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राजस्थान के पानी में डूब गए भिंड के 25 गांव, तीन दिनों में 2100 से ज्यादा लोगों को किया गया रेस्क्यू

राजस्थान के गांधी सागर डैम और कोटा बैराज से लाखों क्यूसेक पानी छोड़े जाने के चलते अटेर के 20 से 25 गांवों में बाढ़ आ गई है. जहां से अब तक 2100 से अधिक लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है.

गांधी सागर डैम
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Published : Sep 18, 2019, 12:02 AM IST

भिंड। अटेर तहसील के 20 से 25 गांव गांधीसागर और कोटा बैराज डैम से चंबल नदी में छोड़े गए लाखों क्यूसेक पानी के चलते खतरे के निशान के ऊपर बह रही है. बचाव कार्य के लिए आर्मी, एनडीआरएफ व स्थानीय पुलिस रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी है. पिछले तीन दिनों से रेस्क्यू जारी है, जिसके जरिए अब तक 2100 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है. भिंड-दतिया सांसद संध्या राय ने भी बाढ़ ग्रस्त इलाकों का दौरा कर हालातों का जायजा लीं.

गांधी सागर डैम और कोटा बैराज के पानी से भिंड के 25 गांव डूबे

तेजी से चल रहा बचाव कार्य

राजस्थान के गांधी सागर डैम और कोटा बैराज से दो दिन पहले तक करीब 2200000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है. मंगलवार सुबह भी 4:30 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिसके चलते भिंड में चंबल नदी का जलस्तर अभी भी खतरे के निशान से करीब 6 मीटर ऊपर बह रही है. अधिकारियों के मुताबिक पानी 2 से 3 मीटर और ऊपर जा सकता है. पुलिस अधीक्षक रुडोल्फ अल्वारेस ने बताया कि जिले भर में लगातार पुलिस बल राहत एवं बचाव कार्य में मदद कर रही है, वहीं एसडीआरएफ के साथ ही एनडीआरएफ का दल भी रेस्क्यू में मदद कर रहा है.कलेक्टर-एसपी बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों पर पैनी नजर बनाए हुए हैं और रेस्क्यू का काम तेजी से चल रहा है.

2100 लोगों को किया जा चुका रेस्कयू

कलेक्टर छोटे सिंह ने बताया कि बाढ़ग्रस्त गांव आधे से ज्यादा डूब चुके हैं. कुछ लोग सोमवार रात वहां भी फंस गए थे, जिन्हें सुबह तक निकाल लिया गया, बावजूद इसके लोग अपना घर छोड़ने को तैयार नहीं हैं और जिद पर अड़े हैं. जिन्हें अब फोर्सफुली निकालने का काम किया जा रहा है. अब तक अटेर क्षेत्र के बाढ़ग्रस्त ग्रामीण इलाकों से 2100 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है.

भिंड। अटेर तहसील के 20 से 25 गांव गांधीसागर और कोटा बैराज डैम से चंबल नदी में छोड़े गए लाखों क्यूसेक पानी के चलते खतरे के निशान के ऊपर बह रही है. बचाव कार्य के लिए आर्मी, एनडीआरएफ व स्थानीय पुलिस रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी है. पिछले तीन दिनों से रेस्क्यू जारी है, जिसके जरिए अब तक 2100 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है. भिंड-दतिया सांसद संध्या राय ने भी बाढ़ ग्रस्त इलाकों का दौरा कर हालातों का जायजा लीं.

गांधी सागर डैम और कोटा बैराज के पानी से भिंड के 25 गांव डूबे

तेजी से चल रहा बचाव कार्य

राजस्थान के गांधी सागर डैम और कोटा बैराज से दो दिन पहले तक करीब 2200000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है. मंगलवार सुबह भी 4:30 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिसके चलते भिंड में चंबल नदी का जलस्तर अभी भी खतरे के निशान से करीब 6 मीटर ऊपर बह रही है. अधिकारियों के मुताबिक पानी 2 से 3 मीटर और ऊपर जा सकता है. पुलिस अधीक्षक रुडोल्फ अल्वारेस ने बताया कि जिले भर में लगातार पुलिस बल राहत एवं बचाव कार्य में मदद कर रही है, वहीं एसडीआरएफ के साथ ही एनडीआरएफ का दल भी रेस्क्यू में मदद कर रहा है.कलेक्टर-एसपी बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों पर पैनी नजर बनाए हुए हैं और रेस्क्यू का काम तेजी से चल रहा है.

