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रोज शंख बजाने से होंगे चमत्कारी लाभ, जानिए क्या हैं शंख बजाने के अद्भुत फायदे.. - शंख बजाने से होगा व्यायाम

Shankh Bajane Ke Fayde: पूजा पाठ ही नहीं रोजाना शंख बजाने से फेंफड़े भी मजबूत होते हैं, आइए जानते हैं क्या-क्या हैं शंख बजाने के फायदे-

Shankh Health Benificial
शंख बजाने के फायदे
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jan 1, 2024, 9:19 AM IST

Updated : Jan 1, 2024, 9:32 AM IST

Shankh Health Benificial: आपने घरों में पूजा पाठ के समय या मंदिरों में आरती के समय अक्सर शंख बजते तो देखा ही होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि शंख की ध्वनि से वातावरण तो शुद्ध होता ही है, बल्कि इसके कई अन्य स्वास्थ्यवर्धक फायदे भी हैं, जो शंख बजाने वाले को मिलते हैं. तो आइए बिना देर किए आपको बताते हैं कि आखिर शंख बजाने का हमारी हेल्थ से क्या कनेक्शन हैं और इससे कैसे फायदा मिलता है.

सबसे पहले आपको यह जानकर हैरानी होगी कि जिस शंख को बजाने में सांस की पूरी ताकत लग जाती है, असल में यही वह उपकरण है जो आपको श्वांस संबंधी बीमारियों में राहत भी दिलाता है. क्योंकि शंख बजाने से सांस लेने की क्षमता में सुधार आता है, साथ ही शंख बजाने की टेक्निक की वजह से थेयरॉइड ग्लैंड्स और स्वरयंत्र में खिंचाव होने से उनका व्यायाम होता है, जो वाणी संबंधी समस्याओं को दूर करता है. यानी बोलने में होने वाली परेशानियों को ठीक करता है.

फेंफड़ों को मजबूत बनाता है शंख: सांस लेने में तकलीफ के साथ साथ कमजोर फेंफड़ों को ठीक करने के लिए भी शंख बजाना सबसे अच्छा उपाय है, खुद चिकित्सक यह बात मानते हैं कि शंख बजाने से फेंफड़ों में ऑक्सीजन भरने की मात्रा बेहतर होती है, साथ ही उनका व्यायाम होता है. इसके प्रभाव से फेंफड़े दुरुस्त होने के साथ ही गले के रोग भी नहीं होते और याददस्त भी मजबूत होती है.

हार्ट अटैक की संभावना घटाता है शंख: एक स्टडी के मुताबिक शंख बजाने वाले लोगों में सामान्य लोगों की अपेक्षा हार्ट अटैक की संभावना कम रहती है, जिसकी वजह है कि शंख बजाने से शरीर के अंदर खड़ककर हार्ट और फेंफड़ों के सारे ब्लॉकेज खुल जाते हैं और शुद्ध ऑक्सीजन सीधे हृदय तक भी पहुंचती है, जिससे हृदयघात की संभावना काफी कम हो जाती है.

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शंख बजाने से होगा व्यायाम: रोजाना शंख बजाने से गुदाशय की मांसपेशियां मजबूत बनती हैं, शंख बजाना मूत्रमार्ग, मूत्राशय, निचले पेट, डायाफ्राम, छाती और गर्दन की मांसपेशियों के लिए काफी बेहतर साबित होता है, शंख बजाने से इन अंगों का व्यायाम हो जाता है.

Disclaimer: इस लेख में बताई गई बातें जानकारी के तौर पर लें. किसी भी प्रकार के प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें, आपके निर्णयों के लिए ईटीवी भारत जिम्मेदार नहीं माना जाएगा.

Shankh Health Benificial: आपने घरों में पूजा पाठ के समय या मंदिरों में आरती के समय अक्सर शंख बजते तो देखा ही होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि शंख की ध्वनि से वातावरण तो शुद्ध होता ही है, बल्कि इसके कई अन्य स्वास्थ्यवर्धक फायदे भी हैं, जो शंख बजाने वाले को मिलते हैं. तो आइए बिना देर किए आपको बताते हैं कि आखिर शंख बजाने का हमारी हेल्थ से क्या कनेक्शन हैं और इससे कैसे फायदा मिलता है.

सबसे पहले आपको यह जानकर हैरानी होगी कि जिस शंख को बजाने में सांस की पूरी ताकत लग जाती है, असल में यही वह उपकरण है जो आपको श्वांस संबंधी बीमारियों में राहत भी दिलाता है. क्योंकि शंख बजाने से सांस लेने की क्षमता में सुधार आता है, साथ ही शंख बजाने की टेक्निक की वजह से थेयरॉइड ग्लैंड्स और स्वरयंत्र में खिंचाव होने से उनका व्यायाम होता है, जो वाणी संबंधी समस्याओं को दूर करता है. यानी बोलने में होने वाली परेशानियों को ठीक करता है.

फेंफड़ों को मजबूत बनाता है शंख: सांस लेने में तकलीफ के साथ साथ कमजोर फेंफड़ों को ठीक करने के लिए भी शंख बजाना सबसे अच्छा उपाय है, खुद चिकित्सक यह बात मानते हैं कि शंख बजाने से फेंफड़ों में ऑक्सीजन भरने की मात्रा बेहतर होती है, साथ ही उनका व्यायाम होता है. इसके प्रभाव से फेंफड़े दुरुस्त होने के साथ ही गले के रोग भी नहीं होते और याददस्त भी मजबूत होती है.

हार्ट अटैक की संभावना घटाता है शंख: एक स्टडी के मुताबिक शंख बजाने वाले लोगों में सामान्य लोगों की अपेक्षा हार्ट अटैक की संभावना कम रहती है, जिसकी वजह है कि शंख बजाने से शरीर के अंदर खड़ककर हार्ट और फेंफड़ों के सारे ब्लॉकेज खुल जाते हैं और शुद्ध ऑक्सीजन सीधे हृदय तक भी पहुंचती है, जिससे हृदयघात की संभावना काफी कम हो जाती है.

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शंख बजाने से होगा व्यायाम: रोजाना शंख बजाने से गुदाशय की मांसपेशियां मजबूत बनती हैं, शंख बजाना मूत्रमार्ग, मूत्राशय, निचले पेट, डायाफ्राम, छाती और गर्दन की मांसपेशियों के लिए काफी बेहतर साबित होता है, शंख बजाने से इन अंगों का व्यायाम हो जाता है.

Disclaimer: इस लेख में बताई गई बातें जानकारी के तौर पर लें. किसी भी प्रकार के प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें, आपके निर्णयों के लिए ईटीवी भारत जिम्मेदार नहीं माना जाएगा.

Last Updated : Jan 1, 2024, 9:32 AM IST
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