टीम पहुंची उत्तर प्रदेश
रंगे हाथों पुलिसकर्मी के हत्थे चढ़ा ठग
मंगलवार को जब एक बार फिर संदिग्ध ठग एटीएम बूथ (ATM Booth) में जाकर पैसे निकाल रहा था, तो गार्ड ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी. मौके पर ही लहार पुलिस ने आरोपी को धर दबोचा. आरोपी की गिरफ्तारी के बाद शुरुआती जांच में आरोपी से करीब 17-18 लाख रुपए के फ्रॉड की जानकारी मिली है. जिसे वेरिफाई किया जा रहा है. वहीं पुलिस की पूछताछ में गिरोह के कुछ अन्य सदस्यों द्वारा भी इसी तरह ठगी की वारदात करने की बात सामने आई है.