बैतूल। विकास के लिए यदि ग्रामीण दृढ़ संकल्पित हो जाएं, तो गांव की तस्वीर बदलने में देर नहीं लगती. यही वजह है कि जिला मुख्यालय के करीब बसे खेड़ली किला गांव के लोगों ने अपना मुकद्दर खुद से लिखना शुरू कर दिया और गांव के 50 युवाओं के हेल्पिंग हैंड्स ग्रुप की मदद से पूरा गांव रोशनी से जगमगा उठा.
खेड़ली किला गांव में स्ट्रीट लाइट नहीं होने के चलते आये दिन चोरी की वारदात होती रहती थी, जिसके चलते गांव के 50 युवाओं के एक ग्रुप ने निगरानी करना शुरू किया. इसके लिए युवाओं ने खुद अपनी जेब से बिजली के पोल पर लाइट लगाने की सोची, लेकिन बात गांव की सरपंच लीलावती राजू उइके को पता चलने के बाद उन्होंने युवाओं से कहा कि पंचायत स्तर पर एलईडी लाइट लगवा दी जाएगी. जिसके चलते दिवाली के मौके पर 200 घरों और 2000 की आबादी वाले गांव में 28 स्ट्रीट लाइटें लगवाई गईं.
गांव के 50 युवाओं ने एक हेल्पिंग हैंड्स ग्रुप बनाया है. ये ग्रुप 2018 में गांव के कुछ युवाओं ने बनाया था. जो गांव के विकास कार्यों में अपनी जनभागीदारी निभा रहे हैं. इतना ही नहीं युवाओं ने एक हजार पौधे भी रोपे हैं. साथ ही गांव के विकास कार्यों के लिए सभी 200 रुपये प्रति माह अंशदान भी जमा कर रहे हैं. जिससे इस राशि का उपयोग गांव के विकास कार्यों में किया जा सके. वहीं सरपंच पति का कहना है कि, जल्द ही गांव को नल-जल योजना का लाभ भी मिलेगा. साथ ही डिजिटल तकनीक के जरिये ये ग्रुप ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं की जानकारी भी उपलब्ध करा रहा है.