भिंड। लॉकडाउन का तीसरा चरण शुरू हो चुका है, ऐसे में भारत सरकार ने हाल ही में देश के सभी जिलों को कोरोना महामारी के हिसाब से ग्रीन, ऑरेंज और रेड जोन में विभाजित किया है. जिसके बाद तीसरे चरण में सरकार ने कई रियायत दी हैं. वहीं ग्रीन जोन में शामिल भिंड जिले का बाजार सोमवार को पूरी तरह से बंद है.
ग्रीन जोन में होने के बावजूद भिंड जिले में लोगों को तीसरे चरण के लॉकडाउन में मिलने वाली रियायतों के लिए एक दिन का इंतजार करना पड़ेगा. सोमवार को जिले में बाजार बंद रहता है. इतने समय तक लगातार बाजार बंद रहने की वजह से लोगों को उम्मीद थी, कि शायद लॉकडाउन में उन्हें बाहर निकलने का और सामान खरीदने का मौका मिलेगा, लेकिन कलेक्टर ने वर्तमान हालातों के मद्देनजर कई अहम फैसले लिए हैं.
कई दुकानें रहेंगी बंद
ग्रीन जोन में होने का फायदा देते हुए भिंड कलेक्टर ने आदेश जारी कर बताया है कि 4 मई से लॉक डाउन में भिंड की जनता को और व्यापारी वर्ग को थोड़ी रियायत मिली है. शहरी इलाके में गली मोहल्लों में खुलने वाली एकल दुकानों को अब खोलने की इजाजत दे दी गई है, लेकिन दुकानों से आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई की जाएगी, जो चीजें जीवन पर्याय के लिए आवश्यक नहीं है उन्हें फिलहाल इस रियायत से बाहर रखा गया है. वहीं नाई की दुकान, सैलून, ब्यूटी पार्लर, शॉपिंग कंपलेक्स, मुख्य बाजार और अन्य दुकानें एक साथ नहीं खोली जाएगी. इसके साथ ही ऑटो रिक्शा चलाने की भी छूट जिला प्रशासन द्वारा दे दी गई है. हालांकि सुबह से कोई भी ऑटो बाजार में नहीं दिखा है.
सोमवार होने से नहीं खुली दुकान
बाजार नियमों के अंतर्गत सोमवार के दिन भिंड का पूरा बाजार बंद रहता है, इस लॉक डाउन में भी पहले दिन सोमवार पड़ने की वजह से बाजार बंद है. हालांकि सब्जी फल के ठेले, दूध की दुकान और मेडिकल स्टोर खुले हुए हैं.
शराब की दुकानों पर संशय
सरकार द्वारा शराब दुकान खोले जाने की छूट दे दी गई है, भिंड में सोमवार को शराब दुकानें पूरी तरह बंद है और अब तक कलेक्टर इस निर्णय पर नहीं पहुंचे हैं कि उन्हें कल से दुकान खोलना है या नहीं, इसके पीछे एक बड़ा कारण ये है कि इतने दिन के बाद शराब खरीददार उतावले हैं. ऐसे में कहीं छूट मिलते ही शराब दुकानों पर हुजूम ना लग जाए और सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां ना उड़े. इस बात को देखते हुए कलेक्टर अभी इस पर विचार कर रहे हैं.