ETV Bharat / state

World Snake Day : इंसानों द्वारा सताए जा रहे बेजुबान, बिना वजह हमला नहीं करते हैं सांप

आज विश्व सर्प दिवस है. इस दिन को मनाए जाने का मकसद है कि इंसानों में सांपों को लेकर जो भ्रम है, वो दूर हो.

सांप
author img

By

Published : Jul 16, 2019, 2:30 PM IST

बैतूल। विश्व के सभी देशों में आज यानि 16 जुलाई को सर्प दिवस मनाया जाता है. इसका उद्देश्य लोगों में सांपों के प्रति भय और भ्रम को दूर करना है. दरअसल हर तरह के सांप जहरीले नहीं होते हैं, फिर भी डर के कारण लोग इन्हें मार डालते हैं और ऐसा करना प्रकृति के संतुलन के लिए सही नहीं है.

विश्व सर्प दिवस आज


शहर में बीते दिनों दो ऐसे मामले सामने आए, जहां कोबरा सांप के काटने से एक महिला की मौत हो गई, जिसके बाद ग्रामीणों ने महिला की मौत का बदला लेते हुए सांप को बंधक बना लिया, तो वहीं दूसरे मामले में लोग सांप को कैदकर अस्पताल लेकर पहुंच गए.


गौरतलब है कि बारिश के आते ही गड्ढों और बिलों में पानी भर जाता है, जिसके कारण सांप अपने बिलों से बाहर निकल आते हैं. इस दौरान सांप के काटने की घटनाएं बढ़ने लगती हैं. सांप डरकर इंसानों को काट लेते हैं, तो वहीं इंसान भी डरकर या फिर बदला लेने की नीयत से सांप को मार डालते हैं.


कब हमला करते हैं सांप
सर्प विशेषज्ञ जमील भाई का कहना है कि बेशक ये जहरीले सांप जानलेवा हैं, लेकिन ये ऐसे ही हमला नहीं कर देते हैं. सांप हमला तब करते हैं, जब हम गलती से उनके आसपास पहुंच जाएं या उनके संपर्क में आ जाएं. सांप खुद पर खतरा मंडराता देख हमला करते हैं. ऐसे में बारिश के मौसम में हमें इनसे बचने की जरूरत है, ताकि ये बेजुबान भी सुरक्षित रहें और हम भी. साथ ही उन्होंने बताया कि जिले में केवल 4 प्रजाति के सांप ही जहरीले हैं बाकी के नहीं.


'सांपों के साथ हो रही घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण'
उत्तर वन मंडल अधिकारी राखी नंदा ने कहा कि सांपों के साथ हो रही घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं और वे इसे लेकर जनजागरण अभियान चलाते रहते हैं. उन्होंने कहा कि इसमें युवाओं को खासकर सर्प के जानकारों को आगे आने की जरूरत है, ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके.

बैतूल। विश्व के सभी देशों में आज यानि 16 जुलाई को सर्प दिवस मनाया जाता है. इसका उद्देश्य लोगों में सांपों के प्रति भय और भ्रम को दूर करना है. दरअसल हर तरह के सांप जहरीले नहीं होते हैं, फिर भी डर के कारण लोग इन्हें मार डालते हैं और ऐसा करना प्रकृति के संतुलन के लिए सही नहीं है.

विश्व सर्प दिवस आज


शहर में बीते दिनों दो ऐसे मामले सामने आए, जहां कोबरा सांप के काटने से एक महिला की मौत हो गई, जिसके बाद ग्रामीणों ने महिला की मौत का बदला लेते हुए सांप को बंधक बना लिया, तो वहीं दूसरे मामले में लोग सांप को कैदकर अस्पताल लेकर पहुंच गए.


गौरतलब है कि बारिश के आते ही गड्ढों और बिलों में पानी भर जाता है, जिसके कारण सांप अपने बिलों से बाहर निकल आते हैं. इस दौरान सांप के काटने की घटनाएं बढ़ने लगती हैं. सांप डरकर इंसानों को काट लेते हैं, तो वहीं इंसान भी डरकर या फिर बदला लेने की नीयत से सांप को मार डालते हैं.


