भिंड। जिले के देहात थाना क्षेत्र में हुई 11 साल के बच्चे आर्यन शर्मा की निर्मम हत्या का पुलिस ने आखिरकार 24 घंटे के अंदर खुलासा कर दिया है. मामले में पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है (Murder Accused Arrested In Bhind). बीते कुछ समय से भिंड जिले में क्राइम रेट लगातार बढ़ता देखा जा रहा है. मारपीट लूट और हत्या जैसी वारदातों से भिंड का नाम बदनाम हो रहा है. इस बीच शहर के देहात थाना क्षेत्र में 11 साल के मासूम आर्यन शर्मा की हत्या ने सभी को झकझोर के रख दिया. मासूम का शव मिलने के बाद से ही पुलिस पर इस बात का दबाव था कि जल्द से जल्द हत्या की इस गुत्थी को सुलझाया जाए.हुआ भी कुछ ऐसा ही हत्या के 24 घंटे के अंदर ही मासूम के हत्यारों को पुलिस ने सलाखों के पीछे पहुंचा दिया.
मंगलवार को गायब हुआ था आर्यन: बुधवार सुबह देहात थाना क्षेत्र के चंदनपुरा गांव में एक स्कूल के पास सुबह-सुबह 11 वर्षीय आर्यन शर्मा की लाश एक बोरे में बंधी मिली थी. आर्यन 1 दिन पहले से ही घर से गायब था, लेकिन न तो उसकी हत्या का मोटिव समझ आ रहा था और ना ही किसी पर हत्या का शक. ऐसे में मासूम की हत्या पहेली बन गई थी. पुलिस कंट्रोल रूम में मामले का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक द्वारा बताया गया कि बच्चे के परिजनों द्वारा मंगलवार को देहात थाने में उसके गायब होने की सूचना दी गई थी. इसके बाद से ही लगातार पुलिस द्वारा उसकी खोजबीन की जा रही थी. आस-पड़ोस के सभी घर को भी सर्च कर लिया गया था, क्योंकि बच्चे की उम्र 11 वर्ष थी, ऐसे में इस बात की भी आशंका जताई जा रही थी कि कहीं वह ट्रेन में बैठकर ग्वालियर या इटावा न चला गया हो, जिसके लिए दोनों ही रेलवे स्टेशन पर भी संपर्क कर जानकारी दी, लेकिन मंगलवार को कहीं से भी बच्चे का कोई सुराग नहीं मिल सका.
स्कूल संचालक ने की थी हत्या, 5 साथी भी गिरफ्तार: उन्होंने बताया कि बुधवार की सुबह कुछ मजदूरों द्वारा उस इलाके के आरकेडी स्कूल के पास खाली प्लॉट में बोरी में बंधी बच्चे की लाश की सूचना दी गई थी, जब घरवालों से शिनाख्त कराई गई तो वह मासूम आर्यन शर्मा का शव था. पुलिस ने मौके पर एफएसएल डॉग स्क्वाड बुलाकर जांच शुरू की. साथी मुखबिरों से भी सूचना इकट्ठा करना शुरू की सारी जानकारी एकत्रित होने के बाद पुलिस का शक आरकेडी स्कूल संचालक पर गया, जहां पास ही में बच्चे का शव मिला था. शक के आधार पर जब स्कूल संचालक को राउंडअप किया गया और कड़ाई से उससे पूछताछ की तो उसने बच्चे की हत्या करना स्वीकार कर लिया. साथ ही इस वारदात में 5 अन्य लोगों के शामिल होने की भी बात सामने आई. जिस पर पुलिस ने सभी 6 आरोपियों को हिरासत में लेकर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया.
