भिंड। जिला कलेक्टर सतीश कुमार एस जनसेवा अभियान कार्यक्रम के निरीक्षण के लिए गोहद के इकहारा गांव पहुंचे थे, कलेक्टर के दौरे की जानकारी लगने पर गांव के सरपंच पति विश्वनाथ सिंह भी मौके पर पहुंचे. निरीक्षण के दौरान सरपंच पति ने कलेक्टर से गांव के स्कूल सम्बंधी समस्याओं के बारे में बताया. जब कलेक्टर ने बातचीत में उनसे उनका प्रोफेशन पूछा तो विश्वनाथ सिंह ने बताया कि वह खुमानपुरा शासकीय स्कूल में शिक्षक के पद पर पदस्थ हैं. फिर क्या था स्कूल में ड्यूटी टाइम के दौरान दूसरे गांव में देखकर कलेक्टर का पारा चढ़ गया.
शिक्षक की बात सुन कलेक्टर को आया गुस्सा: जिला कलेक्टर ने जब मौके पर मौजूद शिक्षक से पूछा कि ड्यूटी टाइम में वे दूसरे गांव में क्यूं हैं, क्या उन्होंने छुट्टी ली है, लेकिन एक भी प्रश्न का संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर कलेक्टर ने डीईओ को कार्रवाई के लिए निर्देश दिए. पता किया गया तो जानकारी लगी कि, मास्टर जी तो स्कूल में हस्ताक्षर कर अटेंडेंस भरकर गांव में सरपंची करने चले जाते हैं, फिर क्या था परिणाम स्वरूप शिक्षक एवं सरपंच पति विश्वनाथ सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित किए जाने के लिए निर्देश दिए. जिसका आदेश देर शाम तक डीईओ कार्यालय से जारी हो गया, हालांकि निलंबन अवधि में मुख्यालंय डाईट भिण्ड में अटैच किया गया है.
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मेघपुरा में स्कूल प्राचार्य को किया निलंबित: इसके अलावा गोहद क्षेत्र के निरीक्षण के दौरान मेघपुरा गांव में भी शासकीय स्कूल में छात्रों के लिए मध्यान भोजन नहीं बनवाने एवं शाला परिसर में अन्य अनियमितताओं को देखते हुए स्कूल प्राचार्य आनंद शर्मा पर भी निलंबित की कार्रवाई की गई है.