भिंड. मध्य प्रदेश के भिंड जिले में पुलिस ने 3 ठगों की गिरफ्तारी की है. ये न सिर्फ लोगों के एटीएम कार्ड (ATM Card) बदलते थे, बल्कि उनके खातों को भी साफ कर देते थे. पिछले दिनों से इलाके में जारी इस तरह की घटनाओं के चलते, पुलिस प्रशासन आरोपियों की तलाश में जुटा हुआ था. मामला भिंड की ऊमरी थाना पुलिस का है.
पुलिस विभाग ने साइबर टीम के साथ मिलकर संयुक्त कार्रवाई करते हुए, ATM फ्रॉड करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों की गिरफ्तारी करने में सफलता हासिल की है. आरोपी ATM बदल कर बैंक अकाउंट में सेंध लगाते थे.
पुलिस ने बताया- "फरियादी राधाकृष्ण यादव ने बुधवार रात करीब साढ़े 9 बजे पांडरी रोड पर बने यूको बैंक के ATM से हजार रुपए निकाले थे. इसके बाद उन्होंने दोबारा मशीन में कुछ और पैसे निकालने के लिए ATM लगाया. इसी समय दो अन्य लोग भी ATM कैबिन में मौजूद थे. इन्होंने मदद करने के बहाने ATM से हजार रुपए निकाल कर उसे दे दिए. इसके बाद वह जब घर पहुंचा तो उसने पाया कि जो ATM उसके पास है, वह यूको बैंक का न होकर भारतीय स्टेट बैंक का कार्ड है. इसे उन दोनों बदमाशों ने बदल दिया था. माजरा समझ में आते ही तुरंत राधाकृष्ण यादव ऊमरी थाने पहुंचा और घटना की जानकारी पुलिस को दी. पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए जांच शुरु कर दी.
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दो हफ़्तों में सामने आई तीन वारदातें: इससे पहले भी आरोपी भिंड के रहने वाले राजेश कुशवाह के साथ भी पंजाब नेशनल बैंक के पास बने SBI के ATM से इसी तरह का ATM बदल कर फ्रॉड कर चुके थे. फरियादी राजेश कुशवाह अपनी बहन और पत्नी के साथ 7 सितंबर को एटीएम मशीन से रुपए निकालने गए थे. उन्होंने मशीन में अपना कार्ड लगाया तो वहां खड़े एक शख्स ने उन्हें टोका कि वह अपना कार्ड गलत लगा रहे.
यह कहकर उसने कार्ड लिया और सफाई से बदल दिया. जब वह कार्ड एटीएम मशीन में लगाया तो उसे रुपए नहीं निकल सके, देखने पर पता चला कि एटीएम बदल चुका था. बैंक sms के जरिए पता चला कि खाते से 25 हजार रुपए निकाले गए हैं, उन्होंने तुरंत कार्ड ब्लॉक कराया और पुलिस में मामला दर्ज कराया. ठीक इसी तरह 27 अगस्त को बीजपुरी गांव के रहने वाले सतेंद्र सिंह भदौरिया के साथ भी ATM बदल कर 7-8 ट्रांजेक्शन में 63,500 रुपए खाते से निकालकर धोखाधड़ी की थी.
मुखबिर सूचना पर घेराबंदी कर दबोचे आरोपी: इस तरह की घटनाएं देखते हुए पुलिस ने मामले पर तुरंत गंभीरता से एक्शन लिया. मुखबिर तंत्र को एक्टिव किया. साइबर पुलिस की भी मदद ली. इसके चलते गुरुवार को ऊमरी थाना टीआई को मुखबिर से सूचना मिली.
इस सूचना का आधार था- "ATM कार्ड की धोखाधड़ी करने वाले गैंग के कुछ सदस्य एक कार में भिंड की एमजेएस ग्राउंड के पास देखे गए हैं."
इसके बाद तुरंत कार्रवाई करते हुए ऊमरी टीआई अपनी टीम के साथ मौक़े पर पहुंचे. यहां सायबर सेल की टीम के साथ घेराबंदी कर आरोपियों को धर दबोचा.
जेब कतरों से ख़रीदते थे पुराने कार्ड: पकड़े गए आरोपियों की तलाशी ली गई, तो इनके पास से 21 अलग अलग बैंकों के ATM कार्ड मिले. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे जेबकतरों से वह 100 -150 रुपये में पुराने कार्ड ख़रीद लेते थे. इन्हें वारदात के लिए इस्तेमाल करते थे.
पुलिस के हाथ आए तीन में से दो आरोपी आज़ाद अली और साउद रंगरेज उत्तरप्रदेश के ग़ाज़ियाबाद जिले के रहने वाले हैं. वहीं, एक आरोपी अजीम खान भिंड शहर के गड़ैयामाता इलाके का रहने वाला है. पुलिस आरोपियों से पूछताछ में जुटी हुई है.
बताया जा रहा है कि आरोपियों ने मध्य प्रदेश में भिंड मुरैना दतिया समेत राजस्थान के धौलपुर जयपुर के साथ कई जिलों में और उत्तर प्रदेश के झांसी जालौन ग़ाजियाबाद समेत कई जिलों में इस तरह की वारदातों को अंजाम दिया है. आरोपियों का एक साथी पुलिस से बचकर फरार होने में क़ामयाब रहा है. इसकी गिरफ़्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं.
किस तरह होती ATM कार्ड से ठगी: इस तरह की वारदातों को अंजाम देने के लिए आरोपी अक्सर ऐसे कस्बों को चिन्हित करते हैं, जहां अक्सर भीड़ भाड़ होती है. इसके बाद ठग बुजुर्गों और महिलाओं या ऐसे लोगों को टारगेट करते हैं, जिन्हें ATM मशीन पर ATM कार्ड का ठीक से उपयोग करना नहीं आता.
अक्सर ठग ATM कैबिन में पहले से मौजूद होते हैं. वे मशीन के कई बटन एक साथ दबा कर उसकी कार्यप्रणाली को बिगाड़ने का प्रयास करते हैं. इससे की ATM मशीन देर से रेस्पॉन्स करे. इसके बाद वे मदद करने के नाम पर अपने शिकार के हाथ से ATM कार्ड लेकर चुपके से उसे बदल देते हैं.
बातों ही बातों में उन्हें कार्ड उपयोग करने का तरीका बताते हुए, उसका पासवर्ड जान लेते हैं. तुरंत वहां से निकल जाते हैं. बाद में किसी अन्य ATM मशीन की तरफ से पीड़ित के बैंक खाते को खाली कर देते हैं.
ATM फ्रॉड से बचाव के लिए इन बातों का रखें ध्यान
- अपना ATM कार्ड अनजान व्यक्ति के हाथ में ना दें.
- जरूरत पड़े तो कार्ड मशीन में खुद लगाएं और स्वयं ही वापस निकालें.
- यदि ATM मशीन से रुपए निकालने में परेशानी हो रही है तो अनजान की जगह ATM सिक्योरिटी गार्ड की मदद लें.
- अपना ATM कार्ड पिन किसी अन्य या बाहरी व्यक्ति के सामने ना डालें.
- ATM मशीन का इस्तेमाल करते समय यदि कोई अनजान व्यक्ति मौजूद है, तो उसे बाहर जाने को कहें.
- कार्ड किसी ने धोखे से बदल दिया, तो तुरंत बैंक कस्टमर केयर पर कॉल कर कार्ड ब्लॉक कराएं.