क्रिकेट के सट्टे और कर्ज ने बनाया हत्यारा: अब सवाल आता है कि इस वारदात के पीछे वजह क्या थी तो आपको बता दें कि मामले में मुख्य आरोपी पवन उर्फ बालकृष्ण शर्मा आरकेडी स्कूल का संचालक और प्राचार्य है. लॉकडाउन के दौरान आर्थिक तंगी में आ गया था, इसके बाद उसे जुएं और क्रिकेट के सट्टे की आदत लग गई. जिसकी वजह से वह भारी कर्ज में डूब गया, इस कर्ज को जल्द चुकाने के लिए किसी शासकीय कर्मचारी के बच्चे के अपहरण की योजना बनाई. इसी बीच 3 से 4 दिन बाद स्कूल के पास ही रहने वाले आर्मी में पदस्थ धीरेंद्र शर्मा छुट्टी लेकर घर आए तो आरोपी ने उनके बच्चे के अपहरण की योजना बनाई थी, लेकिन मंगलवार को बच्चे के अपहरण के कुछ देर बाद ही उसकी हत्या कर दी. अगले दिन गुरुनानक जयंती होने से स्कूल की छुट्टी थी ऐसे में पुलिस भी बनफ स्कूल की सर्चिंग नहीं कर सकी थी.
Bhind Crime News: मंगलवार को गायब हुआ था मासूम आर्यन, बुधवार सुबह बोरी में बंधा मिला शव
किस तरह दिया वारदात को अंजाम: जानकारी के मुताबिक मंगलवार की सुबह जब आर्यन अपने घर के बाहर खेल रहा था. उसी दौरान आरकेडी स्कूल के आरोपी संचालक पवन ने बच्चे को चॉकलेट देने के बहाने स्कूल के अंदर बुला लिया, इसके बाद उसके साथ खेलते-खेलते उसे रस्सी से बांधा, लेकिन इस बीच कहीं बच्चे को इस बात का शक हो गया, जब बच्चे ने चिल्लाना शुरू किया तो आरोपी ने उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया और फिरौती मांगने के लिहाज से उसका एक वीडियो भी बनाया, लेकिन मोबाइल में इंटरनेट ना होने की वजह से उस वीडियो को भेज नहीं सका. वहीं बच्चे के मचलने पर उसका गला दबाकर उसकी हत्या कर दी. एक घटना के बाद बच्चे की लाश को ठिकाने लगाने और मामले का खुलासा हो जाने के डर से आरोपी ने अपने साले शैलेश और दीपू को बुला लिया, लेकिन तब तक परिजन और पुलिस की मूवमेंट बढ़ जाने से लाश को ठिकाने नहीं लगा सके. वहीं इस केस में सह आरोपी बना मधुर कटारे कथित तौर ओएफ पत्रकार है, जो उनके संपर्क में था और रात भर रैकी करते हुए आरोपियों को जानकारी देता रहा. आरोपियों ने रात में लाश को ठिकाने लगाने के लिए दो और लोगों विश्राम शर्मा और धीरज कांकर को बुलाया. जिन्होंने एक बाइक पर शव लेजाने की प्लानिंग की शव को बोरी में दाल कर रस्सी से बांधा लेकिन लगातार आवाजाही के चलते वे उसे घिकाने नही लगा सके आखिर में रात करीब दो बजे के आसपास आरोपी बच्चे का शव स्कूल की छत से नीचे खाली प्लाट में फेंक कर फरार हो गए थे.
रेत की ट्रॉली में छिपाकर ले जाना चाहते थे शव: जानकारी यह भी सामने आई है कि शव को ठिकाने लगाने के लिए रेत का भी सहारा लेने की प्लानिंग थी, आरोपी रेत से भरी ट्रॉली स्कूल के पास लाना चाहते थे, जिसे आधा खाली कर ट्रॉली के बचे रेत में लाश को छिपा कर कही और लेजाकर ठिकाने लगाना चाहते थे, लेकिन पुलिस एक्टिविटी के चलते यह योजना भी फेल हो गयी थी. गौरतलब है कि, भिंड के देहात थाना क्षेत्र के चंदनपुरा में रहने वाले धीरेंद्र शर्मा का 11 वर्षीय बेटा आर्यन मंगलवार की सुबह घर के बाहर खेल रहा था जो कुछ समय बाद अचानक गायब हो गया सभी जगह तलाश करने के बाद उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी थी काफी सर्चिंग और पतासाजी के बाद भी उसका कुछ पता नही चला और बुधवार सुबह आरकेडी स्कूल के बगल में खाली प्लाट में उसकी लाश एक बोरी में बंधी मिली थी. पुलिस ने उसके हत्यारों को गिरफ्तार तो कर लिया लेकिन बेटे की हत्या से आहत पूरा परिवार अब शोक में डूबा है.