2100 लोगों को किया जा चुका रेस्कयू

कलेक्टर छोटे सिंह ने बताया कि बाढ़ग्रस्त गांव आधे से ज्यादा डूब चुके हैं. कुछ लोग सोमवार रात वहां भी फंस गए थे, जिन्हें सुबह तक निकाल लिया गया, बावजूद इसके लोग अपना घर छोड़ने को तैयार नहीं हैं और जिद पर अड़े हैं. जिन्हें अब फोर्सफुली निकालने का काम किया जा रहा है. अब तक अटेर क्षेत्र के बाढ़ग्रस्त ग्रामीण इलाकों से 2100 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है.

Intro:मध्यप्रदेश के भिंड जिले में अटेर के 20 से 25 गांव गांधीसागर और कोटा बैराज डैम से चंबल नदी में छोड़े गए लाखों क्यूसेक पानी के चलते बाढ़ ग्रस्त हो गए हैं बचाव कार्य के लिए आर्मी एनडीआरएफ और स्थानीय पुलिस बल गांव में रेस्क्यू करने के लिए पहुंच गया है पिछले 3 दिनों से लगातार रेस्क्यू जारी है और सैकड़ों लोगों को गांव से निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है हालांकि लोगों को अपने घरों से सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने के लिए भी प्रशासन को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है इस बीच भिंड दतिया सांसद संध्या राय भी बाढ़ ग्रस्त इलाकों में दौरे पर पहुंची और हालातों का जायजा लिया


Body:राजस्थान के गांधी सागर डैम और कोटा बैराज से 2 दिन पहले तक करीब 2200000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका था वहीं मंगलवार सुबह भी 4:30 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है जिसके चलते भिंड में चंबल नदी का जलस्तर अभी खतरे के निशान से करीब 6 मीटर ऊपर है और अधिकारियों के मुताबिक गया 2 से 3 मीटर और ऊपर जा सकता है पुलिस अधीक्षक रुडोल्फ अल्वारेस ने बताया कि जिले भर से लगातार पुलिस बल द्वारा राहत और बचाव कार्य में मदद की जा रही है वहीं एसडीआरएफ के साथ ही आज एनडीआरएफ जवानों का दल भी रेस्क्यू में मदद के लिए पहुंचा है वहीं कलेक्टर एसपी पूरे बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों पर पैनी नजर गड़ाए हुए हैं और रेस्क्यू का काम तेजी से चल रहा है भिंड कलेक्टर छोटे सिंह ने बताया कि बाढ़ ग्रस्त गांव आधे से ज्यादा डूब चुका है कुछ लोग सोमवार रात वहां फंस भी गए थे जिन्हें सुबह तक निकाल लिया गया बावजूद इसके लोग अपना घर छोड़ने को तैयार नहीं है और जिद पर अड़े हैं जिन्हें अब फोर्सफुली निकाले जाने का कार्य जारी है वही कलेक्टर ने बताया कि अब तक अटेर क्षेत्र के बाढ़ ग्रस्त ग्रामीण इलाकों से 2100 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है इधर आज स्थानीय सांसद संध्या राय पूर्व विधायक मुन्ना सिंह भदौरिया धर्मेंद्र तिवारी भी ग्रामीणों के बीच उनका हाल जानने के लिए पहुंचे।


Conclusion:बता दें कि राजस्थान से लगातार पानी छोड़े जाने के चलते चंबल नदी इस समय अपने रौद्र रूप पर है और अब बाढ़ के हालात 1996 में बने हालातों जैसे नजर आ रहे हैं वर्तमान में मिले आंकड़ों के अनुसार बरही चंबल पुल पर पानी 128 मीटर के पार जा चुका है वहीं कोटा बैराज से करीब 4.3 लाख क्यूसेक पानी और छोड़े जाने से स्थितियां अब गंभीर होंगे क्योंकि यह पानी जब भिंड जिले तक पहुंचेगा तो चंबल का जलस्तर 130 मीटर के पार जा सकता है ऐसे में बाढ़ ग्रस्त गांव की संख्या इस जो इस समय 20 से 25 है वह 50 के पार जा सकती है जो अपने आप में एक चिंता का विषय है क्योंकि इन परिस्थितियों से भिंड के मौजूदा हालात और बाढ़ से हुए नुकसान का आंकड़ा भी लगातार बढ़ रहा है

बाइट- रुडोल्फ अल्वारेस, एसपी, भिंड
बाइट- छोटे सिंह, कलेक्टर, भिंड
121- संध्या राय, सांसद, भिंड-दतिया लोकसभा क्षेत्र
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