ETV Bharat / state

ट्रैक्टर ताप्ती नदी में फंसा, ट्रॉली सहित नदी में बह गईं किताबें - बैतूल न्यूज

बैतूल में चुनालोमा गांव के एक ग्रामीण के ट्रैक्टर से चान्दू और धामन्या हाई स्कूल के लिए किताबें लाई जा रही थीं. जब ताप्ती नदी से ट्रैक्टर गुजरा लेकिन पानी ज्यादा होने के कारण ट्रॉली सहित किताबें बह गईं.

betul
नदी में फंसा ट्रक्टरकिताबें ले जाने वाला ट्रैक्टर ताप्ती नदी में फंसा
author img

By

Published : Aug 8, 2020, 11:10 AM IST

Updated : Aug 8, 2020, 11:32 AM IST

बैतूल। सरकार द्वारा अच्छी स्कूली शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए लाखों रुपए खर्च किए जा रहे हैं और उसका फायदा स्कूली छात्र-छात्राओं को कितना मिल रहा है, इसका उदाहरण भीमपुर विकासखण्ड में देखने को मिल रहा है.

किताबें ले जाने वाला ट्रैक्टर ताप्ती नदी में फंसा

वैसे तो भीमपुर विकास खण्ड का शिक्षा तंत्र हमेशा से ही अपने कारनामों से जिले में सुर्खियों में रहता आया है. यहां नए कारनामे आए दिन होते रहते हैं और यहां के कारनामों की खबरें जब मीडिया में आती हैं तो उसे झुठलाने के लिए जोर-शोर से जिम्मेदार समेत सभी लग जाते हैं.

ऐसा ही फिर घटित हुआ, जब चुनालोमा ग्राम के एक ग्रामीण के ट्रैक्टर से चान्दू और धामन्या हाई स्कूल के लिए किताबें लाई जा रही थीं. जब ताप्ती नदी से ट्रैक्टर गुजरा तो पानी अधिक होने के कारण नदी में बंद हो गया और किताबें भीग गईं.

इसके बाद ट्रैक्टर को वापस खींचने के लिए जेसीबी मशीन लाई गई. जिससे ट्रैक्टर को वापस खींचते समय ट्रॉली पलट गई और किताबें पानी में बह गयी. ‌इसके बाद जैसे-तैसे इन किताबों को ग्रामीणों की मदद से वापस निकाल कर ट्रॉली में रखकर चुनालोमा पहुंचाया गया.

इस घटनाक्रम को प्रत्यक्षदर्शी द्वारा कैमरे में कैद कर लिया गया. जब इस घटनाक्रम के विषय में जिम्मेदारों से जानकारी लेना चाही तो सभी ने पल्ला झाड़ लिया और घटना हुई ही नहीं ऐसा बताने कि कोशिश की.

वहीं प्रभारी बीईओ भीमपुर रमेश कौशिक का कहना है कि हमारे यहां से कोई किताबें नहीं गईं, जो किताबें जानी थी वो 15 दिन पहले ही चली गईं और बंट भी गई हैं. हो सकता है किताबें और कहीं ले जाई जा रही हों, लेकिन ये घोर लापरवाही है इसकी मैं जानकारी लेता हूं.

बैतूल। सरकार द्वारा अच्छी स्कूली शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए लाखों रुपए खर्च किए जा रहे हैं और उसका फायदा स्कूली छात्र-छात्राओं को कितना मिल रहा है, इसका उदाहरण भीमपुर विकासखण्ड में देखने को मिल रहा है.

किताबें ले जाने वाला ट्रैक्टर ताप्ती नदी में फंसा

वैसे तो भीमपुर विकास खण्ड का शिक्षा तंत्र हमेशा से ही अपने कारनामों से जिले में सुर्खियों में रहता आया है. यहां नए कारनामे आए दिन होते रहते हैं और यहां के कारनामों की खबरें जब मीडिया में आती हैं तो उसे झुठलाने के लिए जोर-शोर से जिम्मेदार समेत सभी लग जाते हैं.

ऐसा ही फिर घटित हुआ, जब चुनालोमा ग्राम के एक ग्रामीण के ट्रैक्टर से चान्दू और धामन्या हाई स्कूल के लिए किताबें लाई जा रही थीं. जब ताप्ती नदी से ट्रैक्टर गुजरा तो पानी अधिक होने के कारण नदी में बंद हो गया और किताबें भीग गईं.

इसके बाद ट्रैक्टर को वापस खींचने के लिए जेसीबी मशीन लाई गई. जिससे ट्रैक्टर को वापस खींचते समय ट्रॉली पलट गई और किताबें पानी में बह गयी. ‌इसके बाद जैसे-तैसे इन किताबों को ग्रामीणों की मदद से वापस निकाल कर ट्रॉली में रखकर चुनालोमा पहुंचाया गया.

इस घटनाक्रम को प्रत्यक्षदर्शी द्वारा कैमरे में कैद कर लिया गया. जब इस घटनाक्रम के विषय में जिम्मेदारों से जानकारी लेना चाही तो सभी ने पल्ला झाड़ लिया और घटना हुई ही नहीं ऐसा बताने कि कोशिश की.

वहीं प्रभारी बीईओ भीमपुर रमेश कौशिक का कहना है कि हमारे यहां से कोई किताबें नहीं गईं, जो किताबें जानी थी वो 15 दिन पहले ही चली गईं और बंट भी गई हैं. हो सकता है किताबें और कहीं ले जाई जा रही हों, लेकिन ये घोर लापरवाही है इसकी मैं जानकारी लेता हूं.

Last Updated : Aug 8, 2020, 11:32 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.