बैतूल। पूर्वी राजस्थान और मराठवाड़ा में बने चक्रवात और अरब सागर से आ रही नमी के कारण मध्यप्रदेश सहित बैतूल जिले में जमकर बारिश हो रही है. बुधवार से मौसम में परिवर्तन हुआ है. गुरुवार की रात जिले भर में बारिश हुई तो वहीं शुक्रवार को तेज़ हवाओं के साथ जिले के कई ब्लॉकों में ओले गिरने की जानकारी मिली है. जिसके चलते गेंहू और सब्जी भाजी को खासा नुकसान हुआ है. बेमौसम बारिश से जिले के अन्नदाता परेशान हैं. बारिश और ओलावृष्टि से किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. जिले के अधिकांश क्षेत्र में ओलावृष्टि और तेज हवाओं के साथ बारिश हुई.
रानीपुर में आंवले के आकार के गिरे ओले
सबसे अधिक नुकसान रानीपुर और शाहपुर क्षेत्र में हुआ है. रानीपुर में आंवले आकार के ओले तो कई जगहों पर बेर और चने आकार के ओले गिरे हैं. खेतों में पकी गेहूं की फसल आढ़ी हो गई है. इधर बैतूल शहर में भी ओले और बारिश हुई. बारिश से फसल नुकसानी के बाद किसान अब प्रभावित फसले के सर्वे की मांग कर रहे हैं. वहीं मंडी में भी किसानों का खुले में रखा सैकड़ों बोरे अनाज भीग गया.
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ओलावृष्टि से गेहूं की झड़ गई बाली
शुक्रवार सुबह से ही बादल छाए रहे. दिन भर अलग-अलग समय में बरसात होने के अलावा ओलावृष्टि का दौर भी जारी रहा. इस बीच तेज हवाएं भी चली. बिजली चमकने के साथ शाम 4 से 7 बजे तक रूक-रूक कर बरसात और ओलावृष्टि हुई. शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कई जगह चने से लेकर आँवला के आकार के ओले गिरे. भाजपा ग्रामीण मंडल अध्यक्ष व उपसरपंच मोहन मोरे बताते हैं कि आसपास के 24 से अधिक गांवों की फसल ओलावृष्टि और बरसात से बर्बाद हो गई है. कटाई के लिए तैयार खेतों में पानी भरा गया है. ओलावृष्टि से गेहूं की बाली झड़ गई. मौसम विभाग के मुताबिक जिले भर में सबसे ज्यादा बारिश भैंसदेही ब्लॉक में 38 मिलीमीटर हुई है. इसके अलावा बैतूल 3, घोड़ाडोंगरी 18, चिचोली 1.1, शाहपुर 16.8, मुलताई 9, आमला 1 और आठनेर में 7.2 मिलीमीटर बारिश हुई है.