बैतूल। ठेकेदारों के रवैये को लेकर जनप्रतिनिधियों द्वारा नाराजगी जाहिर की गई थी कि कई वार्डों में टेंडर प्रक्रिया होने के बावजूद निर्माण कार्यों की गति धीमी है. पिछले दिनों सीएमओ अक्षत बुंदेला ने लोक निर्माण विभाग के सभी उपयंत्री, स्टाफ के साथ निकाय में काम करने वाले ठेकेदारों की बैठक लेकर निर्माण कार्यों को लेकर सख्त हिदायत दी थी.
चेतावनी पर ध्यान नहीं दिया: उन्होंने ठेकेदारों को नसीहत भी दी थी कि निर्माण कार्यों में गुणवत्ता लाने के साथ समय सीमा का ध्यान रखा जाए, अन्यथा ब्लैक लिस्टेड कर दिया जाएगा. इसके बावजूद कई ठेकेदार ऐसे हैं, जिनके कानों पर जूं तक नहीं रेंगी. नतीजा यह हुआ कि सीएमओ ने सात ठेकेदारों को निर्माण कार्य करने के लिए प्रतिबंधित कर दिया है.
इन पर हुई कार्रवाई : सीएमओ अक्षत बुंदेला ने बताया कि सात ठेकेदारों द्वारा ई- निविदा के माध्यम से लिए गए निर्माण कार्यों के माध्यम से अनुबंध के बावजूद पूर्तियां नहीं की गईं. इसी वजह इनकी जमानत राशि राजसात कर एक वर्ष के लिए ब्लैक लिस्टेड घोषित किया है. इनमें शिवाजी वार्ड में सीसी निर्माण करने वाले योगेश पवार की 46400, भगत सिंह वार्ड में आरसीसी नाली निर्माण करने वाले शिवा कंट्रक्शन के अतीन खरे की 2100, सुभाष वार्ड में सीसी निर्माण करने वाले अतीन खरे की 6400 रुपए, पटेल, अंबेडकर, दुर्गा वार्ड में चार सीसी रोड का निर्माण करने वाले जय महाकल कंट्रक्शन सुदेश मालवीय की लगभग कुल 26 हजार रुपए की जमानत राशि जब्त कर ली गई है.