भिंड। किसान जागरुकता अभियान के तहत भिंड जिले के विकासखंड अटेर के ग्राम कनेरा में कृषक संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस द्वारा अटेर क्षेत्र के प्रगतिशील किसानों से खरीफ में अधिक से अधिक फसल उगाने के संबंध में चर्चा की गई और किसानों से खरीफ फसल का रकबा में कमी का कारण एवं समस्याओं के बारे में चर्चा कर जानकारी ली. कलेक्टर ने खाद बीज सुगमता से किसानों को उपलब्ध हो सके, इसके लिए कृषि विभाग के उपसंचालक राम सुजान शर्मा को निर्देशित किया.
कैंप लगाकर सुनें समस्याएं : कलेक्टर ने किसानों से सहकारी समितियों में सदस्यता और शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिए कहा. उन्होंने अटेर क्षेत्र में सहकारी समितियों के सचिव, मुख्य कार्यपालन अधिकरी को निर्देशित कर कहा कि कैंप लगाकर किसानों की समस्याओं का निराकरण कराएं. कार्यक्रम के दौरान भिंड कलेक्टर ने आवारा गौवंश की समस्या पर भी प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि आवारा गौवंश के कारण जो किसान खरीफ फसल छोड़ देते हैं वहां पर क्लस्टर बनाकर किसान खेती करें.
ये खबरें भी पढ़ें... |
गौपालन करने की सलाह : कलेक्टर ने किसानों को सलाह दी कि संसाधन सम्पन्न किसान देशी गायों को गोद लेकर या पालन कर उसके गोबर और गौमूत्र से प्राकृतिक खेती करें. उन्होंने कहा कि समितियों में खाद पर्याप्त मात्रा में भंडारित है. आवश्यकता अनुसार किसान उठाव कर सकते हैं. इस वर्ष खरीफ का रकबा 1.66 लाख हेक्टेयर प्रस्तावित है, जिसके लिए पर्याप्त मात्रा में बाजरा, ज्वार, तिल मूंग, उड़द का बीज उपलब्ध है. इसके साथ ही कलेक्टर ने कहा कि किसानों की समस्याओं के प्रति जिला प्रशासन गंभीर है.