भिंड। मध्य प्रदेश में शनिवार को BJP की आख़िरी लिस्ट सामने आने के बाद ही जहां टिकट फाइनल होने वाले प्रत्याशियों हमें खुशी की लहर हैं, वही जिन दावेदारों के टिकट कटे हैं वहाँ नाराजगी भी जमकर देखी जा रही है. एक बड़ा झटका भिंड विधानसभा में भी लगा है. जहां पिछले साल बसपा से विधायक बने हैं. संजीव सिंह कुशवाह अपनी पार्टी छोड़कर BJP में शामिल हो गए थे, लेकिन ऐसा विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने उनका ही टिकट काट दिया है. ऐसे में भिंड विधायक संजीव सिंह कुशवाह के समर्थकों ने भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, अपनी नाराजगी जताते हुए न सिर्फ शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के खिलाफ नारेबाजी की बल्कि केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर का पुतला भी फूंका है.
समर्थकों से चुनाव लड़ने पर की राय शुमारी: वहीं, इस प्रदर्शन के बाद BJP विधायक संजीव सिंह कुशवाह ने समर्थकों के साथ ओपन फील्ड सभा भी की. उन्होंने अपने समर्थकों से आगामी विधानसभा चुनाव में चुनाव लड़ने के संबंध में राय भी मांगी थी. इस दौरान अपने समर्थकों के साथ यात्रा करते हुए विधायक संजीव सिंह ने भारतीय जनता पार्टी द्वारा उनके साथ नेताओं द्वारा षड्यंत्र किए जाने की बात भी कही. साथ ही चुनाव लड़ने को लेकर समर्थन भी मांगा. इतना साफ कर दिया कि आने वाले चुनाव में संजीव सिंह कुशवाह चुनावी मैदान में नजर आएंगे.
एक बड़े नेता ने आख़िरी मौक़े पर निकली दुश्मनी: वहीं मीडिया से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि ''भारतीय जनता पार्टी ने 2013 में भी मुझे टिकट नहीं दिया था, 2018 में भी टिकट नहीं दिया था. ऐसे में यह कहना गलत होगा कि मेरा टिकट काटा गया. पार्टी से मुझे कभी टिकट नहीं आयी. हालांकि एक साल पहले पहल की गई थी मुझसे कहा गया था कि अब रिंग में हमें आपको ही आगे बढ़ाना है. आप ही हमारे कैंडिडेट होंगे और पार्टी द्वारा आगे बढ़ाया भी गया था. लेकिन जब मौका आया तब षड्यंत्र पूर्वक एक बड़े नेता द्वारा दुश्मनी निकाली गई है.'' संजय सिंह कुशवाह का कहना है कि ''2018 में उन्हें पार्टी ने नहीं जनता ने विधायक बनाकर भोपाल पहुंचाया था.''
पार्टी ने षड्यंत्र के तहत किया विश्वासघात: जब उनसे षड्यंत्रकारी नेता का नाम पूछा गया तो संजीव सिंह ने कहा कि ''षड्यंत्र में तो शायद सभी शामिल थे. जीवन में कमिटमेंट ही सबसे बड़ी चीज़ होती है. हम एक दूसरे पर भरोसा कर सकते हैं और विश्वासघात का कोई दूसरा पहलू नहीं. आप जब पार्टी ने विश्वासघात किया है तो हम कर भी क्या सकते हैं जनता के भरोसे थे, अब भी जनता के भरोसे आगे बढ़ेंगे."' विधायक संजीव सिंह कुशवाह का कहना है कि ''उन्होंने हमेशा कार्यकर्ताओं का सम्मान किया है. उनकी भावनाओं का ध्यान रखा है. क्योंकि उन्हें के दम पर वह इस मुकाम पर पहुंचे हैं अब उनके कार्यकर्ता समर्थक जो भी कहेंगे मैं उनके निर्देशों का सम्मान पूर्वक पालन करूंगा.
निर्दलीय लड़ सकते हैं चुनाव: विधायक से जब पूछा गया कि ज्यादातर राजनैतिक दलों ने अपने प्रत्याशी पहले ही घोषित कर दिए हैं अब चुनाव लड़ने की क्या संभावनाएं हैं? इस बात का जवाब देते हुए विधायक ने साफ शब्दों में कहा कि "जो लोग किसी पार्टी के टिकट पर नहीं लड़ते तो क्या निर्दलीय विधायक नहीं बनते है, पिछली बार भी मध्य प्रदेश में 4 विधायक निर्दलीय चुनाव जीत कर आए थे, उन्हें क्या किसी पार्टी ने जिताया था. हर प्रत्याशी जनता जनार्दन के समर्थन से विधायक बनता है. जनता का उसूल है वह जिसे चाहेगी राजा बना देगी जिसे चाहेगी रंक बना देगी.''
कार्यकर्ताओं ने फूंका वीडी शर्मा का पुतला: वहीं, विधायक संजीव सिंह कुशवाह के समर्थकों द्वारा भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के पुतला दहन और नारेबाज़ी कर अपना आक्रोश जताने को लेकर विधायक ने कहा कि ''यह तो एक स्वाभाविक बात है कि कार्यकर्ताओं में थोड़ी तात्कालिक नाराज़गी रहती है. निश्चित तौर पर जब कार्यकर्ताओं की उम्मीदों के विपरीत कोई कार्य होता है तो उसमें नाराजगी भी रहती ही है और उसी के तहत इस तरह की परिस्थिति बनी होगी.''