कब हमला करते हैं सांप
सर्प विशेषज्ञ जमील भाई का कहना है कि बेशक ये जहरीले सांप जानलेवा हैं, लेकिन ये ऐसे ही हमला नहीं कर देते हैं. सांप हमला तब करते हैं, जब हम गलती से उनके आसपास पहुंच जाएं या उनके संपर्क में आ जाएं. सांप खुद पर खतरा मंडराता देख हमला करते हैं. ऐसे में बारिश के मौसम में हमें इनसे बचने की जरूरत है, ताकि ये बेजुबान भी सुरक्षित रहें और हम भी. साथ ही उन्होंने बताया कि जिले में केवल 4 प्रजाति के सांप ही जहरीले हैं बाकी के नहीं.


'सांपों के साथ हो रही घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण'
उत्तर वन मंडल अधिकारी राखी नंदा ने कहा कि सांपों के साथ हो रही घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं और वे इसे लेकर जनजागरण अभियान चलाते रहते हैं. उन्होंने कहा कि इसमें युवाओं को खासकर सर्प के जानकारों को आगे आने की जरूरत है, ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके.

Intro:बैतूल ।।

आज वर्ल्ड स्नेक डे है यानी विश्व सर्प दिवस । बीते महीनों में बैतूल जिले में इन बेजुबानो के साथ इंसानो ने प्रताड़नाएं की है । यहां जब एक कोबरा साँप के काटने से एक महिला की मौत हो गई जिसके बाद ग्रामीणों ने मौत का बदला साँप से लिया और कोबरा साँप को जमीन से निकालकर उसे बंधक बनाया गया । वही दूसरी घटना में महिला को साँप के काटने के बाद परिजनों ने उसे पकड़कर एक डिब्बे में बंद करके जिला अस्पताल पहुच गए । सवाल यह है इन घटनाओं में क्या इस बेजुबान की कोई गलती थी तो जवाब है ।


Body:ये तश्वीरें उन साँपो की है जो इंसानी संपर्क में आने से अपनी जान जोखिम में डाल बैठे । जिसका नाम लेने से ही लोगो मे खौफ पैदा हो जाता है वे खुद आज खौफजदा है । बारिश के आते ही सर्पलोक सक्रिय हो जाता है । अक्सर खेतो, बगीचों और रास्तो में सांप निकलने लगते है और साँपो के डसने की घटनाये बढ़ने लगती है । इस बीच साँपो को सताने की घटनाएं भी बढ़ने लगती है । एक महीने में सर्पदंश के बाद जब महिला की मौत हो गई तो उसे बंधक बना लिया गया और उसकी मौत हो गई तो वही दूसरी घटना उसे डिब्बे में कैद कर जिला अस्पताल ला लिया गया ।

जानकारों के मुताबिक बेशक ये विषधर जानलेवा है लेकिन ये हमला तब ही करते है जब हम गलती से उनके आसपास पहुच जाए या हम उनके संपर्क में आ जाये । खुद पर मंडराता देख ही ये हमपर हमला करते है । ऐसे में इस बारिश के मौसम हमे इनसे बचने की जरूरत है ताकि ये बेजुबान और हम सभी सुरक्षित रह सके । जिले में केवल 4 प्रजाति के साँप ही जहरीले है बाकी के नही है इसलिए उन्हें हमे यातनाये देने का कोई हक नही है ।

उत्तर वन मंडल अधिकारी राखी नंदा के मुताबिक साँपो के साथ हो रही घटनाये दुर्भाग्यपूर्ण है और वे इसे लेकर जनजागरण अभियान चलते रहते है जिसे और बढ़ाने की जरूरत है । उन्होंने सेवाभावी युवाओ को खासकर सर्प के जानकारों आने को कहा है ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके ।



Conclusion:बाते दे कि कानून के मुताबिक वाइल्ड लाइफ को संकग्रस्त स्थिति या बंधक बंधक अवस्था मे रखता है तो यह अपराध है ।

बाइट -- जमील भाई ( सर्प विशेषज्ञ )
बाइट -- राखी नंदा ( डीएफओ, उत्तर वन मंडल )

नोट ।। 9 जून और 14 जुलाई को साँप को लेकर दो खबरे हमने लगाई है उसके फ़ाइल फुटेज लगा सकते है ।।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.