भिंड। पंजाब में चल रहे खालिस्तानी आंदोलन को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए द्वारा देशभर में अलग-अलग ठिकानों पर लगातार दबिश देकर करवाई की जा रही है. इसी के तहत में मध्यप्रदेश के बड़वानी के साथ भिंड जिले में भी दिल्ली से एनआईए की टीम चक शेरपुर गांव में पहुंची, यहां रहने वाले जितेंदर सिंह नाम के एक शख्स को टीम ने हिरासत में लिया और उससे पूछताछ की.
सुबह 4 बजे पहुची टीम, घर की ली तलाशी: जानकारी के मुताबिक चक शेरपुर के रहने वाले सरदार जितेंदर सिंह एक ट्रैक्टर एजेंसी पर काम करता है और उसके बैंक अकाउंट में विदेश से बड़ी रकम जमा कराई जा रही है. इसी के चलते टीम को टेरर फंडिंग की आशंका में एनआईए की टीम अल सुबह भिंड के चक शेरपुर गांव पहुंची और जितेंदर सिंह को साथ लेकर एंडोरी थाने लाई, जहां उससे पूछताछ की गई. मामले को लेकर जितेंदर सिंह ने बताया कि "आज सुबह करीब 4 से 5 बजे मेरे घर अचानक टीम आयी थी, सभी को जगाकर पूरे घर की तलाशी ली गई. टीम में 3 लोग थे, उनके अलावा एंडोरी, गोहद और मालनपुर थाना पुलिस और फोर्स भी थी. वे लोग बैंक खाते में पंजाब से हुए 50 हजार रुपय के ट्रांजेक्शन के बारे में जानकारी लेना चाहते थे."
भाई ने कराया था 50 हजार का ट्रांजेक्शन: इस ट्रांजेक्शन के संबंध में जितेंदर ने बताया कि "मेरे चचेरे भाई समय समय पर उन्हें फिलीपींस से खर्च के लिए रुपय भेजते थे, लेकिन जनवरी में एक तीसरे व्यक्ति द्वारा उन्होंने जरूरत पड़ने पर रकम ट्रांसफर कराई थी, जो पंजाब के एक खाते से की गई थी. यह खाता खलिस्तानी समर्थकों में से बताया जा रहा है. मुझे उन लोगों या खाते के संबंध में जानकारी नहीं थी, मेरे पास जो भी ट्रांजेक्शन के संबंध में डिटेल थी, वह मैंने टीम को दे दी है. टीम मेरा मोबाइल फोन साथ ले गई है, जिसे जांच के बाद वापस करने के लिए कहा है."
7 घंटे पूछताछ के बाद छोड़ा: जितेंद्र के पिता नरेंदर सिंह ने बताया कि "वे लोग लंबे समय से यहां रह रहे हैं और जितेंदर का बहनोई कनाडा और भाई देवेंदर फिलीपींस में रहता है, जो हर महीने घर खर्च के लिए उसके खाते में रुपए भेजते हैं. उन्होंने कोई चोरी नहीं की है, यह मात्र एक गलतफहमी है जिसको लेकर टीम ने पूछताछ की थी." बता दें कि 7 घंटे की पूछताछ के बाद एनआईए की टीम ने आरोपी जितेंद्र को छोड़ दिया है, जहां टीम मौके से रवाना हो गई हैं. वहीं जितेंदर और उसके परिजन भी अपने ग्रह ग्राम पहुच चुके हैं.