बैतूल। नगर की पेयजल व्यवस्था नगर पालिका के 33 ट्यूबवेल पर निर्भर है. वोल्टेज कम और ज्यादा होने के चलते 24 घंटे के अंदर नगर पालिका के 10 ट्यूबवेल के मोटर पंप खराब हो गए. एक साथ दस ट्यूबवेल से पानी मिलना बंद होने से नगर की पेयजल सप्लाई व्यवस्था बिगड़ गई.
पेयजल व्यवस्था में सुधार करने के लिए नगर पालिका के कर्मचारी जुट गए हैं. पिछले एक पखवाड़े से वोल्टेज की समस्या बनी हुई है. वोल्टेज कम-ज्यादा होने से नगर पालिका के ट्यूबवेलों के मोटर पंप एक के बाद एक खराब हो रहे थे. बुधवार रात अचानक वोल्टेज बढ़ने और कम होने से एक साथ दस ट्यूबवेल के मोटर पंप खराब हो गए. इस स्थिति में जलप्रदाय के लिए पानी संग्रहित नहीं हो पाया.
रात में मोटर पंप खराब होने के बाद पंप हाउस पर ड्यूटी करने वाले नपा कर्मचारी एक के बाद एक नगर पालिका पहुंचे. सभी ने वोल्टेज की समस्या से मोटर पंप खराब होने की जानकारी नगर पालिका के अधिकारियों को दी. पंप खराब रहने से गुरुवार दिन भर दस ट्यूबवेल से पानी नहीं मिल पाया. ट्यूबवेलों में पानी होने के बाद भी दो दिन के अंतराल में जल प्रदाय हो रहा है. ऐसे में मोटर पंप खराब होने से स्थिति बिगड़ गई है.
गुरुवार को जिन वार्डों में जलप्रदाय होना था, वहां पर्याप्त पानी नहीं मिला पाया है. नपा 40 से 50 मिनट जलप्रदाय करती है. पंप खराब होने और पानी का पर्याप्त संग्रहण नहीं होने से 30 मिनट ही जल प्रदाय हो पाया है. कुछ वार्डों में जल प्रदाय नहीं हो पाया, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा.
14 लाख लीटर की बजाय सात लाख लीटर ही पानी हुआ संग्रहित
नगर के 15 वार्डों में जल प्रदाय करने के लिए नगर पालिका को रोजाना 14 लाख लीटर पानी की आवश्यकता होती है. सबसे ज्यादा पानी सांडिया गांव की सीमा में स्थित नगर पालिका के ट्यूबवेल से मिलता है. सांडिया की सीमा में स्थित पांच ट्यूबवेल में से तीन के मोटर पंप वोल्टेज की समस्या के चलते खराब हो गए. सांडिया से नगर के मासोद रोड पर स्थित पंप हाउस में दस लाख लीटर पानी आ रहा था. मोटर पंप जलने से मात्र चार लाख लीटर ही पानी पहुंच रहा है. इसी तरह नगर सीमा में स्थित छह ट्यूबवेल के पंप खराब होने से तीन लाख लीटर ही पानी मिल रहा है. इस स्थिति में आधे नगर में पेयजल प्रदाय व्यवस्था प्रभावित हो गई.
जलप्रदाय व्यवस्था सुधरने में लगेगा तीन से चार दिन का समय
उपयंत्री पंकज धुर्वे ने कहा कि नगर पालिका के पास स्टॉक में तीन मोटर पंप रखे हुए हैं, जिसे सांडिया की सीमा में स्थित दो ट्यूबवेल और नेहरू वार्ड में उपजेल के पास स्थित ट्यूबवेल में डाला जा रहा है. इसके अलावा खराब हुए मोटर पंप को निकालकर सुधारने भेजा गया है. मोटर पंप खराब होने से बिगड़ी जलप्रदाय व्यवस्था में सुधार होने में तीन से चार दिन का समय लगेगा. आवश्यकता पड़ने पर नपा के टैंकरों से भी पानी लाकर जल प्रदाय किया जाएगा.
लगभग तीन लाख रुपए का खर्च
नपा सीएमओ आरसी गव्हाड़े ने कहा कि वोल्टेज समस्या से पंप खराब हो रहे हैं. एक पखवाड़े में 16 पंप खराब हो चुके हैं. वोल्टेज और बिजली लाइन में तकनीकी खराबी से मोटर पंप खराब होने के संबंध में विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों को अवगत कराया गया है. एक साथ दस मोटर पंप खराब होने से मोटर पंप को निकालने, सुधारने और दोबारा ट्यूबवेल में डालने में लगभग तीन लाख रुपए का खर्च आएगा.