बैतूल। इन दिनों जिले भर में कोरोना का प्रकोप छाया हुआ है. प्रशासन महामारी से बचने के लिए बीते एक वर्ष से लोगों से कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की मिन्नतें कर रही है, लेकिन फिर भी चंद लोग ऐसे हैं, जो कोरोना की गंभीरता को नहीं समझ पा रहे हैं, तो कहीं दुकानदार भी प्रशासन को ठेंगा दिखाते नजर आ रहे हैं. इलाके में मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए तहसीलदार नीरज कालमेघ मंगलवार को सड़कों पर उतरकर लोगों को अलग अंदाज में समाझते हुए नजर आए.
तहसीलदार नीरज कालमेघ ने पुलिस और नगर पालिका टीम के साथ मिलकर शहर के अलग-अलग इलाकों में ऐसे ही नासमझ और गैर जिम्मेदार लोगों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की. तहसीलदार की इस कार्रवाई से शहर में नियमों की अवहेलना करने वाले लोगों में हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई है. इस दौरान नियम तोड़ने वाले कुछ दुकानदारों पर भी कार्रवाई की गई, जबकि कई प्रतिष्ठित दुकानों को सील कर दिया गया. वहीं सड़कों पर तफरी के लिए निकले लोगों पर भी चालानी कार्रवाई की गई.
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मिन्नतें भी कर रहा है प्रशासन
इस दौरान तहसीलदार कालमेघ ने बताया कि यह समय लापरवाही का नहीं है. कोरोना की गंभीरता को प्रशासन महीनों से समझा रहा है. हम लोगों से मिन्नते भी कर रहे हैं. फिर भी कुछ लोग अब भी कोरोना को मजाक ही समझ रहे हैं. इसे प्रशासन हल्के में नहीं ले सकता है. प्रशासन अपनी लगातार कार्रवाई जारी रखेगा. इस समय प्रशासन का मुख्य उद्देश्य संक्रमण को रोकना और लोगों की जान बचाना है. इधर स्वास्थ्य विभाग केबीसीएम सुभाष गुर्जरकर ने जानकारी देते हुए बताया कि मंगलवार को कोरोना के नौ नए मामले सामने आए. इस तरह से कुल एक्टिव मरीजों की संख्या 150 से ज्यादा हो गई है.