बैतूल। जिला जेल में एक भावुक नजारा देखने को मिला. एक बुजुर्ग महिला बंदी उस समय फफक-फफक कर रो पड़ी जब उसके दो भाई और बेटा रखी बंधवाने जेल पहुंचे. रोती हुई बुजुर्ग महिला ने अपने भाई को राखी बांधने के बाद मुंह मीठा करवाया. वहीं भाई ने कहा कि वह भगवान से प्रार्थना करते हैं कि उनकी बहन जल्द से जल्द रिहा हो जाए.
बैतूल जेल में अपनी बहू को जिन्दा जलाने के आरोप में पिछले 10 माह से जेल में सजा काट रही बुजर्ग महिला बंदी रक्षाबंधन के मौके पर भावुक हो गई. रोते हुए अपने भाई की आरती उतारती हुई बुजुर्ग महिला के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे.
अपनी एकलौती बहन से राखी बंधवाकर उनके भाई बहुत भावुक और खुश नजर आए. उन्होंने कहा कि वे जेल प्रशासन के बहुत शुक्रगुजार है कि उन्होंने उनकी बहन से मिलवाया. वहीं महिला कैदी ने रक्षाबंधन के अवसर पर भाई-बेटे से मिलकर काफी खुशी जताई.
जेल प्रबंधन ने बताया कि रक्षाबंधन के दिन 116 पुरुष बंदियों को उनकी 316 बहनों ने राखी बंधी है. जेल प्रशासन ने राखी के दिन सभी के लिए 11 बजे से 2 बजे तक का समय निर्धारित किया था लेकिन भारी बारिश के चलते समय बढ़ा कर 4 बजे तक कर दिया.