भिंड। जिले में अपराधी अब बेखौफ हो चुके हैं. न पुलिस का डर है न कानून की परवाह. सरेआम लूटपाट और हत्या जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. भिंड के उमरी कस्बे में ऐसी ही घटना सामने आई है. जहां एक सर्राफा व्यापारी से उसके घर के बाहर गहनों से भरा बैग बदमाशों ने लूटा और लूट के बाद गोली मारकर उसकी हत्या भी कर दी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरु कर दी है. जानकारी के मुताबिक ऊमरी कस्बे के रहने वाले मदन मोहन सोनी बीते कई वर्षों से बाजार में अपनी सोने-चांदी के गहनों की सर्राफा दुकान चला रहे थे घर भी महज 200 मीटर की दूरी पर था. शुक्रवार देर शाम जब दुकान बंद कर घर पहुंचे तो हत्यारे उनका इंतजार कर रहे थे. इसी दौरान लुटेरों ने वारदात को अंजाम दे दिया.
सात लाख के जेवर, डेढ़ लाख की नकदी की लूट: मृतक व्यापारी के बेटे प्रदीप ने बताया कि ''उसके पिता घर में अकेले रहते थे, उनका पूरा परिवार भिंड शहर में बने मकान में रहता है. परिजन आते जाते रहते हैं, लेकिन व्यापार होने की वजह से मदन मोहन सोनी उमरी में ही रुकते थे.'' वे हर रोज की तरह ही शुक्रवार देर शाम अपनी सोने चांदी की दुकान को बंद कर घर के लिए निकले थे. वह कुछ दिनों से अकेले रह रहे थे, इसलिए घर में भी ताला पड़ा हुआ था. उनके साथ उनका छोटा भतीजा भी था जो इस घटना का प्रत्यक्षदर्शी था. उसने बताया कि ''जैसे ही मदन मोहन सोनी ने घर का दरवाजा खोला उसी समय आसपास की लाइट बंद होने से अंधेरा हो गया. इसी बीच दो बदमाशों ने उनके हाथ से गहनों से भरा बैग छीन लिया, बैग में करीब 7 लाख के गहनों के साथ ही करीब डेढ़ लाख रुपए की नकदी भी थी.''
बैग छीनने की कोशिश में फायरिंग: बताया जा रहा है कि गहनों के बैग की छीना झपटी में जब बदमाश सफल नहीं हो सके तो उन्होंने अवैध कट्टे से सर्राफा व्यापारी पर गोली दाग दी. पहला कारतूस मिस हो गया तो बदमाशों ने दूसरा भी फायर कर दिया. जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. वहीं, मृतक के बेटे प्रदीप ने बताया कि ''उनके पिता ने गले में भी कुछ जेवरात पहन रखे थे बदमाश उन्हें भी लेकर बैग के साथ फरार हो गए.'' उसने बताया कि ''पूरे मोहल्ले में अंधेरा होने के बावजूद इस हत्या के पीछे सोची समझी साजिश हो सकती है. क्योंकि बदमाश पहले से ही घात लगाए बैठे थे और उनके आने से पहले लाइट का अचानक जाना बदमाशों द्वारा वारदात को अंजाम देने के बाद बिजली का दोबारा आना संदेहास्पद है.''
जिला अस्पताल में परेशान होते रहे परिजन: वहीं, इस पूरे मामले में पुलिस का भी रवैया ढुलमुल नजर आया. जिला अस्पताल पहुंचने के बाद भी मृतक के परिजन शव के साथ परेशान होते रहे. पहले परिजन को पुलिस शवगृह ले गई, कुछ देर बाद दोबारा ट्रामा सेंटर पर बुलाया गया. वहीं शव को पोस्टमार्टम के लिए पीएम हाउस ले जाते समय भी मृतक की एमएलसी के लिए होने वाले एक्सरे की व्यवस्था नहीं हो सकी. बताया गया कि एक्सरे मशीन ऑपरेटर रात होने की वजह से उपलब्ध नहीं हैं. इन परिस्थितियों की वजह से मृतक के परिजन शव के साथ अस्पताल परिसर की सड़क पर करीब आधे घंटे से अधिक समय तक खड़े रहे. बाद में शव को डेड हाउस में रखवाया गया.
कार्रवाई के नाम पर शव को अस्पताल पहुंचाया: वहीं, इस लूट और हत्या की वारदात के संबंध में उमरी पुलिस थाने की जिम्मेदारी संभाल रहे उपनिरीक्षक एमएस परिहार का कहना है कि ''घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची थी. इसके बाद मृतक की बॉडी लेकर जिला अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए लेकर आई. रात होने की वजह से फिलहाल पोस्टमार्टम नहीं हो सका है.'' जब उपनिरीक्षक परिहार से पूछा गया कि इस मामले में अब तक क्या कार्रवाई की है तो उन्होंने प्रथम दृष्टि से हत्या का मामला स्वीकार करते हुए कहां कि ''आरोपी अब भी फरार हैं और पुलिस मौके पर है.''