भिंड। जिले के वार्ड 11 में बीटीआई रोड स्थित आंगनबाड़ी केंद्र भवन कचरा घर में तब्दील हो गया है. जिसके कारण आंगनबाड़ी का खस्ताहाल है. वहीं आंगनबाड़ी का संचालन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के घर में किया जा रहा है. जिसके संबंध में अधिकारियों को अवगत कराने के बाद भी किसी ने इसकी सुध नहीं ली है.
भिंड जिले में आंगनबाड़ी केन्द्रों का खस्ताहाल
भिंड में आंगनबाड़ी केंद्रों के हाल यह है कि वार्ड 11 में बनी आंगनबाड़ी के लिए भिंड के बीटीआई रोड पर डाइट के बगल से भवन का निर्माण कराया गया था, लेकिन आंगनबाड़ी का संचालन नहीं हो सका. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने बताया कि जो भवन बनवाया गया था, वहां असामाजिक तत्वों ने डेरा बना लिया था. शाम को जुआरी और शराबियों का जमावड़ा बना रहता था. कुछ दिन बाद एक दबंग ने उस पर कब्जा भी कर लिया. फागन के अधिकारियों ने प्रशासन की मदद से उसे खाली तो कराया, लेकिन तब तक भवन की स्थिति खराब हो चुकी थी, इसलिए दोबारा कभी वहां आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन नहीं हो सका. जिसके कारण आज किराए के भवन में आंगनबाड़ी का संचालन करना पड़ रहा है.
किराए के भवन में संचालित हो आंगनबाड़ी केंद्र
बता दें कि 500 से ज्यादा आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं, लेकिन इनमें 85 फीसदी आंगनबाड़ियों का संचालन किराए के भवनों में करना पड़ रहा है. भिंड शहर में ही करीब स्वास्थ्य केंद्र संचालित हैं जिनमें कुछ ही शासकीय भवन में लगते हैं.
अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों से बचते नजर आ रहे
एक ओर जहां सरकार गर्भवती महिलाओं और बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए आंगनबाड़ियों का संचालन कर रही है, तो वहीं भिंड जिले में आंगनबाड़ियों की हालत जिला प्रशासन की नाकामियां बयां कर रही हैं. ब्यावर आंगनवाड़ी केंद्र जर्जर हो चुका हैं, जिसे किराए के भवन में संचालित करना पड़ रहा हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी रटे-रटाए जवाब देकर अपनी जिम्मेदारियों से बचते नजर आ रहे हैं.