भिंड। आखिरकार लंबे समय के बाद शिवराज मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया है. जिसमें 28 मंत्रियों ने कैबिनेट और राज्य मंत्री की शपथ ली है. भिंड जिले को दो मंत्री मिले हैं.जिनमें अटेर विधायक अरविंद भदौरिया को कैबिनेट मंत्री और ओपीएस भदौरिया को राज्यमंत्री बनाया गया है. जिसके चलते पूरे जिले में खुशी का माहौल है. ईटीवी भारत की टीम कैबिनेट मंत्री अरविंद भदौरिया के घर पहुंची. इस दौरान मंत्री के परिजनों ने बताया कि उन्हें बहुत खुशी है. अरविंद भदौरिया ने लंबे समय से संघर्ष किया है. जिसका फल आज उन्हें मिला है.
मध्य प्रदेश में कांग्रेस को सत्ता से बाहर कर बीजेपी को वापस सरकार में लाने के लिए अरविंद भदौरिया की भूमिका भी अहम थी. जब 22 बागी विधायकों को बेंगलुरू में रखा गया था उस समय अरविंद भी शामिल थे. जिनकी बदौलत प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनी. आज कैबिनेट विस्तार के साथ ही उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. इस मौके पर बधाई देने वालों का भी तांता लग गया है. शहर की मीरा कॉलोनी में स्थित उनके घर पर समर्थक लगातार बधाइयां देने पहुंच रहे हैं. जिस पर परिजनों ने भी खुशी जाहिर की है.
कैबिनेट मंत्री की भतीजी अपर्णा ने कहा कि उन्हें पहले से ही पता था कि सरकार में उन्हें मंत्री पद मिलेगा ही, लेकिन कैबिनेट मंत्री बनाया गया तो बहुत ही खुशी हो रही है. अरविंद परिवार के सभी लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत रहे हैं. ऐसे में अब पूरे परिवार में खुशी का माहौल है. उन्होंने बताया कि जब 22 विधायकों को बेंगलुरू में रखा गया था, उस समय पुलिस भी घर पर आई थी. मानसिक रूप से उनके परिवार को प्रताड़ित भी किया गया. परिवार के लोगों को भी अक्सर थाने में बुलाया जाता था. इतनी मुसीबतें झेलने के बाद उन्हें मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलती तो शायद दुख होता.
कैबिनेट मंत्री अरविंद भदौरिया के चाचा बलवान सिंह भदौरिया ने कहा कि अरविंद के मंत्री बनने पर उन्हें बहुत खुशी हो रही है. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए वे काफी भावुक भी नजर आए.बता दें कि अरविंद भदौरिया को कैबिनेट मंत्री बनाए जाने के बाद उनके समर्थक भोपाल के लिए रवाना हो गए हैं.
एक बड़ी बात भी देखने को मिल रही है कि ओपीएस भदौरिया जो कांग्रेस के बागी विधायक हैं और अब बीजेपी में उन्हें भी राज्यमंत्री बनाया गया है. हालांकि शुरुआत से गोहद से पूर्व विधायक रणवीर जाटव का नाम मंत्री पद के लिए चल रहा था, लेकिन ओपीएस भदौरिया और अरविंद भदौरिया के मंत्री बनाए जाने पर फिलहाल उनका पत्ता कट हो गया है. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि शायद उपचुनाव के बाद अगर मंत्रिमंडल का विस्तार होता है, तो रणवीर जाटव को भी बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है.